Delhi: ग्रेटर नोएडा से जेवर तक का सफर होगा आसान, एक घंटे से भी कम समय में होगी दूरी तय; ये होगा अब तक का सबसे लंबा रूट
जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर दो चरणों में बनाया जाएगा. पहले चरण में जेवर से ग्रेटर नोएडा और दूसरे चरण में ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक कॉरिडोर बनाया जाएगा.
दिल्ली मेट्रो का सफर आने वाले दिनों में और लंबा होने जा रहा है. दरअसल जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर (Delhi metro corridor) बनाया जाएगा. इसमें 13 स्टेशन बनाए जाएंगे. यह दो चरणों में बनेगा. पहले चरण में जेवर से ग्रेटर नोएडा और दूसरे चरण में ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक कॉरिडोर बनाया जाएगा. एयरपोर्ट मेट्रो 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. इतना लंबा ये सफर एक घंटे से भी कम समय में पूरा हो जाएगा. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन 31 मार्च तक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यमुना प्राधिकरण को सौंप देगा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर और आईजीआई एयरपोर्ट (IGI Airport) को मेट्रो से जोड़ने की कवायद चल रही है. यमुना प्राधिकरण ने डीएमआरसी से इसके लिए डीपीआर बनवा रहा है.
जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन वाले मेट्रो स्टेशन तक यह कॉरिडोर बनाया जाएगा. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन वाले मेट्रो स्टेशन से आईजीआई एयरपोर्ट मेट्रो गुजर रही है. यहां पर इस कॉरिडोर को जोड़ दिया जाएगा. डीएमआरसी के अधिकारियों ने सोमवार को यमुना प्राधिकरण में सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के सामने प्रस्तुतीकरण दिया. प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर दो चरणों में बनाया जाएगा. पहले चरण में जेवर से ग्रेटर नोएडा और दूसरे चरण में ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली तक कॉरिडोर बनाया जाएगा.
जेवर से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक का होगा पहला चरण
जेवर से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक का यह कॉरिडोर 72 किलोमीटर लंबा होगा. जेवर से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-2 तक 35.64 किलोमीटर का कॉरिडोर होगा. इसमें सात मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. ये स्टेशन नॉलेज पार्क 2, टेकजोन, सलारपुर अंडरपास, सेक्टर 18, सेक्टर 20, सेक्टर 28-29 और एयरपोर्ट में प्रस्तावित किए गए हैं.
नॉलेज पार्क-2 से नई दिल्ली तक का होगा दूसरा चरण
ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-2 से नई दिल्ली तक का यह कॉरिडोर करीब 36 किलोमीटर लंबा होगा. यह कॉरिडोर मेट्रो नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे होते हुए नोएडा, नोएडा से यमुना बैंक तक जाएगा. यहां तक कॉरिडोर एलिवेटेड प्रस्तावित किया गया है. यमुना बैंक से नई दिल्ली तक अंडरग्राउंड मेट्रो जाने की उम्मीद है. इस कॉरिडोर में छह स्टेशन बनाए जाएंगे.
मेट्रो तेज दौड़ेगी तभी कम समय में पूरा होगा सफर
डीएमआरसी के अधिकारियों ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया है कि जेवर से नई दिल्ली तक के इस कॉरिडोर में 13 स्टेशन बनाए जाएंगे. इस ट्रैक पर मेट्रो 120 किमी प्रति घंटे से दौड़ सकेगी. पुराने कॉरिडोर में इस गति सीमा से मेट्रो नहीं दौड़ सकेगी. यही कारण है कि जेवर एयरपोर्ट मेट्रो के लिए नया कॉरिडोर बनाया जाएगा. एयरपोर्ट मेट्रो की गति सीमा अधिक होगी तभी यात्री कम समय में सफर पूरा कर सकेंगे.