2022 की तैयारी:स्वच्छता के लिए 10 करोड़ से डस्टबिन, ठेले मोबाइल टॉयलेट व फॉगिंग मशीनें खरीदेगा निगम
- इस बार ग्वालियर की रैंकिंग घटी इसलिए नए संसाधन जुटाए जाएंगे
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में टॉप 10 रैंक हासिल करने के लिए नगर निगम ने जहां एक तरफ मैदानी अमले पर कसावट केे साथ गंदगी फैलाने वाले लाेगाें पर जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है ताे वहीं अब स्वच्छता के लिए नए संसाधन भी जुटाए जाएंगे। इसके लिए नगर निगम 10 करोड़ रुपए खर्च कर कचरा कलेक्शन के लिए 200 हाथ ठेला और 2000 डस्टबिन खरीदेगा।
साथ ही फॉगिंग मशीन, मोबाइल टॉयलेट, वाटर मिस्ट कैनन व्हीकल और रोड स्वीपर मशीनें भी खरीदी जाएंगी। एक महीने में ठेला और उसमें रखने वाली डस्टबिन शहर में आ जाएंगी। शेष संसाधन नए साल के पहले महीने में खरीद लिए जाएंगे।
सड़कों की साफ-सफाई के बाद जगह-जगह से कचरा कलेक्शन करने वाले ठेला और डस्टबिन टूट चुके हैं। ऐसे में सफाई संरक्षक जुगाड़ कर कचरा कलेक्शन कर रहे हैं। यह समस्या सामने आने पर नगर निगम ने जल्द से जल्द यह सामान क्रय करने का फैसला किया है।
ये होंगे फायदे: कचरा कलेक्शन बढ़ेगा
- हाथ ठेला और डस्टबिन आने के बाद कचरे का ज्यादा कलेक्शन होगा। सड़कों पर कचरा नहीं फैलेगा।
- ई-रिक्शा आने पर डोर-टू-डोर कलेक्शन ज्यादा होगा।
- मोबाइल टॉयलेट से कार्यक्रम स्थल एवं अन्य जगह-जगह खड़ा करने से खुले में शौच और पेशाब करने से लोगों को रोका जा सकेगा।
- अभी क्षेत्रीय कार्यालयों पर एक-एक फॉगिंग मशीन है। इसके बाद दो-दो की संख्या हो जाएगी।
- रोड स्वीपर मशीनों से सड़क किनारे डिवाइडर के पास जमी धूल को साफ किया जा सकेगा।
- वाटर मिस्ट कैनन व्हीकल से धूल के कणों को थामा जा सकेगा। कोरोना संक्रमण के दौरान सेनेटाइजेशन जैसे अन्य काम होंगे।
एक करोड़ रुपए से 10 मोबाइल टॉयलेट दूसरे चरण में खरीदे जाएंगे
नगर निगम पहले चरण में 5 मोबाइल टॉयलेट खरीदेगा। इस पर 25 लाख रुपए खर्च होंगे। इनके आने के बाद दूसरे चरण में 10 मोबाइल टॉयलेट फिर खरीदी जाएंगी। इसे खरीदने पर एक करोड़ खर्च होंगे।
संसाधन आने से काम बेहतर होगा
हम जल्दी सफाई व्यवस्था के लिए हाथ ठेले, डस्टबिन, मोबाइल टॉयलेट, ई-रिक्शा आदि सामान मंगा रहे हैं। ये संसाधन आने के बाद सफाई व्यवस्था में और सुधार देखने को मिलेगा।
-किशोर कन्याल, आयुक्त, नगर निगम