ननिहाल में पले-बढ़े बाहुबली इंद्रप्रताप तिवारी ….. बचपन से ही दबंग व आक्रामक स्वभाव वाले हैं खब्बू,चांद हत्याकांड के बाद पहली बार सुर्खियों में आया नाम
बाहुबली इंद्रप्रताप तिवारी खब्बू विधानसभा की सदस्यता समाप्त होने के बाद गुरुवार को सुर्खियों में हैंl वे अयोध्या जिले के गोशाईगंज विधानसभा सीट से साल 2017 में भाजपा-अपना दल के प्रत्याशी के रूप में पहली बार विधायक बने थेl बचपन से ही दबंग व आक्रामक स्वभाव वाले खब्बू अपने विरोधियों को हर हाल में शिकस्त देने के लिए जाने जाते हैंl
बचपन से ही बरईपारा अपने ननिहाल में ही रह कर पले बढ़े
साकेत महाविद्यालय में बीएससी दूसरे साल के प्रवेश में फर्जी अंकपत्र लगाने के मामले में पांच साल की सजा के बाद बाद से गत 18 अक्टूबर से फैजाबाद जेल में बंद हैंl खब्बू तिवारी मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले हैंl पर उनके जीवन अयोध्या में मौजूद ननिहाल में बीता जो कि मया ब्लॉक के बरईपारा गांव में हैl वह बचपन से ही बरईपारा अपने ननिहाल में ही रह कर पले बढ़े और उच्च शिक्षाअयोध्या के साकेत महाविद्यालय से प्राप्त कीl
राजनीतिक कैरियर साकेत महाविद्यालय के महामंत्री पद की जीत से 92 में शुरू हुआ
खब्बू तिवारी का राजनीतिक कैरियर साकेत महाविद्यालय के महामंत्री पद की जीत से 92 में शुरू हुआl जो दो बार जिला पंचायत सदस्य रहेl इसके बाद गोसाईगंज विधानसभा से अपना दल भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतेl इसके पहले 2007 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर अयोध्या विधानसभा चुनाव लड़े तो 2012 मैं बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर गोसाईगंज विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरे लेकिन दोनों बार किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और गोसाईगंज विधानसभा में लगभग 62000 वोट पाकर भी सपा के अभय सिंह के मुकाबले में चुनाव हार गये।
अयोध्या जिला जेल में निरुद्ध है और जमानत के लिए हाईकोर्ट में जूझ रहे हैं
2017 में किस्मत ने खब्बू का साथ दिया और वे यह चुनाव जीत गये। लेकिन दुर्भाग्य ने उनका पीछा नही छोड़ा और पांच साल पूरे होते उसके पहले ही फर्जी अंक प्रमाण पत्र के सहारे दाखिला लेने के मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने उन्हें पांच साल की सजा सुना दी।मौजूदा समय में खब्बू तिवारी अयोध्या जिला जेल में निरुद्ध है और जमानत के लिए हाईकोर्ट में जूझ रहे हैं।
अयोध्या,सुल्तानपुर व मिर्जापुर सहित कई जिलों में हत्या व हत्या के प्रयास में उनका नाम
सन् 1991 में फैजाबाद के पुष्पराज चौराहे पर चांद नैय्यर इकबाल हत्यकांड में उनका नाम सामने आयाl खब्बू इसमें बच तो गए पर इसके बाद अयोध्या,सुल्तानपुर व मिर्जापुर सहित कई जिलों में हत्या व हत्या के प्रयास में उनका नाम सामने आयाl इनके बारे में कहा जाता है कि खब्बू विरोधियों को उनकी भाषा में तुरन्त जबाब देने में माहिर हैंl
खब्बू एक बेटी के पिता हैं और वे डेढ़ साल की अपनी बेटी से बहुत प्यार करते हैं
सब कुछ के बावजूद खब्बू एक बेटी के पिता हैं और वे डेढ़ साल की अपनी बेटी से बहुत प्यार करते हैंl सब कुछ के बाद जब वे घर-परिवार की खातिर खुद को बदलने की चाहत में थे तो एक बार फिर संघर्ष के मोड़ पर आ खड़े हुए हैंl उनके परिजनों को भरोसा हैं कि उन्हें षडयंत्रपूर्वक फंसाया गया है जिसमें जल्द ही उन्हें इंसाफ मिलेगाl