सपा नेता के खेत दफनाया मिला दलित युवती का शव … मायावती बोली- उन्नाव की घटना बेहद गंभीर, सरकार दोषियों के खिलाफ करे कार्रवाई
उत्तर प्रदेश उन्नाव में एक बार फिर गंभीर घटना हुई है। बसपा प्रमुख मायावती ने कई सवाल उठाए है। मायावती ने कहा कि सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव मिला। यह अत्यंत गंभीर मामला है। यूपी सरकार को इस मामले में कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। बसपा प्रमुख ने शुक्रवार को इस पूरे मामले पर सवाल उठाए है। इससे पहले शव मिलने के बाद एसपी उन्नाव में शहर कोतवाल को निलंबित कर दिया है। एडीजी जोन लखनऊ ने शहर सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है।
मायावती का पोस्ट
क्या है पूरा मामला
उन्नाव की रहने वाली एक दलित युवती की मां ने 8 दिसंबर 2021 को सदर कोतवाली में तहरीर दी।जिसमें कहा कि बेटी पूजा को पूर्व सपा राज्य मंत्री फतेहबहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह ने अपहरण कर लिया है। इसके बाद पुलिस ने अपहरण का मुकदमा कर लिया। मामला SC-ST से जुड़ा होने के चलते, सीओ कृपा शंकर ने मुकदमे में जांच करने के लिए 33 दिन लगा दिए। 11 जनवरी को विवेचना अपने हाथों में ली। उसके बाद भी मां लगातार एसपी और सीओ के ऑफिसों के चक्कर काटती रही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ से मांगा स्पष्टीकरण
24 जनवरी 2022 को परेशान मां लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूद गई थी। मामला गरमाया तो सीओ ने राजोल सिंह आरोपी को जेल भेज दिया। वहीं पुलिस शव बरामद करने के लिए 4 फरवरी को 8 घंटे की फेसिया रिमांड लेकर पूछताछ की, जिसमें हरदोई का रहने वाला एक साथी प्रकाश में आया।
पुलिस ने बीते दिन सूरज को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर मंत्री के घर के पास से ही शव खुदवाकर जमीन से बरामद किया है। इसके बाद मां ने सीओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं वहीं देर रात एसपी दिनेश त्रिपाठी ने इंस्पेक्टर अखिलेश पांडे को निलंबित कर दिया। बताया जा रहा है कि एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है। उम्मीद है कि सीओ पर भी कार्रवाई हो सकती है। आज युवती के शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।