Delhi MCD Chunav ….नगर निगम चुनावों के लिए कांग्रेस ने शुरू की तैयारी, जल्द ही उम्मीदवारों से मांगेगी आवेदन, ये है वजह
दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD Election) में अब कुछ ही दिन बाकी बचे हैं. आम आदमी पार्टी नगर निगमों पर कब्जा हासिल करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. वहीं कांग्रेस भी इस मामले में पीछे नहीं रहना चाहती है
दिल्ली कांग्रेस ने आगामी एमसीडी चुनावों के लिए अभी से कमर कस ली है. कांग्रेस (Congress) ने 2022 एमसीडी चुनावों (MCD Election) के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. पार्टी जल्द ही चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन मांगेगी, जिससे समय पर प्रत्याशियों का ऐलान किया जा सके. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी का कहना है कि पार्टी सोमवार से चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रत्याशियों को आवेदन पत्र देना शुरू करेगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली कांग्रेस (Delhi Congress) अध्यक्ष ने कहा कि आवेदन पत्र कांग्रेस मुख्यालय, राजीव भवन, डीजीयू मार्ग और सभी जिला कांग्रेस कार्यालयों में बांटे जाएंगे. आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है. अनिल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता एमसीडी चुनाव (MCD Chunav) फार्म की मांग कर रहे थे. फार्म जा करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है. अनिल चौधरी ने बताया कि कांग्रेस MCD चुनावों के लिए उम्मीदवारों का चयन जल्द से जल्द करेगी, जिससे उन्हें प्रचार के लिए समय मिल सके.
तीन नगर निगमों के 272 वार्डों पर चुनाव
बता दें कि दिल्ली के तीन नगर निगमों के 272 वार्डों के लिए अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है. पिछले चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी. बीजेपी ने 272 वार्डों में से 181 पर जीत हासिल पर तीनों नगर निगमों में सत्ता वापसी की थी. AAP को सिर्फ 49 सीटों पर ही जीत मिली थी. वहीं कांग्रेस सिर्फ 31 वार्ड जीतने में कामयाब हो सकी. अइस चुनाव कांग्रेस ने अभी से कमर कस ली है. दिल्ली नगर निगम चुनाव में अब कुछ ही दिन बाकी बचे हैं. आम आदमी पार्टी नगर निगमों पर कब्जा हासिल करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. वहीं कांग्रेस भी इस मामले में पीछे नहीं रहना चाहती है.
2012 में तीन हिस्सों में बंटी MCD
बता दें कि 2012 में MCD को तीन हिस्सों में बांट दिया गया था. इसे पूर्वी, उत्तर और दक्षिण नगर निगमों में बांट दिया गया था. NDMC और SDMC में 104-104 सीटें हैं. वहीं EDMC में 64 पार्षद हैं. दिल्ली एमसीडी को तीन हिस्सों में बांटने के समय कहा गया था कि प्रशासन को सरल बनाने और दिल्ली के लोगों को बेहतर सेवाएं देने के लिए यह कदम उठाया गया है.