स्टड फार्म की जमीन पर मेट्रो प्रोजेक्ट …. गले महीने शुरू होगा 323 करोड़ के डिपो का काम, यहीं होगा मेट्रो का कंट्रोल सेंटर
- 2018 से एम्स से सुभाष नगर तक 6.22 किमी तक 247 करोड़ से चल रहा है सिविल वर्क….
राजधानी में मेट्रो प्रोजेक्ट का तीसरा बड़ा काम अगले महीने से शुरू हो जाएगा। केईसी इंटरनेशनल कंपनी लगभग 323 करोड़ रुपए से डिपो का निर्माण करेगी। स्टड फार्म की 26.41 हेक्टेयर (65.26 एकड़) जमीन पर प्रस्तावित इस डिपो में ही मेट्रो का ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर होगा, यानी मेट्रो का संचालन इसी स्थान से होगा।
2018 में एम्स से सुभाष नगर तक 247 करोड़ से 6.22 किमी में सिविल वर्क के साथ मेट्रो प्रोजेक्ट का पहला काम शुरू होगा। पिछले साल नवंबर में इसी रूट पर 430 करोड़ रुपए से 8 स्टेशन का निर्माण शुरू हुआ था। तीनों की लागत कुल मिलाकर 1000 करोड़ रुपए होती है।
मेट्रो डिपो निर्माण के टेंडर पिछले सप्ताह खोले गए। दिल्ली और चेन्नई सहित कुछ अन्य शहरों के मेट्रो प्रोजेक्ट में काम कर चुकी आरपीजी ग्रुप की केईसी इंटरनेशनल कंपनी के टेंडर को मंजूरी दे दी गई। अप्रैल के पहले सप्ताह से काम शुरू हो जाएगा।
एक नजर में काम
- 65.25 एकड़ जमीन पर बनाई जानी है मेट्रो की डिपो
- 430 करोड़ से इसी रूट पर शुरू हुआ था 8 स्टेशन का निर्माण
- 1000 करोड़ रुपए है मेट्रो के तीनों कामों की कुल लागत
पाइप लाइन शिफ्ट करना होगी
डिपो का निर्माण शुरू करने से पहले स्टड फार्म की जमीन से गुजर रही नर्मदा पाइप लाइन को शिफ्ट करना होगा। डिपो निर्माण करने वाली कंपनी पहले सॉइल टेस्टिंग और बाउंड्री वॉल का काम करेगी, इसमें करीब तीन माह लगेंगे। इस तीन महीने के भीतर शिफ्टिंग पूरी करना होगी। नगर निगम इसके लिए वर्क ऑर्डर जारी कर चुका है।
डिपो की एंट्री पर गर्डर बिछाने का काम पूरा
डिपो की एंट्री पर एम्स से सुभाष नगर तक जाने वाली लाइन की एंट्री के पिलर और गर्डर बिछाने का काम पिछले महीने पूरा हो चुका है। डिपो में बाधक सीआई कॉलोनी के फ्लैट भी खाली कराए जा चुके हैं।
प्रायोरिटी रूट वाले काम को जल्द पूरा किया जाएगा
डिपो से ही मेट्रो का ऑपरेशन होगा। यहीं मेट्रो के नाइट स्टे, इंटरनल क्लीनिंग, रूटीन इंस्पेक्शन, रिपेयरिंग, कोच अनलोडिंग आदि की सुविधा भी होगी। प्रायोरिटी रूट की जरूरत को पूरा करने वाले निर्माण को जल्द पूरा किया जाएगा।