उन्नाव पीड़िता के शव की दुर्दशा … दोबारा पोस्टमॉर्टम के बाद दफनाने के लिए पुलिस ने परिजनों से शव छीना, तीसरी बार पीएम की मांग खारिज
उन्नाव में दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और उसकी हत्या का मामला गर्म हो गया है। तीसरी बार पोस्टमार्टम कराने की याचिका को उन्नाव सेशन जज ने खारिज कर दिया। पीड़िता की वकील को ऑर्डर की कॉपी सौंपी गई। गौरतलब है कि तीसरी बार पोस्टमार्टम कराए जाने को लेकर बुधवार को परिजनों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। परिजनों का आरोप है कि पहली और दूसरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अंतर आया है। पहली रिपोर्ट में इंजरी नहीं थी जबकि दूसरी रिपोर्ट में गले पर चोटों के निशान हैं।
नहीं आईं प्रियंका गांधी
उम्मीद थी कि प्रियंका गांधी भी परिजनों से मुलाकात करने आ सकती हैं, लेकिन लखनऊ-कानपुर नेशनल हाईवे से प्रियंका गांधी निकल गई। वे उन्नाव में नहीं रुकी। उनके आने की सूचना से 14 थानों का पुलिस बल तैनात किया गया था, हालांकि, परिजन अभी भी पोस्टमार्टम हाउस में बैठे हैं। बुधवार दोपहर शव को लेकर पुलिस और परिजनों के बीच खूब कहासुनी हुई। इससे पुलिस अधिकारी भड़क गए। उन्होंने सीधे सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की रिपोर्ट दर्ज करने की धमकी दे डाली। एसपी भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उधर, अब यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंच गया है। पीड़िता की वकील ने हाईकोर्ट को एक पत्र लिखा है, जिसमें तीसरी बार पोस्टमार्टम कराने की मांग की गई है।
डॉक्टर बोले- जांघ, हाथ और गर्दन में चोट के निशान, दुष्कर्म के बड़े संकेत
वहीं, युवती को दोबारा पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि जांघ, हाथ और गर्दन में चोट के निशान मिले हैं। किसी युवती के साथ रेप करने के दौरान ही इस तरह की इंजरी आती हैं। यह बात पहली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नहीं थी। इन तीनों चोटों से साफ है कि युवती के साथ बर्बरता की गई है। अब स्लाइड रिपोर्ट आने के बाद इसकी पुष्टि हो जाएगी।
हाईकोर्ट पहुंचा मामला
अवनि बंसल ने कहा कि जब दोनों पोस्टमार्टम रिपोर्ट कोर्ट में जाएंगी तो साफ दिखेगा कि ये आपस में मैच नहीं कर रही हैं तो इनकी वेल्यू जीरो हो जाएगी। उन्होंने जिला जज और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को मेल भेजकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराने की मांग की है। वहीं, मृतका की मां ने कहा कि दोनों पोस्टमार्टम रिपोर्ट अलग हैं। मेरी बेटी को रिपोर्ट हमसे छिपाई जा रही है। हमारी मांग है कि तीसरी बार पोस्टमार्टम कराया जाए। जब तक दिल्ली के डॉक्टर फिर से एग्जामिशनेशन नहीं करते हैं। तब तक हम यहीं बॉडी रखे रहेंगे। किसी को नहीं ले जाने देंगे।
बता दें कि उन्नाव में दलित युवती की हत्या के बाद परिजनों की मांग पर डीएम ने दोबारा पोस्टमार्टम कराया था। इसकी रिपोर्ट मंगलवार देर शाम आई थी। अलग-अलग रिपोर्ट आने पर कांग्रेसी पूरी रात पोस्टमार्टम हाउस में धरने में बैठे रहे। इस दौरान अधिकारियों से कई बार झड़प भी हुई।
8 दिसंबर 2021 को बेटी के अपहरण की तहरीर दी थी
उन्नाव की सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के कांशीराम कॉलोनी की एक महिला ने 8 दिसंबर 2021 को अपनी बेटी के अपहरण की तहरीर दी थी। आरोप है कि पूर्व राज्य मंत्री दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे और सपा नेता रजोल सिंह ने उनकी बेटी का अपहरण किया है।
63 दिन बाद पुलिस ने युवती के शव को पूर्व सपा राज्य मंत्री के आश्रम के ठीक बगल में मिला। 11 फरवरी को गहमागहमी के बीच पुलिस ने चंदन घाट जाजमऊ में अंतिम संस्कार करा दिया था। लेकिन परिजनों ने दोबारा पोस्टमार्टम की अपील की थी तो 15 फरवरी को दोबारा पोस्टमॉर्टम हुआ। अब परिजन पोस्टमार्टम हाउस में शव रखकर धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि मेडिकल पैनल बोर्ड गठित करके एक बार फिर से पोस्टमार्टम किया जाए।