ग्वालियर… फायर ऑडिट …..फायर टीम ने 15 अस्पतालों में पड़ताल की, अग्निशमन यंत्र एक्सपायरी मिले

नगर निगम ने निजी अस्पतालों में फायर ऑडिट (पड़ताल) करने के लिए दो टीमों को भेजा। टीम को अस्पतालों में अग्निशमन यंत्र एक्सपायरी डेट के मिले। एक अस्पताल में अग्निशमन यंत्र थे ही नहीं। इधर नगरीय आवास एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह और आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए निर्देश दिए हैं कि सरकारी अस्पताल, नर्सिंग होम और बड़े होटलों में फायर सिस्टम की जांच सख्ती से की जाए।

यहां नहीं मिली गड़बड़ी

  • दुबे नर्सिंग होम शिंदे की छावनी
  • कल्पना अस्पताल शिंदे की छावनी
  • कोणार्क अस्पताल
  • शब्द प्रताप नर्सिंग होम
  • फैमिली केयर अस्पताल भूतेश्वर कॉलोनी
  • दीपांजलि नर्सिंग होम थाटीपुर
  • लाइफ केयर अस्पताल थाटीपुर
  • आरोग्यम मेडीसिटी अस्पताल थाटीपुर
  • जय अस्पताल दर्पण कॉलोनी
  • जीवन ज्योति नेत्रालय सिटी सेंटर
  • संजीवनी अस्पताल थाटीपुर
  • ग्लोबल अस्पताल आकाशवाणी के पास
  • प्रयास चिल्ड्रल अस्पताल थाटीपुर
  • भारत अस्पताल थाटीपुर
  • ओम मल्टी अस्पताल

प्रभारी मंत्री का फरमान- 500 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में बने भवनों में फायर सिस्टम लगे

500 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में बने भवनों में फायर सिस्टम लगे

जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट व नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह ने अग्नि सुरक्षा को लेकर सभी कलेक्टर, आयुक्त नगर पालिक निगम, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास, सीएमएचओ नगर पालिका- नगर परिषद को नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 और मप्र भूमि विकास नियम 2012 के तहत अस्पतालों और नर्सिंग होम का फायर ऑडिट सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने वीसी में भी इसके र्देश दिए हैं। 57 फायर इंजीनियर का चयन कर लिया गया है।

  • अस्पताल, नर्सिंग होम- जिनका भूतल 500 वर्ग मीटर से अधिक है या जिनकी ऊंचाई 9 मीटर से अधिक है। उन अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में फायर उपकरण स्थापित किए जाएं।
  • होटल- भूतल या अधिक तल पर निर्मित कुल क्षेत्रफल 500 वर्ग मीटर से अधिक है। उनमें फायर उपकरण लगवाए जाएं।

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