ग्वालियर .. उड़ीसा, बिहार, राजस्थान से शहर में आ रहा नशा
शहर में सूखे नशे का सबसे ज्यादा कारोबार
ग्वालियर. नशे की लत के साथ नशा कारोबार भी बढ़ा है। नशे की सप्लाई के लिए यूपी बड़ा सेंटर रहा है। उत्तरप्रदेश के नशा कारोबारी पुलिस के रडार पर आए हैं तो दूसरे सेंटर्स शहर में नशा सप्लाई का जरिया बन रहे हैं। पुलिस रिकॉर्ड में शहर में सूखे नशे में स्मैक का सबसे ज्यादा कारोबार हो रहा है, जबकि दूसरे नंबर पर गांजा नशेडिय़ों की डिमांड बना है। इसकी खेप उड़ीसा से शहर में पहुंचाई जा रही है। इसके अलावा चरस और नशीली दवाओं का धंधा भी बढ़ा है। इन अपराधों पर काबू करने की कोशिश में जुटी पुलिस कहती है, चिंता की बात है नशा कारोबार में मुनाफे के लालच में वह लोग भी इसके जाल में फंस रहे हैं, जिनका नशे और उसके धंधे से ताल्लुक नहीं रहा है।
नशा कारोबार की जड़ें उखाडऩे के लिए पुलिस का कोई पैंतरा कारगर साबित नहीं हुआ है। क्योंकि पुलिस नशे के धंधे को बस्र्ट करने के लिए एक पैंतरा अपनाती है तो नशा कारोबारी उसे चकमा देने का रास्ता निकालते हैं। पिछले दिनों स्मैक के धंधे पर नकेल कसने पर सामने आया कि मैनपुरी, इटावा, जालौन और कानपुर से शहर में स्मैक की बड़ी सप्लाई हो रही है। अब गांजे के नशे की तस्करी बड़ा सिरदर्द साबित हो रही है। पिछले एक महीने में गांजा तस्करी के 6 मामले सामने आए हैं। इसमें 8 लाख से ज्यादा का गांजा मिला है। तस्करों ने खुलासा किया। गांजा की ग्वालियर, चंबल अंचल में स्मैक कारोबार पर कसावट हुई है तो गांजे की डिमांड बढ़ी है। यूपी से नशा लाने वाले निगरानी में हैं तो नशा कारोबारियों ने ट्रैक बदला है। अब उड़ीसा, बंगाल , बिहार और राजस्थान से गांजे की खेप मंगा रहे हैं।
नशा कारोबार की जड़ें उखाडऩे के लिए पुलिस का कोई पैंतरा कारगर साबित नहीं हुआ है। क्योंकि पुलिस नशे के धंधे को बस्र्ट करने के लिए एक पैंतरा अपनाती है तो नशा कारोबारी उसे चकमा देने का रास्ता निकालते हैं। पिछले दिनों स्मैक के धंधे पर नकेल कसने पर सामने आया कि मैनपुरी, इटावा, जालौन और कानपुर से शहर में स्मैक की बड़ी सप्लाई हो रही है। अब गांजे के नशे की तस्करी बड़ा सिरदर्द साबित हो रही है। पिछले एक महीने में गांजा तस्करी के 6 मामले सामने आए हैं। इसमें 8 लाख से ज्यादा का गांजा मिला है। तस्करों ने खुलासा किया। गांजा की ग्वालियर, चंबल अंचल में स्मैक कारोबार पर कसावट हुई है तो गांजे की डिमांड बढ़ी है। यूपी से नशा लाने वाले निगरानी में हैं तो नशा कारोबारियों ने ट्रैक बदला है। अब उड़ीसा, बंगाल , बिहार और राजस्थान से गांजे की खेप मंगा रहे हैं।
उड़ीसा, बिहार, राजस्थान से शहर में आ रहा नशा
मुनाफा बना रहा अपराधी
पुलिस मानती है, पुराने अपराधी नशा कारोबार में शामिल रहे हैं, लेकिन अब मुनाफे के लालच में ऐसे लोग नशा कारोबार में उतर रहे हैं, जिनका नशे से कोई लेना देना नही रहा है। नशा सप्लायर मोटे मुनाफे का लालच देकर उन्हें फंसा रहे हैं।
पुलिस मानती है, पुराने अपराधी नशा कारोबार में शामिल रहे हैं, लेकिन अब मुनाफे के लालच में ऐसे लोग नशा कारोबार में उतर रहे हैं, जिनका नशे से कोई लेना देना नही रहा है। नशा सप्लायर मोटे मुनाफे का लालच देकर उन्हें फंसा रहे हैं।
इस तरह नशे की खपत
स्मैक : शहर में हर दिन करीब 10 से 15 लाख की स्मैक की खपत।
गांजा : करीब 2 लाख से ज्यादा के गांजे की जिले में सप्लाई।
नशीली दवाएं : नशे के बाजार में नशीली दवाओं की डिमांड भी बढ़ी है। हर दिन करीब 2 लाख से ज्यादा की नशीली दवाओं का कारोबार।
स्मैक : शहर में हर दिन करीब 10 से 15 लाख की स्मैक की खपत।
गांजा : करीब 2 लाख से ज्यादा के गांजे की जिले में सप्लाई।
नशीली दवाएं : नशे के बाजार में नशीली दवाओं की डिमांड भी बढ़ी है। हर दिन करीब 2 लाख से ज्यादा की नशीली दवाओं का कारोबार।
सप्लाई करने वालों के बारे में पता लगाया जा रहा
“नशा कारोबार पुलिस के रडार पर है, स्मैक के अलावा गांजा सप्लायर्स भी पुलिस के घेरे में आए हैं। इन तस्करों से पूछताछ में नशा सप्लाई करने वालों के बारे में पता लगाया जा रहा है। उन्हें भी बस्र्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कोशिश नशा कारोबार को पूरी तरह बस्र्ट करने की है।”
राजेश दंडौतिया, क्राइम ब्रांच एएसपी
“नशा कारोबार पुलिस के रडार पर है, स्मैक के अलावा गांजा सप्लायर्स भी पुलिस के घेरे में आए हैं। इन तस्करों से पूछताछ में नशा सप्लाई करने वालों के बारे में पता लगाया जा रहा है। उन्हें भी बस्र्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कोशिश नशा कारोबार को पूरी तरह बस्र्ट करने की है।”
राजेश दंडौतिया, क्राइम ब्रांच एएसपी