बप्पी दा को थी सोते हुए नाक और मुंह में हवा भर जाने की अजब बीमारी, जानिए इसके बारे में सब कुछ

69 साल के बप्पी दा पिछले एक साल से ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी यानी OSA से पीड़ित थे। उन्हें सीने में संक्रमण भी था। समय रहते OSA को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है, इसके कारण पैरालिसिस जैसी समस्या भी हो सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, देश में 30 साल से ज्यादा उम्र वाले 44% पुरुष इस परेशानी से ग्रस्त हैं।

OSA को विस्तार से समझने के लिए हमने अपोलो हॉस्पिटल अहमदाबाद की स्लीप ऐप्नी स्पेशलिस्ट और पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. कश्मीरा झाला से बात की। जानिए इस बीमारी के बारे में सबकुछ…

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी कब होता है?
OSA में सोते समय आपके नाक में एयरफ्लो कम हो जाता है। इसमें नाक और मुंह के ऊपरी हिस्से में हवा भर जाती है। इससे नाक का ऊपरी वायुमार्ग (upper airway) का हिस्सा या पूरी नाक ब्लॉक हो जाती है। इस वजह से डायाफ्रॉम और छाती के मसल्स को आपके ब्लॉक वायुमार्ग को खोलने और फेफड़ों में हवा खींचने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी क्या है?
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी नींद से रिलेटेड एक बीमारी है। इसे ब्रीदिंग डिसऑर्डर भी कहते हैं। इस बीमारी में सोते वक्त आपकी सांस बार-बार रुकती है और फिर चलती है। कई बार सोते समय आपकी सांस नींद में ही रुक सकती है। इसका आपको पता भी नहीं चलता। सांस रुकने की ये परेशानी 10 सेकंड से लेकर 1 मिनट तक हो सकती है। ये एक घंटे में औसतन 5 बार हो सकता है।

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी कितने तरह की होती है?

1. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी
यह सबसे कॉमन टाइप है। इसमें एयर पैसेज में रुकावट के कारण ब्रीदिंग प्रॉब्लम होने लगती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, स्लीप ऐप्नी के 90-96 प्रतिशत मामले इसी से जुड़े होते हैं।
2. सेंट्रल स्लीप ऐप्नी
इस डिसऑर्डर में ब्रीदिंग बार-बार रुकती है और कुछ देर बार खुद ही शुरू हो जाती है। इसका कारण मसल्स को ब्रेन से प्रॉपर सिग्नल नहीं मिलना होता है।
3. कॉन्प्लेक्स स्लीप ऐप्नी
इस डिसऑर्डर में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी और सेंट्रल स्लीप ऐप्नी दोनों के लक्षण होते हैं। इसमें भी रोगी को सोते समय सांस रुकने की प्रॉब्लम होती है।

 

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी क्यों होती है?

  • वजन ज्यादा होना।
  • बाहर से गला बड़ा होना यानी गले का साइज 17 इंच से ज्यादा होना। आमतौर पर गले का साइज 17 इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
  • टॉन्सिल की परेशानी बढ़ना।
  • सांस की नली में बेकार टिश्यूज का बढ़ना।
  • ज्यादा अल्कोहल का सेवन करना।
  • नींद की गोलियां लेना।
  • जंक फूड का सेवन करना।

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी के कारण कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
वैसे तो ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी खुद एक बीमारी है, लेकिन अगर आपने इसका इलाज नहीं करवाया तो इसकी वजह से कुछ गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक और डायबिटीज।

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी का खतरा किन लोगों को सबसे ज्यादा होता है?

  • पुरुष और बुजुर्ग।
  • किसी रिलेटिव में ये बीमारी है तो आप शिकार हो सकते हैं।
  • अस्थमा के मरीज।
  • डायबिटीज के रोगी।
  • हाई बीपी पेशेंट।

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप ऐप्नी से होने वाले गंभीर कॉम्प्लिकेशन्स

  • नींद में हार्ट अटैक आना
  • डायबिटीज
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • ब्रेन अटैक या पैरालिसिस
  • दिल की धड़कन अनियमित हो जाना

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