भिंड में जहरीली शराब से 4 मौतों पर भड़के CM …. शिवराज ने SP से पूछा- यह लापरवाही क्यों हुई, क्या थाने वालों की सांठगांठ चल रही है?
मध्यप्रदेश के भिंड में जहरीली शराब से 4 लोगों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताई है। गुरुवार को भोपाल में कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह से पूछा- यह लापरवाही क्यों हुई? क्या थाने वालों की साठगांठ चल रही है? आरोपियों को क्यों नहीं पकड़ा गया? उन्होंने चंबल रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक से पूछा- घटना कैसे हुई, आप कर क्या रहे थे?
शिवराज ने कहा, ‘यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे कांड नर पिशाच कर रहे हैं। मैं किसी को छोडूंगा नहीं। बहुत गंभीर कार्रवाई होनी चाहिए। यह एक के बाद एक श्रृंखला जैसी हो गई है। कोई कितना भी प्रभावी हो उन्हें क्रश करना है। यदि लापरवाही हुई, तो बर्दाश्त नहीं होगा।’ बता दें कि इससे पहले जब मुरैना में जहरीली शराब पीने से 26 लोगों की मौत हुई थी, तब मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि अब ऐसी घटना होती है, तो कमिश्नर और IG भी जिम्मेदार होंगे।
रात में मौत, सुबह SIT चीफ मना करते रहे
SP ने जहरीली शराब से हो रही मौतों की जांच के लिए ASP कमलेश कुमार खरपुसे के नेतृत्व में 12 सदस्यीय SIT का गठन किया है। वहीं, सोमवार रात संतोष की मौत होने से जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा चार हो गया था। मंगलवार सुबह तक ASP संतोष की मौत होने से इनकार करते रहे। अब इससे भी समझा जा सकता है कि जहरीली शराब से मौतों की जांच के लिए गठित की गई SIT किस अंदाज में कार्य करेगी। हालांकि मामले में SP ने रौन थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव, कोतवाली थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा को निलंबित कर दिया है। लेकिन अभी तक आरोपियों को नहीं पकड़ा गया है।
इंदौर व मुरैना SP को फटकार-संगीन अपराधों में 100% सजा मिले
संगीन अपराधों में कम सजा होने पर मुरैना व इंदौर SP के जवाब से मुख्यमंत्री नाराज हुए। उन्होंने मुरैना SP से पूछा कि सिर्फ 11.11% को ही सजा क्यों हुई। जो पूछा जाए वही बताइए, इतनी कम सजा क्यों हुई, ये बताइए। इंदौर कमिश्नर से कहा- चिन्हित अपराधों में सजा न हो पाना हमारी विफलता है। आपका जवाब संतोषजनक नहीं है। इसे सभी पूरी गंभीरता से लें। संगीन अपराधों में 100% सजा होनी चाहिए।