Delhi: रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन और तोड़फोड़ करते पकड़े गए तो करियर के पड़ जाएंगे लाले, रेल मंत्रालय बोला- नहीं मिलेगी नौकरी
रेल मंत्रालय ने कहा- गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले आकांक्षी उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी प्राप्त करने से आजीवन रोक का सामना करना पड़ सकता है.
भारतीय रेलवे भर्ती बोर्ड (Indian Railway Recruitment Board) की तरफ से एनीटीपीसी (NTPC) और ग्रुप डी की बड़ी भर्तियां की जा रही हैं. रेलवे ग्रुप डी भर्ती में जहां दो सीबीटी एग्जाम (CBT Exam) लागू करने को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, एनटीपीसी के अभ्यर्थी सीबीटी-1 रिजल्ट से नाखुश हैं. इसको लेकर अभ्यर्थी पटना समेत कई जगहों पर आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच रेल मंत्रालय (Ministry of Railway) ने बड़ा फैसला लिया है. रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने वाले और तोड़फोड़ करने वाले को अब रेलवे में नौकरी नहीं मिलेगी.
रेल मंत्रालय ने कहा- गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले आकांक्षी उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी प्राप्त करने से आजीवन रोक का सामना करना पड़ सकता है. आरआरबी RRB-NTPC के परिणाम को लेकर कई परीक्षार्थी विरोध कर रहे हैं. वहीं एनटीपीसी सीबीटी-1 परिणाम पर रेलवे ने स्पष्टीकरण दिया है. रेलवे ने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की केंद्रीयकृत रोजगार सूचना (सीईएन) संख्या 01/2019 (गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों- स्नातक और पूर्वस्नातक)के तहत चल रही भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने की प्रक्रिया पर कुछ उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई चिंताओं की ओर रेलवे का ध्यान आकर्षित किया गया है. इसके परिणाम 14.01.2022 को घोषित किए गए.
स्पष्टीकरण में आगे क्या बोला रेलवे?
इस संबंध में यह दोहराया जाता है कि दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने की प्रक्रिया मूल अधिसूचना यानी 28.02.2019 को प्रकाशित सीईएन 01/2019 के पैराग्राफ 13 में विस्तार से बताई जा चुकी है. इस रोजगार अधिसूचना में 13 श्रेणियों के बारे में विज्ञापन दिया गया था, जो स्नातकों के लिए थीं और इनमें से छह पूर्व-स्नातकों के लिए थीं. इन तेरह श्रेणियों को 7वें केंद्रीय वेतन आयोग के वेतनमान स्तरों (यानी स्तर 2, 3, 4, 5 और 6) के आधार पर पांच समूहों में बांटा गया था और प्रत्येक श्रेणी के लिए भर्ती की चरणवार प्रक्रिया पहले ही सीईएन के पैराग्राफ 13.6 में स्पष्ट रूप से बताई जा चुकी है. प्रत्येक उम्मीदवार पात्रता की शर्तों के तहत इन सभी या 13 श्रेणियों में से किसी एक को चुनने के लिए स्वतंत्र था.
रेलवे ने स्थिति की साफ
पहले चरण की सीबीटी सभी उम्मीदवारों के लिए एक सामान्य परीक्षा बताई गई थी, जबकि अधिसूचना के पैराग्राफ 13.2 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दूसरे चरण की सीबीटी में कठिनाई के विभिन्न श्रेणीबद्ध स्तरों के साथ प्रत्येक समूह (यानी स्तर 2, 3, 4, 5 और 6) के लिए अलग परीक्षा होगी. इसके अनुसार, समान स्तर में आने वाले सभी पदों के लिए एकसमान द्वितीय चरण का सीबीटी होगा. इस प्रकार से, अगर कोई उम्मीदवार पात्र है और उसने एक से अधिक स्तरों (शैक्षिक योग्यता के अनुसार) का विकल्प चुना है, तो उसे पैराग्राफ 13.6 में दिए गए नियमों के तहत प्रत्येक स्तर के लिए संबंधित दूसरे चरण की सीबीटी में उपस्थित होना होगा, क्योंकि पदों के प्रत्येक समूह (यानी स्नातक या पूर्वस्नातक स्तर) के लिए मानक (कठिनाई स्तर) अलग होगा.