Bhind.. शराब पिने से चार की मौत … हम 5 लोग शराब फैक्ट्री में काम करने गए थे, क्वार्टर पैक करने के बाद 500-500 रु. और दो-दो क्वार्टर मिले, मनीष को चार मिले

अब इंदुर्खी के संतोष बाथम ने दम तोड़ा, मृतक मनीष व छोटू के साथ गया लाखन सिंह बोला- हम सब 12 क्वार्टर लाए थे….

हम पांच लोग 13 जनवरी, गुरुवार को भिंड गए थे। मैं (लाखन सिंह), शिव सिंह, मनीष, छोटू उर्फ रवि और छोटे उर्फ दयाशंकर शराब फैक्ट्री पर पहुंचे जहां हम लोगों ने शराब के क्वार्टर पैक किए। तीन लोगों ने मिलकर क्वार्टर भरे। मैं क्वार्टर पर रैपर चिपका रहा था जबकि एक ने ढक्कन पैक किए। इसके बाद हम सभी को 500-500 रुपए और शराब के दो-दो क्वार्टर मिले। मनीष को चार क्वार्टर मिले थे। इसके बाद शिव सिंह, मनीष और छोटू उर्फ रवि ने एक-एक क्वार्टर वहां शराब पी।

इसके बाद रास्ते में छोटे उर्फ दयाशंकर और छोटू उर्फ रवि ने आधा-आधा क्वार्टर पिया। मैं शराब पीता नहीं हूं इसलिए मैंने अपने दो क्वार्टर घर पर लाकर रख दिए, जिसमें एक क्वार्टर पुलिस आकर ले गई। दूसरे क्वार्टर की जानकारी नहीं है। जैसा मृतक मनीष और छोटू पुत्रगण नरेंद्र जाटव निवासी इंदुर्खी के साथ फैक्ट्री में शराब पैक करने गए लाखन सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया।

फैक्ट्री में पैक एक हजार क्वार्टर शराब नहीं मिली
जहरीली शराब से दो लोगों की मौत के बाद पुलिस प्रशासन ने भिंड शहर के स्वतंत्र नगर में वीरेंद्र जाटव के मकान में संचालित अवैध शराब की फैक्ट्री तो पकड़ ली लेकिन 13 जनवरी, गुरुवार के दिन पैक की गई एक हजार क्वार्टर शराब अब तक पुलिस को नहीं मिल पाई है जो कि पुलिस और प्रशासन के लिए सिर दर्द बन रही है। कारण यह है कि यह शराब कहां कहां सप्लाई हुई है और इसे किन किन लोगों ने पिया है, यह पता नहीं चल पा रहा है। फैक्ट्री के मालिक महेश और छुट्‌टो पुत्रगण लाखनलाल एवं आशीष उर्फ गाेलू पुत्र महेश भी इंदुर्खी गांव के हैं। ऐसे में शंका व्यक्त की जा रही है कि भिंड में पैक होने वाली शराब कहीं न कहीं गांव में ही तो सस्ते दामों में नहीं बेची गई है।

भिंड में चल रही थी इंदुर्खी गांव के महेश, छुट्‌टो और आशीष की अवैध शराब फैक्ट्री, गांव से ही लाते थे मजदूर

6 लोगों का ग्वालियर में चल रहा इलाज
इंदुर्खी गांव में जहां शराब पीने से चार लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। वहीं वर्तमान में छह लोग ग्वालियर में भर्ती बताए जा रहे हैं, जिसमें संतोष के साथ शराब पीने वाले रतीराम बाथम के अलावा छोटे पुत्र रमेश जाटव, शिव सिंह पुत्र मेवाराम जाटव, हरचरण जाटव, नरेंद्र जाटव और मेवाराम जाटव शामिल हैं। हालांकि प्रशासन के अनुसार अब सभी लोग खतरे से बाहर है। वहीं कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने भी दो दिन गांव में चिकित्सा शिविर लगाने के लिए आदेश दिए हैं, ताकि जो लोग पुलिस के डर से बोलना नहीं चाह रहे हैं, वे कम से कम समय रहते अपना उपचार करा लें।

संतोष खुद लाया था क्वार्टर, साथी भी अस्पताल में भर्ती
इंदुर्खी गांव में शराब पीने से हुई चौथी मौत के मामले में सामने आया है कि मृतक संतोष अपने साथी रतीराम पुत्र मुन्नी बाथम के साथ शराब पी थी। शराब के क्वार्टर संतोष खुद ही खरीदकर लाया था। सोमवार की सुबह जब संतोष की हालत बिगड़ी तो परिजन उसे सीधे ग्वालियर लेकर दौड़े जहां सोमवार-मंगलवार की रात उसने दम तोड़ दिया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर संतोष ने शराब खरीदी कहां से थी।

गांव में आए 12 क्वार्टर, जिसमें 11 पिए गए
गुरुवार को भिंड से इंदुर्खी गांव के पांच लोग 12 क्वार्टर लेकर गए थे, जिसमें 11 पिए जा चुके हैं जबकि एक क्वार्टर पुलिस ने जब्त कर लिया है। वहीं इन 11 क्वार्टर के खाली होने के बाद अब तक चार लोगों की मौत होना सामने आया है। वहीं पांच लोग अभी अस्पताल में भर्ती होना बताए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस मनीष, छोटू और पप्पू की मौत के पीछे की एक ही शराब होने का लिंक मिल गया है लेकिन संतोष बाथम की मौत के बाद पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि उसने कहां से शराब खरीदी थी। मंगलवार को कलेक्टर और एसपी भी ग्रामीणों से चर्चा करने पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी।

गांव में सप्लाई नहीं होती थी भिंड में पैक की गई शराब
एक हजार क्वार्टर पैक होने की बात सामने आई है। फैक्ट्री मालिक की तलाश की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि उसने शराब कहां सप्लाई की है। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि भिंड में पैक होने वाली शराब गांव में सप्लाई नहीं होती थी।
– शैलेंद्र सिंह चौहान, एसपी भिंड

इंदुर्खी गांव में मेडिकल कैंप लगवा रहे
इंदुर्खी गांव में आज ग्रामीणों से चर्चा की थी। वहां दो दिन मेडीकल कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं। ताकि जो लोग डर की वजह से नहीं बोल रहे हैं, वे भी दिक्कत होने पर अपना चेकअप करा लें। फिर भी इस मामले में डीईओ आबकारी को पत्र लिखा है। साथ ही जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. सतीश कुमार एस, कलेक्टर, भिंड

आशंका, लाखन जो क्वार्टर लाया, वही उसके चाचा पप्प् ने पिया था

बता दें कि मनीष और छोटू की मौत के बाद तीसरी मौत पप्पू उर्फ रामदास (51) पुत्र राम सिंह निवासी इंदुर्खी की हुई है, जो कि लाखन सिंह के चाचा है। आशंका जताई जा रही है कि लाखन जो दो क्वार्टर भिंड से लेकर आया था, उसमें से एक उसके चाचा पप्पू ने पिया है। कारण है लाखन सिंह के अनुसार पप्पू भी जब कभी शराब पी लेते थे। –

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