यूपी में गंगा पर सियासत ….. वीआईपी मुखिया मुकेश साहनी बोले- वो गंगा माता ने बुलाया है, कहकर चुनाव लड़ते हैं, असली गंगापुत्र तो हम

यूपी की सियासत के कई रंग है। अब वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) निषाद बाहुल्य 160 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। इससे पहले पार्टी मुखिया मुकेश साहनी ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में पीएम मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी गुजरात से आकर बनारस में चुनाव लड़ते हैं। वu कहते हैं कि गंगा माता ने बुलाया है। असली गंगापुत्र तो हम हैं। हम क्यों नहीं बनारस से चुनाव लड़ सकते”।

चुनाव से पहले पार्टी फूलन देवी की 50 हजार प्रतिमाएं, 5 लाख लॉकेट और 10 लाख कैलेंडर बांटने की तैयारी में है। वीआईपी पार्टी के संस्थापक और बिहार सरकार के पशुपालन मंत्री मुकेश साहनी 18 दिसंबर को लखनऊ आए। पढ़िए क्या कुछ कहा मुकेश सहनी ने…

मुकेश सहनी निषाद समाज के लोगों का अभिवादन करते हुए।
मुकेश सहनी निषाद समाज के लोगों का अभिवादन करते हुए।

सवाल- आप फूलन देवी की मूर्तियां बांट रहे हैं? अभी ही क्यों?
जवाब- ये तो हम पहले से ही कर रहे हैं। हम तो हमेशा फूलन देवी को मान रहे हैं। जो लोग फूलन देवी को नहीं मानते, वे कहीं न कहीं हमें भी नहीं मानते। फूलन देवी की प्रतिमा लगाने पर जिन लोगों को आपत्ति है। वे हमें पसंद नहीं करते। ऐसे लोगों को एक्सपोज करना जरूरी है। उनकी प्रतिमा से नफरत करेंगे, तो निषाद, मछुआरा से भी नफरत करेंगे।

सवाल- आप फूलन देवी का राजनीतिकरण नहीं कर रहे?

जवाब- बिल्कुल भी नहीं। हमने मूर्ति लगवाने की कोशिश की, उन्होंने रोका क्यों? नहीं रोकते तो मामला कहीं नहीं फंसता। उन लोगों ने राजनीति की। हमने तो अपने पूर्वज, माता-बहनों को सम्मान देने का काम किया।

सवाल- उत्तर प्रदेश की जनता बाहरियों या बिहारियों को क्यों स्वीकार करेगी?

जवाब- हम तो ऑप्शन दे रहे हैं कि संजय निषाद हमारे साथ आइए। आप ही राज कीजिए। हमें तो चुनाव भी नहीं लड़ना। निश्चित तौर पर यूपी का बेटा ही चुनाव लड़ सकता है। बाहरी नहीं लड़ सकता। हां, लोकसभा लड़ सकते हैं। गुजरात से अगर मोदी बनारस आकर सांसद बन सकते हैं तो क्या बिहार से बनारस आकर हम लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ सकते। जब गुजरात वाले बनारस में आकर, गंगा माता ने बुलाया है, कहकर राजनीति कर सकते हैं, तो हम तो रियल गंगापुत्र हैं। तो हम क्यों नहीं बनारस में जाकर चुनाव लड़ेंगे।

सवाल- संजय निषाद आप पर वोटकटवा राजनीति का आरोप लगाते हैं?

जवाब- उनको जो बोलना है, वह बोल सकते हैं। पॉलिटिक्स में तो आरोप लगाएंगे ही। मार्च में पता चल जाएगा। कौन वोट काटने वाला है? कौन लड़ने वाला है। रमाबाई अंबेडकर मैदान से आरक्षण की घोषणा होने वाली है। इस झूठ का प्रचार कैसे किया। कहीं न कहीं समाज को गुमराह आपने ही कराया है। जैसे आपने सपा के साथ अपने बेटे को चुनाव लड़ाया। बीजेपी के साथ अपने बेटे को चुनाव लड़ाया, तो वीआईपी पार्टी के साथ भी लड़ाइए। मालिक बनिए और राजनीति कीजिए, समाज के साथ।

सवाल- बिहार में आप भाजपा के साथ हैं, यहां आप साथ हैं या खिलाफ?

जवाब- यहां पर हम अपनी जमीन बना रहे हैं। हमारी इच्छा और विचारधारा है कि हमारी पार्टी देश में राष्ट्रीय पार्टी बने। उसके लिए 5 राज्यों में चुनाव लड़कर, कुछ प्रतिशत वोटर लाकर, कुछ विधायक सांसद बनाते हैं। तब उसकी मान्यता प्राप्त होगी। अभी हमें बिहार में वोट मिले हैं। अब यूपी में हमारे लोग वोट देंगे। फिर बंगाल, झारखंड, उड़ीसा भी ऐसे ही करेंगे।

सवाल- आपने अपने भाषण में उत्तर प्रदेश को देश घोषित करने की बात क्यों कही?

जवाब- प्रदेश बहुत बड़ा है। यहां एक कोने से दिन में चलना शुरू करेंगे तो रात में दूसरे कोने तक पहुंचेंगे। इतना बड़ा प्रदेश है तो हमने मजबूती से काम करने के लिए ऐसा कहा था।

सवाल- 17 दिसंबर की रैली में आरक्षण की घोषणा नहीं होने से निषाद ही निषादों के खिलाफ हो गए हैं। इसके बारे में क्या कहेंगे?

जवाब- लीडर अगर ईमानदारी से काम करेंगे तो कोई लड़ाई नहीं होगी। लीडर अगर अपने परिवार को फायदा पहुंचाने की बात करेंगे, तो समाज को लगेगा ही कि हमारे अधिकार का हनन हो रहा है। अगर MLC या सांसद प्रदेश के दूसरे निषाद को बनाते तो लोगों में भरोसा बढ़ता। मुझ पर लोग इसलिए भरोसा कर रहे हैं क्योंकि मैं यूपी में सीएम या विधायक बनने नहीं आया।

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