मुरैना पुलिस ने पकड़ी हथियार फैक्ट्री ….जोटई गांव में चल रही थी फैक्ट्री, यूपी से कच्चा माल लाकर, बनाते हथियार, फिर चंबल के गांवों में बेचते
मुरैना पुलिस ने हथियार बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया है। यह फैक्ट्री पोरसा के जोटई गांव में चलती पाई गई है। मौके पर पुलिस ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे उत्तर प्रदेश से कच्चा माल लेकर आते थे, उससे फैक्ट्री में हथियार बनाए जाते थे। फिर उन हथियारों को चंबल के आस-पास के गांवों में सप्लाई किया जाता था। यह जानकारी पत्रकारों को देते समय पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ने बताया। इस मौके पर अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।
आपको बता दें, कि जिले में अवैध हथियारों की व्यापक स्तर पर खरीद फरोख्त चल रही थी। इस बात को लेकर पुलिस सतर्क हो गई। पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से इसकी जानकारी जुटाई तो पता लगा कि इसके तार जोटई गांव से जुड़े हुए हैं। फिर क्या था, पुलिस ने फोर्स के साथ पूरे गांव को घेर लिया तथा छापा मार दिया। एक जगह हथियार बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई। मौके पर पुलिस ने हथियार बनाने के औजार व मशीनें बरामद की तथा भारी संख्या में पिस्टल, कट्टे व अन्य हथियार बरामद किए। इस मौके पर दो आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
यह बरामद किए गए हथियार
मौके पर पुलिस ने 315 बोर के 17 कट्टे, 12 बोर के 3 कट्टे, 32 बोर की दो पिस्टल, 12 बोर के 6 जिंदा कारतूस, 315 बोर के दो जिंदा कारतूस सहित इलेक्ट्रोनिक वेल्डिंग मशीन सहित भारी संख्या में हथियार बनाने की समग्री जब्त की है।

उत्तर प्रदेश से लेकर आते सामान
पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों युवकों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे यूपी के इटावा से हथियार बनाने का सामान लेकर आते थे। इटावा चंबल नदी के उस पार है।
पिछले 6 माह से चल रहा कारोबार
पुलिस ने बताया कि हथियार बनाने व बेचने का काम पिछले 6 माह से बदस्तूर चल रहा था। हथियार बनाकर उनको चंबल से सटे गांवों में सप्लाई किया जाता था। इन हथियारों को भी असामाजिक तत्व खरीदते थे जिससे वे लूटपाट व चोरी की वारदातों को अंजाम दे सकें। फिलहाल पुलिस उन दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है तथा उन असामाजिक तत्वों की भी जानकारी उगलवा रही है जिन्होंने उनसे हथियार खरीदे हैं।