अमृतसर: BSF हेडक्वार्टर में अंधाधुंध फायरिंग ….
‘कटप्पा’ ने 4 साथियों की ली जान, फिर खुद को भी मार ली गोली ….
पंजाब (Punjab) के अमृतसर शहर में दुखद घटना सामने आई है, जहां (BSF) के खासा हेडक्वार्टर में सुबह के वक्त मैस में बैठे बीएसएफ के जवानों पर एक अन्य बीएसएफ जवान कटप्पा ने अंधाधुंध फायरिंग (Firing) कर दी और उसके बाद खुद को भी गोली मार ली. इस पूरी घटना में 10 जवान घायल हुए थे, जिनमें से 4 की मौत हो चुकी है. इस तरह से कुल मिलाकर 5 जवानों की अब तक इस घटना में मौत हो चुकी है. बताया जा रहा है कि कटप्पा महाराष्ट्र का रहने वाला है. वह पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहा था और अपने सीनियर अधिकारियों से अपनी ड्यूटी चेंज करवाने की कोशिश में लगा हुआ था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को कटप्पा की उसकी बीएसएफ के एक बड़े अधिकारी से बहस भी हुई थी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली. रविवार की सुबह कटप्पा ड्यूटी पर तैनात था और उसने गुस्से में आकर अपनी रायफल से गोलियां चलानी शुरू कर दी. गोलियां चलने की आवाज सुनकर अन्य जवानों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया, जहां लगभग 10 लोगों को गोलियां लगी. घटना के बाद सभी को अस्पताल पहुंचाया गया है. यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा क्रॉसिंग से करीब 20 किलोमीटर दूर की है.
अस्पताल के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा
घटना के बाद मीडिया कर्मियों को अभी परिसर में जाने की इजाजत नहीं है और अस्पताल के बाहर भी पुलिस का कड़ा पहरा जारी है, जहां पर घायल जवानों का इलाज चल रहा है. इस मामले में अधिकारी अभी कुछ कहने को तैयार नहीं हैं. घटना के बाद मृतकों और घायल जवानों के परिजनों को घटना के बारे में सूचित किया जा रहा है. बीएसएफ के आलाधिकारी इस समय मौके पर मौजूद हैं और पूरी घटना का जायजा ले रहे हैं. पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शवों को कब्जे में लेने की तैयारी भी शुरू कर दी है.
पुलिस ने शुरू की छानबीन
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. फायरिंग की घटना में जो जवान घायल हुए हैं, उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सभी घायलों को गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना पर बीएसएफ की तरफ से एक प्रेस रिलीज भी जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया गया है.