इंदौर … जो ‘पिटाई’ सबने देखी… उसे कोर्ट में झुठलाया … आकाश विजयवर्गीय बल्ला कांड में मुकरा पिटने वाला निगम अफसर; कोर्ट से बोला- किसने मारा, नहीं जानता

इंदौर के भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय का बल्लाकांड तो आपको याद ही होगा। जब उन्होंने नगर निगम के एक अधिकारी की क्रिकेट के बैट से पिटाई कर दी थी। कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान अब उस अधिकारी ने अपना बयान बदल दिया है।

मामला 26 जून 2019 का है। जब नगर निगम का अमला इंदौर के गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान समेत अन्य मकानों को तोड़ने पहुंचा था। इस दौरान इंदौर विधानसभा-3 के विधायक आकाश विजयवर्गीय भी समर्थकों के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने निगम अधिकारियों से कहासुनी के बाद निगम के जोनल ऑफिसर धिरेन्द्र बायस की क्रिकेट बैट से पिटाई कर दी। अब इस मामले की जिला कोर्ट में सुनवाई के दौरान निगम अधिकारी ने अपने बयान बदल दिए।

तब दिया था यह बयान

बायस ने मामले की शिकायत MG रोड थाने पर की थी। तब थाने में दिए अपने बयान में बायस ने विधायक और उनके समर्थकों पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। इस मामले के वीडियो फुटेज वायरल होने के बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकार में गृहमंत्री बाला बच्चन ने आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। इसके बाद आकाश और उनके 11 समर्थकों काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से सभी को 11 जुलाई तक 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। भोपाल की स्पेशल कोर्ट से 29 जून को उन्हें जमानत मिल गई थी।

अब अपने बयान में यह बोले बायस

अबतक इस मामले की सुनवाई भोपाल के विशेष न्यायालय में चल रही थी। इंदौर में इस संबंध में विशेष न्यायालय गठित होने के बाद शुक्रवार को विजयवर्गीय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले निगम अधिकारी बायस का प्रतिपरीक्षण हुआ। लेकिन अधिकारी कोर्ट में बयान से पलट गए। बायस ने कहा, बल्ला किसने मारा यह मैं नहीं कह सकता। उस दिन मैं फोन पर बात कर रहा था और मेरे पीछे 4 लोग बल्ला लेकर खड़े थे। मुझे किसने मारा यह मुझे नहीं पता। पीछे चार लोगों के साथ आकाश विजयवर्गीय भी खड़े हुए थे।

यह थी पूरी घटना

घटना वाले दिन जब निगम का अमला गंजी कंपाउंड में जर्जर मकान को तोड़ने पहुंचा, तो स्थानीय लोगों ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश को बुला लिया था। विधायक के आते ही कार्यकर्ताओं ने JCB की चाबी निकाल ली और आकाश ने अधिकारियों से कहा कि 10 मिनट में यहां से निकल जाना, वर्ना जो भी होगा उसके जिम्मेदार आप लोग होंगे। इसी दौरान अधिकारियों से उनकी कहासुनी हो गई। तभी आकाश ने अधिकारी को बैट से पीटना शुरू कर दिया था। आकाश के समर्थकों ने भी अधिकारियों को पीटा था।

आकाश समेत 11 पर मामला दर्ज

निगम कर्मचारियों से मारपीट मामले में विधायक आकाश समेत 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने एमजी रोड थाने का घेराव किया था। उधर, बायस और भवन अधिकारी असित खरे के साथ विधायक द्वारा मारपीट करने के बाद निगम कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया था ।

आकाश ने कहा- मैंने क्या कर दिया मुझे याद नहीं

विवाद के बाद आकाश ने कहा था, ‘मैं बहुत गुस्से में था। मैंने क्या कर दिया मुझे नहीं पता। निगम के अफसर ने एक महिला के साथ गाली-गलौज की और हाथ पकड़ा, जिससे मुझे गुस्सा आ गया था।’

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