यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : भाजपा, बसपा, कांग्रेस और सपा ने दागी उम्मीदवारों पर जताया था भरोसा, जानिए किस पार्टी के कितने विधायकों पर दर्ज हैं आपराधिक ..
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में सभी पार्टियां जोरदार ढंग से जुट गई हैं। खासकर कानून व्यवस्था के मामले में सभी पार्टी सरकार कीकानून व्यवस्था को याद दिलते हुए सरकार पर तीखा हमला करती रहती हैं। अखिलेश यादव ने भी यूपी सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर कई बार हमला बोलते हुए कहा है ..अखिलेश यादव ने भी यूपी सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर कई बार हमला बोलते हुए कहा है कि प्रदेश में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां आए दिन सभी तरह के अपराध देखने को मिल रहे हें। लेकिन भाजपा का दावा है कि प्रदेश में अब दूरबीन से देखने पर भी अपराधी दूर-दूर तक नजर नहीं आते हैं।
कानून व्यवस्था की बात करके सत्ता में होना चाहते हैं काबिज
सभी राजनीतिक पार्टियां बेहतर कानून व्यवस्था की बात करके सत्ता में काबिज होने चाहती हैं। खुद की पार्टी में कितने दिग्गज नेता दागी हैं। इस पर किसी की नजर नही जाती है। फिर बात चाहे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की हो य पूर्व में रही बहुजन समाज पार्टी की हो। तो वहीं इस रेस में समाजवादी पार्टी भी कहीं ज्यादा पीछे रहना नही चाहती। यही कारण हैं कि इन पार्टियों में विधायक से लेकर दिग्गज नेता.. के खिलाफ तमाम आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बसपा ने 150 और बीजेपी 137 दागी उम्मीदवार उतारे
403 विधानसभा क्षेत्र वाले यूपी में भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 383 उम्मीदवार उतारे जिसमे 137 के खिलाफ केस दर्ज था। बावजूद इसके 312 विधायकों ने जीत हासिल की। एडीआर रिपोर्ट बीजेपी के 111 दागी विधायक विधानसभा में चुनकर आये। जिनके खिलाफ आपराधिमामले दर्ज हैं। एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक 2017 विधानसभा चुनाव में बसपा ने सबसे ज्यादा 38 फीसदी दागी उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा था। 400 सीटों पर .चुनाव लड़ने वाली बसपा ने करीब 150 दागी विधायकों को टिकट बांटा था। लेकिन उनकी झोली में मात्र 19 सीटें ही आई थी।
सपा ने उतारे थे 113 दागी उम्मीदवार
कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमला बोलने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इसमें पीछे नहीं यही वजह है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 307 उम्मीदवार उतारे थे जिसमे 113 उम्मीदवारों के खिलाफ किसी न किसी धाराओं में मुकदमा दर्ज था। शायद यही वजह..रही हो कि सपा के 46 विधायकों को जीत मिली। इनमें 14 विधायक दागी है। जिनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है।
यूपी के 143 विधायकों के खिलाफ दर्ज हैं मामले
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक यूपी विधानसभा में 143 ऐसे विधायक हैं जिनपर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के धाराओं के तहत अपराधिक केस दर्ज हैं। इसमें 101 विधायकों पर गंभीर धाराओ में मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास, छेड़छाड़ और धोखाधड़ी के ..मामले दर्ज हैं। बसपा के भी पांच में से चार विधायकों पर ऐसे ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। आने वाले चुनाव में देखना ये होगा की यूपी की कानून व्यवस्था पर आए दिन जुबानी हमला करने वाली पार्टियां 2017 विधानसभा चुनाव की तरह एक बार फिर दागियों पर भरेसा जताएंगी। या . या फिर आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में साफ सुथरी छवी के उम्मीदवार उतारेंगी
कांग्रेस भी पीछे नहीं
अपराधियों को मैदान में उतारने में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 144 उम्मीदवारों को मैदान . जिसमें से 36 पर अपराधिक मुकदमे दर्ज थे। इन सभी विधायक में से सिर्फ एक विधायक ही जीता था। कुल मिलाकर कोई भी पार्टी ऐसी नहीं है, जो अपराधों को मैदान में ना उतारती हो। अब देखना यह है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कौन सी पार्टी कितने अपराधियों को मैदान में खड़ा करती है और कितने साफ-सुथरी छवि वाले लोगों को मैदान में उतारेगी।