उत्तर प्रदेश में 80 दिन में 10 बड़े एनकाउंटर …! टॉप-2 एनकाउंटर स्टेट में यूपी …
जालौन में सिपाही की हत्या के 4 दिन बाद हत्यारोपी ढेर …
- जालौन डबल एनकाउंटर की कहानी शुरू होती है चौकी पर तैनात सिपाही की हत्या से…
9/10 मई की रात उरई की हाईवे चौकी पर सिपाही भेदजीत ड्यूटी पर थे। तभी उन्हें सूचना मिलती है कि 2 बदमाश फैक्ट्री एरिया में लोहा चोरी कर रहे हैं। इस इनपुट के आधार पर भेदजीत अलर्ट हो गए, वह चौकी के पास ही थे तभी उन्हें बदमाश दिखाई दिए।
सिपाही भेदजीत ने उनका पीछा किया। इससे गुस्साए बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में वह बच गए लेकिन बदमाशों ने उन्हें पकड़कर भारी हथियार से उन पर हमला कर दिया। इसमें भेदजीत की मौत हो गई। जब उनकी बॉडी मिली तब उनके शरीर पर 25 चोटों के निशान थे। पर्स और मोबाइल गायब थे।
चौकी पर तैनात सिपाही की हत्या की खबर ने जालौन पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा दिया। जालौन SP ई राजा ने भेदजीत की हत्या करने वाले बदमाशों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।
14 मई को एनकाउंटर से पहले फिर एक इनपुट मिला
डबल एनकाउंटर पर जालौन के SP ई राजा ने बताया, “हमें सूचना मिली थी कि दोनों बदमाश उरई के पास फैक्ट्री एरिया में आने वाले हैं। इस आधार पर हमारी टीमें मौके पर पहुंची। सबसे पहले हमने इलाके की घेराबंदी की। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी।”
“12 बजे के बाद बदमाश वहां पहुंचे तो हमने उन्हें रुकने का इशारा किया। लेकिन वह नहीं माने। इस बीच, उरई SHO शिव कुमार राठौर और 2 सिपाहियों ने उनका पीछा किया तो बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें SHO के हाथ पर गोली लग गई। जबकि 2 सिपाही बुलेट प्रूफ जैकेट की वजह से बच गए।”
“बदमाश लगातार फायरिंग कर रहे थे। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इससे दोनों बदमाश घायल हो गए। फायरिंग रुकी तो पुलिस दोनों के पास पहुंची। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मारे गए अपराधियों की पहचान कल्लू अहिरवार और रमेश के रूप में हुई। दोनों उरई के ही रहने वाले थे। बदमाशों के पास से भेदजीत का टूटा हुआ मोबाइल और उनका पर्स भी बरामद हुआ है।”
कल्लू और रमेश का एनकाउंटर बीते 80 दिनों में हुआ 9वां और 10वां एनकाउंटर है। बीते 6 साल में पुलिस और STF अब तक कुल 186 एनकाउंटर कर चुकी है। यूपी पुलिस के ऑफिशियल फीगर के मुताबिक, मार्च 2017 से लेकर अप्रैल 2022 के बीच पुलिस और अपराधियों की 9,434 बार मुठभेड़ हुई। मार्च 2023 तक मुठभेड़ों का ये आंकड़ा बढ़कर 10,500 से ज्यादा हो गया। इन मुठभेड़ों में 23 हजार से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, 12 पुलिसकर्मियों की मौत हुई।
उत्तर प्रदेश में 80 दिन में 10 बड़े एनकाउंटर …
कल्लू-रमेश के एनकाउंटर के बाद अब यूपी में बीते 80 दिनों में कुल 10 मोस्ट वांटेड अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया गया। इन एनकाउंटर्स में पहले नंबर पर अतीक का ड्राइवर अरबाज, दूसरे नंबर पर विजय चौधरी उर्फ उस्मान, तीसरे नंबर पर आनंद सागर, नंबर 4 पर राशिद, 5वें नंबर पर आदित्य राणा, नंबर 6 पर अतीक का बेटा असद, 7वें नंबर पर गुलाम मोहम्मद, नंबर 8 पर गैंगस्टर अनिल दुजाना, नंबर 9 पर कल्लू अहिरवार और 10वें नंबर पर रमेश का नाम शामिल है।
- अब बारी-बारी इन सभी एनकाउंटर्स को डिटेल से जानते हैं…
एनकाउंटर नंबर -1
अपराधी का नाम: अरबाज
काम: अतीक का ड्राइवर
मौत: 27 फरवरी 2023
यूपी पुलिस ने 27 फरवरी को माफिया अतीक अहमद के करीबी अरबाज को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। उमेश पाल की हत्या में शूटरों ने जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही चला रहा था। अतीक जब पॉलिटिक्स में सक्रिय था तब से अरबाज उसकी गाड़ी चलाता था। उमेश की हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया, वह भी अरबाज के घर के बाहर मिली थी।
एनकाउंटर नंबर- 2
अपराधी का नाम: विजय चौधरी उर्फ उस्मान
काम: अतीक का शूटर
मौत: 6 मार्च 2023
प्रयागराज के लालापुर का रहने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान एक शार्प शूटर था। उस्मान ने ही उमेश पर सबसे पहले फायरिंग की थी। यूपी पुलिस ने 6 मार्च को प्रयागराज के कौंधियारा में उसे एनकाउंटर में मार गिराया। विजय चौधरी का नाम उमेश हत्याकांड में दर्ज की गई शुरुआती FIR में नहीं था।
एनकाउंटर नंबर- 3
अपराधी का नाम: आनंद सागर
काम: जौनपुर, आजमगढ़, वाराणसी और सतना में लूट और हत्या
मौत: 16 मार्च 2023
