यूपी क्रिकेट एसोसिएशन ने किया 22 करोड़ का घोटाला! …..गाजियाबाद में स्टेडियम विकसित करने के लिए मिली थी रकम, BCCI से की गई शिकायत
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) पर घोटाले का आरोप लगा है। अलीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव प्रदीप सिंह ने BCCI से 1 जनवरी 2022 को इसकी शिकायत की। आरोप लगाया कि जून 2016 में यूपीसीए को मिले 22 करोड़ 60 लाख का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। यह रकम गाजियाबाद में बनने वाले स्टेडियम के इन्फ्रास्ट्रक्चर और डेवलपमेंट के लिए दी गई थी। इस रकम को दिए जाने का जिक्र BCCI ने अपनी साइट में भी किया है।
यूपीसीए ने 10 नवंबर 2019 को ग्लोबल टेंडर जारी किया था। लगभग एक साल बाद 30 सितंबर तक टेंडर को सबमिट करने को कहा गया था। इसके बाद आज तक किसी को नहीं मालूम कि आखिर उस टेंडर का क्या हुआ? इन्हीं आरोपों को लेकर BCCI से की गई शिकायत में प्रदीप सिंह ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रदीप सिंह ने सबूतों के साथ BCCI अध्यक्ष को ऑब्जर्वर नियुक्त कर जांच कराने की मांग की है।
मानकों को दरकिनार कर BCCI ने जारी की रकम
क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए BCCI प्रदेश के क्रिकेट संघ को कई तरह के बजट जारी करता है। मगर, उसके अपने पैमाने रहते हैं। स्टेडियम निर्माण के लिए रकम देने के मानक हैं कि जमीन कम से कम 28 से 30 एकड़ होनी चाहिए। इसके साथ ही निर्माण के लिए क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण से नक्शा पास होना चाहिए।
गाजियाबाद में बनने वाले स्टेडियम के लिए UPCA द्वारा सिर्फ 12 एकड़ जमीन खरीदी गई। इसका अब तक नक्शा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को जमा भी नहीं किया गया है। ऐसे में 22 करोड़ 60 लाख रुपए UPCA को देने को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
RTI में हुआ खुलासा
अलीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव प्रदीप सिंह ने RTI लगाकर सवाल किया था। 21 नवंबर 2021 को RTI के मिले जवाब में खुलासा हुआ कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में UPCA द्वारा किसी भी तरह के स्टेडियम के लिए नक्शा जमा ही नहीं किया गया। ऐसे में नक्शा पास होने का कोई सवाल ही नहीं है। मानकों के हिसाब से जमीन भी नहीं खरीदी गई है। नक्शा भी पास नहीं और बिना टेंडर के 22 करोड़ 60 लाख रुपए देना अपने आप बहुत कुछ बयां करता है।
आब्जर्वर नियुक्त कर जांच कराने की मांग
प्रदीप सिंह का आरोप है कि BCCI और UPCA के तत्कालीन पदों पर आसीन कुछ लोगों ने घोटाला किया है। इसमें मानकों को दरकिनार कर दिया गया है। ऐसे में BCCI एक ऑब्जर्वर नियुक्त कर मामले की जांच कराए। ताकि क्रिकेट खिलाड़ियों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले पकड़े जा सके।
UPCA के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद फहीम ने बताया कि 22 करोड़ 60 रुपए BCCI की ओर से वर्ष 2016 में मिला था। कुछ तकनीकी कारणों से इस्तेमाल नही हो पाया है। ग्रीन लैंड की NOC का इंतजार है। मानकों से कम जमीन लेने पर उन्होंने कहा कि NOC मिलते ही बाकी जमीन भी ली जाएगी। इसके लिए जरूरी लिखा पढ़ी हो चुकी है।