आयुर्वेदिक लाइफस्टाइ ….. फ्री की धूप यूं ही न लें-जानें सही तरीका, तभी वजन घटाने-टेंशन मिटाने-हड्डियां मजबूत बनाने में मिलेगी मदद
कुछ लोगों के मन में धूप सेंकने को लेकर कई शंकाएं होती हैं। उन्हें लगता है कि ऐसा करने से कहीं स्किन कैंसर न हो जाए जबकि धूप सेंकने का ब्यूटी और हेल्थ के ऊपर सीधा असर देखा गया है। सूर्य नमस्कार के फायदों के बारे में हजारों साल पुराने आयुर्वेद में खूब लिखा गया है। करीब सौ-डेढ़ सौ साल से पाॅपुलर नेचुरोपैथी में भी इसकी खासियत को गिनाया जाता है।

नारियल तेल से क्यों नहीं
तिल या सरसों के तेल से मालिश करें। ये दाेनों तेल गरम तासीर के होते हैं इसलिए सर्दी के मौसम में इनकी मालिश अच्छी होती है। फिर उत्तर भारत में तिल और सरसों की खेती अधिक होने के कारण भी ये तेल आसानी से मिल जाते हैं।
नारियल का तेल ठंडा माना जाता है। इसलिए इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।बारिश के मौसम में धूप कम निकलती है और गरमी के मौसम की धूप में बहुत तेजी हाेती है। इसलिए सूर्य स्नान के लिए सर्दी का माैसम सबसे सही रहता है।

सूर्य स्नान का सेहत से जुड़ा राज
फैटी फिश, लीवर, एग योक, चीज, सोया मिल्क में विटामिन-डी खूब मिलता है। हालांकि, सनलाइट इसका सबसे अच्छा स्रोत है। सुबह की नर्म मुलायम धूप त्वचा को फायदा पहुंचाती है, तेज धूप से त्वचा को नुकसान होता है।
ज्यादा देर तक धूप में बैठने से त्वचा की रंगत गहरी होती है। अधिक तेज धूप में बैठने से स्किन कैंसर का खतरा भी रहता है।

सबको नहीं आता सही तरीके से धूप सेंकना
सुबह-सवेरे वॉशरूम से फ्री होने के बाद सूर्य नमस्कार करें। इसके बाद पांच से सात मिनट तक वार्मअप एक्सरसाइज कर लें। इससे शरीर के जॉइंट्स एक्टिव हो जाएंगे। पूरे शरीर पर तेल को गुनगुना करने के बाद लगाएं। पतला सफेद कपड़ा पहनें और घर की छत या खुली जगह पर जाकर सूर्य स्नान करें। संभव हो तो गोल घूमते हुए धूप सेंकें।
धूप सेंकने का अधिक से अधिक फायदा उठाना चाहते हैं, तो चार-चार के सेट में एक या दो बार सूर्य नमस्कार कर लें। सुबह 7 बजे 9 बजे तक का समय इसके लिए सबसे सही है। सुबह नहीं कर पाते हैं तो शाम को ढलते सूरज के समय धूप सेंके। जिन लोगों को सुबह की ठंड सहन नहीं होती है, उनके लिए भी शाम का समय सही रहेगा। इस मौसम में शाम को 4 से 5 बजे धूप में बैठना सही रहेगा।

रोग पास नहीं फटकेंगे, कुछ सप्ताह करके तो देखें
ब्लड प्रेशर के मरीजों को यह काफी फायदेमंद माना गया है। त्वचा की भीतरी ऊपरी सतह में नाइट्रिक ऑक्साइड रहता है, जो सूर्य की किरणों के संपर्क में जाते ही रिलीज होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है। धूप के कारण ब्लड वेसेल्स फैलते हैं, इस वजह से भी रक्त का दबाव नहीं बन पाता।
विटामिन डी की वजह से शरीर में पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन बनता है। इससे डायबिटीज कंट्रोल में रहता है। शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स शरीर से बाहर निकलते हैं। बच्चे के तीन महीने के होने के बाद मालिश करने के बाद धूप में लिटाएं।

मूड खराब है, तो महिलाएं धूप सेंकें
धूप सेंकने से सेरेटोनिन रिलीज होता है। इसका सीधा असर मूड पर पड़ता है। डिप्रेशन और एग्जाइटी जैसी बीमारयां दूर हो जाती है। तनाव से परेशान महिलाओं के लिए यह बहुत ही अच्छा इलाज है। मेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं के लिए धूप सेंकना फायदेमंद होता है क्योंकि इस उम्र में हडि्डयां कमजोर होने लगती है। बोन फ्रैक्चर होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
महिलाओं के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि धूप सेंकने से वेट लॉस होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बाटा में हुए इस शोध में यह साबित हुआ है। धूप सेंकते ही शरीर में मौजूद ट्राइग्लिसराइड और कॉलेस्टेरॉल काे विटामिन- डी में बदलना शुरू कर देता है।

एक से बढ़कर एक फायदा
आंखों के लिए अमृत की तरह होता है धूप सेंकना। धूप की तरफ चेहरा करके आंखें बंद करके पांच-दस सेंकंड तक कई बार आंख सेंकें। जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, अल्जाइमर के पेशेंट को सुबह के समय की धूप में ले जाएं, तो उनमें भूलने की समस्या दूर होती हैं। कुछ लोगों को नींद नहीं आती है इसके लिए वह नींद की गोलियां लेते हैं।
अनिद्रा से परेशान लाेग धूप सेंकें, तो उनके शरीर में मेलोटोनिन रिलीज होगा, यह नींद लाने के लिए अच्छा तत्च है। इससे अच्छी नींद आएगी।