भोपाल ….पंचायत चुनाव में पारदर्शिता के लिए महत्वपूर्ण निर्णय …. नतीजों के 15 दिन के अंदर 52 जिला पंचायत और 313 जनपद के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों का करना होगा चुनाव
जिला और जनपद अध्यक्ष के अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुने जाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार बड़ा बदलाव किया है। इसमें अब जिला और जनपद पंचायतों के सदस्यों का चुनाव परिणाम घोषित होने के 15 दिन के भीतर जिला और जनपद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को चुनना होगा। यह व्यवस्था इसलिए की गई है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के चुनाव में अनावश्यक विलंब न हो।
वर्ष 2014 में जिला और जनपद के अध्यक्षों का चुनाव करने के लिए 1 महीने का समय तय था, लेकिन उस दौरान खासतौर पर राजनीतिक दलों को प्रतिष्ठा का प्रश्न बने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अनियमितताएं सामने आई थी। इसमें खासतौर पर चुने हुए सदस्यों की खरीद-फरोख्त ज्यादा हुई थी। इस स्थिति को देखते हुए चुनाव पूरी पारदर्शिता से हों इसलिए राज्य निर्वाचन आयोग ने यह बदलाव किया है।
प्रदेश में पंचायतों के चुनाव तीन चरणों में आगामी 6 और 28 जनवरी तथा 16 फरवरी को कराए जा रहे हैं। इसमें 52 जिला पंचायत के 859 सदस्य, 313 जनपद के 6727 सदस्यों, 22581 सरपंच और 22581 ग्राम पंचायतों के 3,62,754 सदस्यों के चुनाव होना है। इस प्रक्रिया में जनपद और जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव नतीजे 22 और 23 फरवरी को आ जाएंगे।
13 तक देना होगा अफसरों के ट्रांसफर कर सर्टिफिकेट
पंचायत चुनावों की आदर्श आचरण संहिता लागू होने के बाद 13 दिसंबर को चुनाव अधिसूचित होने की तारीख तक राजस्व और गृह विभाग से तीन साल से ज्यादा समय से एक ही जगह पर अधिकारियों के ट्रांसफर कर सर्टिफिकेट राज्य निर्वाचन आयोग को सौंपना है। इस प्रक्रिया में एसडीओ राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, थाना निरीक्षक, उप निरीक्षक, सहायक निरीक्षक और पंचायत सचिव के तबादले होना है।