शिकागो इंडस्ट्रियल हब की तर्ज पर बसेगा ‘नया नोएडा’ … एक महीने में तैयार करके देना है मास्टर प्लान-2041, सड़क, रेलवे और हवाई तीनों से मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी

प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए शिकागो इंडस्ट्रियल हब की तर्ज पर दादरी, नोएडा, गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र (डीएनजीआईआर) बसाया जाएगा। मुख्य मकसद यहां निवेश करने वालों को बेस्ट कनेक्टिविटी देना है। इससे निवेश को बढ़ावा मिल सके। इसके लिए सड़क, रेलवे व हवाई तीन माध्यम को चुना गया है। इसी को प्राथमिकता देते हुए मास्टर प्लान-2041 तैयार किया जा रहा है। एक महीने में मास्टर प्लान देकर देना है।

शिकागो की तरह होंगे ट्रांसपोटेशन विकल्प

शिकागो इंडस्ट्रियल हब मुख्यतः सड़क, रेलवे व हवाई मार्गों से सीधे जुड़ा हुआ है। जिससे यहां निवेशकों को बेहतर विकल्प मिलते हैं। इसी तरह डीएनजीआईआर यानी नया नोएडा भी बुलंदशहर की ओर जाने वाले जीटी रोड व हावड़ा की ओर जाने वाली रेलवे लाइन के मध्य स्थित है। वहीं, वेस्टन डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (दादरी से मुंबई) तक का निर्माण किया जा रहा है। इसी प्रकार ईस्टन डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (लुधियाना से कोलकाता तक वाया खुर्जा) प्रस्तावित किया गया है। खुर्जा से एक एसपीयूआर दादरी तक निर्मित की जाएगी। ईस्टन व वेस्टर्न कॉरिडोर का कॉमन पॉइंट होगा। वहीं, हवाई सेवा के लिए जेवर एयरपोर्ट है। निवेशकों के लिए भविष्य में यह बेहतर कार्गो सेवा देने का एक विकल्प होगा।

देश की आर्थिक राजधानी से सीधे कनेक्टिविटी

यहां प्रस्तावित सड़क व रेलवे लाइन सीधे डीएनजीआईआर को देश की आर्थिक राजधानी मुबंई से सीधे कनेक्ट करेगा। साथ ही कच्चा मॉल व मशीनरी के लिए कोलकाता व लुधियाना जैसे शहरों को जोड़ेगा। इससे निवेश के मार्ग बढ़ेंगे। स्टडी यह की जा रही है कि बेहतर कनेक्टिविटी के साथ यहा किस तरह की इंडस्ट्री को ज्यादा प्रोत्साहन दिया जाए जिससे तीन अर्ली प्रोजेक्ट को छोड़ निवेशक डीएनजीआईआर में ज्यादा निवेश करे। इस मार्केटिंग एनालिसिस को भी मास्टर प्लान में शामिल किया गया है।

ये है तीन अर्ली बर्ड प्रोजेक्ट

दिल्ली मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर के सहारे प्रस्तावित आठ विशेष निवेश क्षेत्र में एक दादरी नोएडा गाजियाबाद इंवेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) पर नोएडा प्राधिकरण कार्य कर रहा है। डीएनजीआईआर के अलावा गौतम बुद्ध नगर में तीन अर्ली प्रोजेक्ट भी है। इनसे भी बेहतर कनेक्टिविटी निवेश के लिए अहम है।

  • इंटीग्रेटड इंडस्ट्रियल टाउनशिप इन ग्रेटर नोएडा
  • मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब इन बोड़ाकी
  • मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक इन दादरी

जोन में बांट कर तैयार की जाएगी औद्योगिक नगरी

डीएनजीआईआर कुल 210 वर्गकिमी में फैला है। किसी भी क्षेत्र को विकसित करने के लिए उसे जोन में बांटना बहेहतर विकल्प होगा। एसपीए भी शिकागो व अन्य यूरोपियन देशों की तर्ज पर इसे जोन जैसे साउथ जोन, ईस्ट जोन, वेस्ट जोन, नार्थ जोन में बांट कर विकसित करेगा। प्रत्येक जोन में अलग-अलग इंडस्ट्री का हब होगा। उसी अनुसार विकास किया जाएगा।

झुग्गी-झोपड़ी व अतिक्रमण होंगे चुनौती

औद्योगिक नगरी नोएडा में वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या औद्योगिक सेक्टरों में अवैध झुग्गी झोपड़ी की बसावट है। इससे सुरक्षा, लाइन लॉस जमीन की हानि जैसे कई समस्या झेलनी पड़ती है। डीएनजीआईआर में यह सबसे बड़ी चुनौती होगी। मास्टर प्लान को इस तरह से बनाया जा रहा है कि वहां झुग्गी झोपड़ी व अतिक्रमण के लिए स्थान नहीं होगा और न ही भविष्य में ऐसा कुछ होने दिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *