नाईट कर्फ्यू:मथुरा वृंदावन में नाईट कर्फ्यू की स्थिति, agritpatrika.com की ग्राउंड रिपोर्ट
ओमिक्रॉन को फैलने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 25 दिसंबर से नाईट कर्फ्यू लगा दिया। रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लगाए गए इस नाईट कर्फ्यू के आदेशों का मथुरा वृंदावन में कितना किया पालन या लोगों ने उड़ाईं धज्जियां यह जानने के लिए agritpatrika.com ने ग्राउंड रिपोर्ट की।
बांके बिहारी मार्ग पर नहीं दिखा असर
agritpatrika.com की टीम रात 11बजकर 5 मिनट पर नाईट कर्फ्यू की हकीकत जानने के लिए सड़कों पर निकली। सबसे पहले टीम पहुंची वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के पास विद्यापीठ चौराहे पर। यहां भीड़ थी , दुकानें भी खुली थी। लोग बिना मास्क के घूम रहे थे। हालांकि कुछ दुकानदार जल्दी जल्दी अपनी दुकान बंद करते नजर आए। करीब दस मिनट तक यहां रुकने के बाद हम चल दिये इस्कॉन की तरफ।
इस्कॉन पर दिखा असर
रात 11 बजकर 15 मिनट
इस्कॉन टेंपल की तरफ जब टीम जा रही थी तो हृनिकुंज चौराहे के पास मौजूद रेस्टोरेंट खुले नजर आए। यहां रेस्टोरेंट खुले थे पर्यटक ओमिक्रॉन से बेखबर मौजूद थे। यहां से हम आगे बढ़े तो सड़कों पर कुछ सन्नाटा नजर आया। इस्कॉन टेंपल पर जब पहुंचे तो यहां मार्केट पूरी तरह बंद था । इक्का दुक्का दूध का ठेला लगाने वाले अपना सामान समेट कर जाने की तैयारी कर रहे थे। सड़कों पर भी इक्का दुक्का लोग ही नजर आए। इस्कॉन पर लगा लोग जागरूक हैं और नियमों का पालन कर रहे हैं।
प्रेम मंदिर रोड पर न मास्क ,न सोशल डिस्टेंसिंग
रात करीब 11बजकर 25 मिनट
इस्कॉन से जब हम प्रेम मंदिर की तरफ बढ़े तो सौ फुटा चौराहा के सामने पहुंचने पर लगा कि शायद कोरोना महामारी है ही नहीं। दुकाने खुली थी रेस्टोरेंट खुले थे। लोग बेफिक्र बिना मास्क बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किये घूमते नजर आए। रेस्टोरेंट पर भी खाना खा रहे लोग सामाजिक दूरी का पालन करते हुए नहीं नजर वआए। रेस्टोरेंट वाले भी बिना मास्क लगाए ही व्यापार कर रहे थे। यहां लगा कि शायद नाईट कर्फ्यू अभी शुरू नहीं हुआ।
निगम चौराहा डूबा था अंधेरे में
प्रेम मंदिर के बाद भास्कर की टीम पहुंची नगर निगम चौराहा पर। यहां नाईट कर्फ्यू का पालन पूरी तरह से होता नजर आया। रंगनाथ मंदिर रोड हो , मथुरा रोड हो, बड़े बगीचा रोड हो या फिर अनाज मंडी रोड। सब तरफ सन्नाटा था , दुकानें बंद और सड़कों पर भी कोई नजर नहीं आ रहा था। रंगनाथ मंदिर के पास स्थित इस चौराहे पर दिन भर भीड़ रहती है लेकिन यहां नाईट कर्फ्यू का पूरी तरह पालन होता नजर आया।
मास्क न लगाने के अजब बहाने
इस हकीकत को जानने के दौरान अधिकांश लोग ऐसे मिले जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था। इन लोगों से जब बात की तो अजब बहाने बताने लगे। कोई बोला जेब में है तो कोई मफलर से मुंह ढकने की कोशिश करने लगा। कोई कह रहा था कि उसका परिजन मिस हो गया है इसलिए नहीं लगाया तो कोई कह रहा था कि सुबह से 3 मास्क लिए हैं लेकिन टूट जाते है। यानी जितने लोग उतने बहाने।