ग्वालियर…. सिंधिया ने किया एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट का निरीक्षण …. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य बोले- दिल्ली में रिंग रोड की तर्ज पर बनाई जा रही एलिवेटेड रोड
ग्वालियर में स्वर्ण रेखा (नदी) पर करीब 900 करोड़ रुपए से अधिक राशि का फोरलेन एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा स्वर्ण रेखा नदी पर IIITM से महारानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल तक करीब 6 किलोमीटर (लूप सहित 7 किमी) की इस सड़क के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। पहले फेज के लिए 406 करोड़ रुपए खर्च होंगे। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को एलिवेटेड रोड निर्माण के संबंध में निरीक्षण कर अधिकारियों से चर्चा की।
उन्होंने कहा है कि दिल्ली की रिंग रोड की तर्ज पर एलिवेटेड रोड बनाई जा रही है। ऐसी बननी चाहिए कि लोग देखते रह जाएं। कहा है कि इसका काम जल्द शुरू होगा। इस दौरान प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, एसपी अमित सांघी, निगम आयुक्त किशोर कान्याल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने IIITM संस्थान पर पहुंचकर एलिवेटेड रोड के पहले पॉइंट स्थल का निरीक्षण किया। ड्रॉइंग डिजाइन भी देखते हुए एलिवेटेड रोड निर्माण के संबंध में तकनीकी मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि स्वर्ण रेखा पर बहुप्रतीक्षित एलिवेटेड रोड बन जाने से यातायात व्यवस्था सुदृढ़ होगी। शहर की सुंदरता भी बढ़ेगी। नागरिकों को उच्च तकनीकी के साथ बनी आकर्षक सड़क पर चलने की सुविधा भी मिलेगी।
पहले फेज में जितनी सड़क बननी है उस पर जाकर देखा
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने IIITM के बाद हजीरा होते हुए लक्ष्मीबाई समाधि स्थल तक का निरीक्षण किया। लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से एलीवेटेड रोड के संबंध में विस्तार से प्रस्तुतिकरण किया। यहां केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि प्रोजेक्ट करीब 900 करोड़ रुपए का है। पहले फेज में करीब 6 किलोमीटर सड़क बननी है। इसकी लागत 406 करोड़ है। टेंडर होते ही काम शुरू हो जाएगा। दूसरे फेस के लिए डीपीआर तैयार कराई जा रही है।