Punjab Assembly Election 2022: अमृतसर उत्तर विधानसभा सीट पर पांच बार जीती कांग्रेस, भाजपा को तीन बार मिली सफलता
अमृतसर उत्तर विधानसभा सीट पर 2017 में कांग्रेस के सुनील दुत्ती ने भाजपा के अनिल जोशी को हराया था.
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर एक बार फिर सरगर्मी शुरू हो गई है. सभी दलों में जीतने के लिए जोड़-तोड़ दलबदल की संभावनाएं दिख रही है. पंजाब की अमृतसर उत्तर विधानसभा सीट (Amritsar North Assembly Seat) जहां 2017 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. इस सीट को कांग्रेस बचाने के लिए कांग्रेस अभी से तैयारी करती दिख रही है. वहीं शिरोमणि अकाली दल इस सीट पर वापसी के दांव लगा रही है. लंबे समय से यह सीट कांग्रेस के पास है. अमृतसर उत्तर विधानसभा सीट (Amritsar North Assembly Seat) पर कांग्रेस के प्रत्याशी पांच बार से जीतकर अपना कब्जा बनाए हुए है. इस सीट पर भाजपा को भी जीत मिली है.
कब कौन जीता
अमृतसर उत्तर विधानसभा सीट (Amritsar North Assembly Seat) पंजाब के अमृतसर जिले में आती है. 2017 में कांग्रेस से सुनील दुत्ती ने भारतीय जनता पार्टी के अनिल जोशी को 14236 के मतों से हराया था. वहीं 2012 में भाजपा के अनिल जोशी 62,374 मतों के साथ कांग्रेस के करमजीत सिंह रिंटू को हराकर जीत दर्ज किया था. 2007 में भाजपा के अनिल जोशी 33,397 मतों के साथ कांग्रेस के जुगल किशोर शर्मा को हराकर जीत दर्ज किया था.
2002 में कांग्रेस के जुगल किशोर शर्मा 31,024 मतों के साथ भाजपा के बलदेव राज चावला को हराकर जीत दर्ज किया. 1997 में भाजपा बलदेव राज चावला 35,661 मतों के साथ कांग्रेस के फकीर चंद शर्मा को हराकर जीत दर्ज किया. 1992 में कांग्रेस के फकीर चांद 20,412 मतों के साथ भाजपा के सत पाल महाजन को हराकर जीत दर्ज किया. 1985 में कांग्रेस के ब्रिज भूषण मेहरा 25,354 मतों के साथ भाजपा के सतपाल महाजन को हराकर जीत दर्ज किया.1980 में कांग्रेस ब्रिज भूषण मेहरा 26,965 मतों के साथ भाजपा के हरबंस लाल खन्ना को हराकर जीत दर्ज किया.1977 में जेएनपी के हरबंस लाल खन्ना 28,306 मतों के साथ कांग्रेस के परताप चाँद भंडारी को हराकर जीत दर्ज किया था.
कांग्रेस की मजबूत सीट
अमृतसर उत्तर विधानसभा सीट (Amritsar North Assembly Seat) अमृतसर संसदीय क्षेत्र में आता है. यहां से कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला सांसद है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के हरदीप पुरी को 99626 से हराकर जीत हासिल किया था. अमृतसर उत्तर सीट पर कांग्रेस ने पांच बार अपनी जीत दर्ज की है. जबकि अकाली भाजपा गठबंधन में तीन बार भाजपा ने जीत हासिल की है.कांग्रेस आगामी चुनाव में अपने इस मजबूत किले को बचाने के लिए उतरेगी तो वहीं अकाली दल यहां अपना परचम लहराना चाहेगी.