यूपी और सतना पुलिस ने मिलकर मध्यप्रदेश के कुख्यात अपराधी आनंद सागर को जौनपुर में मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया। आनंद सतना में मुनीम की हत्या और लूट के मामले में शामिल मुख्य शूटर था। उस पर 30 हजार का इनाम भी रखा गया था।
मुखबिर की सूचना पर एमपी और जौनपुर पुलिस ने बक्शा थाना क्षेत्र के अलीगंज हाईवे पर जब आनंद सागर को घेरा तो वह पुलिस पर फायर कर वो भागने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से आनंद घायल हो गया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एनकाउंटर नंबर- 4
अपराधी का नाम: राशिद उर्फ सिपहिया
काम: सुरेश रैना के फूफा और बुआ की हत्या की
मौत: 1 अप्रैल 2023
पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा और बुआ की हत्या करने वाले आरोपी राशिद उर्फ सिपहिया को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। राशिद का अपने इलाके में ऐसा खौफ था कि लोग उसे सिपाही नाम से भी जानते थे। राशिद के खिलाफ 15 केस दर्ज थे और उस पर पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम भी रखा था। मुजफ्फरनगर के शाहपुर इलाके में हुई मुठभेड़ में उसे एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया।
एनकाउंटर नंबर- 5
अपराधी का नाम: आदित्य राणा
काम: कुख्यात लुटेरा
मौत: 12 अप्रैल 2023
बिजनौर पुलिस ने 2.5 लाख के इनामी कुख्यात आदित्य राणा को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। देर रात करीब 2 बजे बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र में बुढ़नपुर हाइवे पर फरार चल रहे बदमाश आदित्य राणा की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। एनकाउंटर में आदित्य की मौत हो गई जबकि उसको दबोचने गए 6 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। आदित्य पर लूट सहित 40 मुकदमे दर्ज थे।
एनकाउंटर नंबर- 6, 7
अपराधी का नाम: असद और गुलाम मोहम्मद
काम: उमेश पाल हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी
मौत: 13 अप्रैल 2023
अतीक के बेटे असद और गुलाम का यूपी STF ने झांसी में एनकाउंटर कर दिया। दोनों पर उमेश पाल पर फायरिंग का आरोप था। प्रयागराज शूटआउट में जो CCTV फुटेज सामने आया था, उसमें भी दोनों फायरिंग करते नजर आए थे। दोनों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित था।
एनकाउंटर नंबर- 8
अपराधी का नाम: अनिल दुजाना
काम: 18 मर्डर समेत 62 मुकदमे दर्ज
मौत: 4 मई 2023
यूपी STF ने मेरठ में गैंगस्टर अनिल दुजाना को एनकाउंटर में मार गिराया। वह नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था। 3 साल से अयोध्या जेल में बंद था। कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था। इसके बाद से फरार चल रहा था। दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे। वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था।
एनकाउंटर में मौत के मामले में यूपी भारत में दूसरे नंबर पर
8 फरवरी 2022 को संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्र सरकार ने बताया कि जनवरी 2017 से जनवरी 2022 के बीच पुलिस एनकाउंटर में मौत के बाद सबसे ज्यादा 191 केस छत्तीसगढ़ में दर्ज हुए। दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश है, जहां कुल 117 केस दर्ज हुए हैं।
आखिर में यूपी में 2020 से 2023 के बीच हुए चर्चित एनकाउंटर जान लीजिए…
- 10 जुलाई 2020 को विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। विकास को यूपी पुलिस उज्जैन से कानपुर ला रही थी। इस दौरान गाड़ी पलटी और विकास ने भागने की कोशिश की। तभी पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया।
- 25 जुलाई 2020 को गैंगस्टर टिंकू कपाला को STF ने मार गिराया। टिंकू पर 1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था।
- 21 फरवरी 2021 को कासगंज मर्डर केस का मुख्य आरोपी मोती सिंह एनकाउंटर में ढेर हो गया। मोती पर सिधपुरा पुलिस स्टेशन के एक कॉन्स्टेबल की हत्या का आरोप था। उस पर कासगंज के एक सब-इंस्पेक्टर पर हमला करने का भी आरोप था।
- 18 अक्टूबर 2021 को लखनऊ के गोमती नगर में बांग्लादेशी गैंगस्टर हमजा पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया।
- 30 अक्टूबर 2021 को चित्रकूट- एमपी बॉर्डर पर डकैत गौरी यादव एनकाउंटर में मारा गया। गौरी पर यूपी और एमपी में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, फिरौती जैसे 140 मुकदमे दर्ज थे।
- 30 सितंबर 2022 को गैंगस्टर विनोद कुमार सिंह और जौनपुर पुलिस के बीच बदलापुर थाना क्षेत्र में फायरिंग हुई। इसमें विनोद मारा गया। विनोद पर 1 लाख रुपए का इनाम था।
- साल 2023 का सबसे चर्चित एनकाउंटर रहा असद-गुलाम का। 13 अप्रैल 2023 को झांसी में हुई मुठभेड़ में दोनों को मारा गया।