22 महिला शक्ति की कहानी …..

नीना ने 70 साल पुरानी गणित की पहेली सुलझाई, मेघा ने चीन की पोल खोली; शेफाली बनीं टी20 में नंबर वन…

अगस्त 2021 में जस्टिस बीवी नागरत्ना सुप्रीम कोर्ट में जज बनीं। वे साल 2008 में कर्नाटक हाईकोर्ट में बतौर एडिशनल जज आई थीं। सीनियरिटी के हिसाब से वे 2027 में देश की पहली महिला चीफ जस्टिस बन सकती हैं। जस्टिस नागरत्ना 2012 में केंद्र को ब्रॉडकास्ट मीडिया को रेगुलेट करने के निर्देश देने वाली बेंच में शामिल थीं।

मेजर आइना राणा बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन यानी BRO की सड़क बनाने वाली कंपनी की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। फिलहाल वे भारत-चीन सीमा पर सड़क निर्माण में लगी हैं। राणा की तैनाती बदरीनाथ रोड पर स्थित है जो इंडो-चाइना बॉर्डर से जुड़ती है। यहां खररखाव बेहद चैलेंजिंग है। 272 सड़कें उनकी निगरानी में है।

महज 19 साल की उम्र में मैत्री भारत की सबसे कम उम्र की कमर्शियल पायलट हैं। उनके पिता कांतिलाल पटेल किसान हैं और मां स्वास्थ्य विभाग में काम करती हैं। कांतिलाल ने बेटी को अमेरिका में पायलट ट्रेनिंग दिलाने के लिए अपनी जमीन बेच दी। ट्रेनिंग का 18 माह का कोर्स मैत्री ने सिर्फ 11 महीने में पूरा किया।

एनी सिन्हा रॉय मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन में प्रोजेक्ट सीनियर रेजिडेंट इंजीनियर हैं। वे देश की एकमात्र महिला सुरंग इंजीनियर हैं। मैकेनिकल इंजीनियर एनी ने 2009 में चेन्नई मेट्रो और 2015 में बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के साथ काम किया। उन्होंने गोदावरी नामक सुरंग-मशीन को अकेले ही चलाया और मीठी नदी के नीचे मुंबई मेट्रो के लिए बनाई जा रही 190 मीटर लंबी सुरंग तैयार की है। उन्हें 2018 में ‘इंजीनियर ऑफ द ईयर’ का सम्मान भी मिल चुका है।

पंजाब में पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में कथित चूक मामले में सुप्रीम कोर्ट की रिटायर जज इंदु मल्होत्रा जांच कर रही हैं। बेंगलुरु से ताल्लुक रखने वाली इंदु मल्होत्रा मार्च 2021 में ही रिटायर हुई हैं। वे देश की पहली महिला अधिवक्ता थीं, जो वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं थीं। जस्टिस इंदु कई अहम मामलों में फैसला सुना चुकी हैं। इनमें केरल का सबरीमाला सबसे चर्चित रहा। इस केस में उन्होंने चार पुरुष जजों से अलग राय जाहिर की थी।

अल्जेब्रिक जियोमेट्री और कम्यूटेटर अल्जेब्रा में शानदार काम के लिए नीना गुप्ता को डेवलपिंग कंट्रीज के यूथ मैथेमेटिशियन 2021 रामानुजन अवॉर्ड मिला है। कोलकाता में इंडियन स्टैटिकल इंस्टीट्यूट में प्रोफेसर यह अवॉर्ड पाने वाली तीसरी महिला और चौथी भारतीय हैं। उनके द्वारा हल किए गए सवाल को हाल के सालों में कहीं भी किए गए अल्जेब्रिक जियोमेट्री में सबसे बेहतर काम माना गया। यह मुश्किल सवाल 1949 में ऑस्कर जारिस्की ने प्रजेंट किया था।

सबसे वंचित तबकों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली वकील और एक्टिविस्ट मंजुला गुजरात के दलित परिवार से हैं। भारत में दलित अधिकारों के सबसे बड़े संगठन नवसर्जन ट्रस्ट की वो एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रही हैं। 1992 में वे इस संगठन से जुड़ने वाली पहली महिला थीं। उन्होंने नेशनल काउंसिल ऑफ वीमन लीडर्स की स्थापना की। वे खुद चार साल की उम्र में यौन हिंसा की शिकार हुई थीं, पड़ोस के चार मर्दों ने उन्हें शिकार बनाया था।

कृति वाइल्ड इनोवेटर अवार्ड 2021 जीतने वाली पहली भारतीय और एशियाई महिला हैं। यह अवॉर्ड वाइल्ड एलिमेंट फाउंडेशन की ओर से दिया जाता है। 41 साल की कृति 2001 से मानव-वन्यजीवों के बीच बढ़ते मुठभेड़ पर काम कर रही हैं और उनकी कोशिश इस मुठभेड़ को कम करना है। वे सेंटर फॉर वाइल्डलाइफ स्टडीज में चीफ कन्सर्वेशन साइंटिस्ट हैं। साल 2020 में कृति वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।

मेघा राजगोपालन की रिपोर्ट्स ने चीन के डिटेंशन कैंपों में लोगों को दी जा रही यातना की सच्चाई को दुनिया के सामने उजागर किया। उन्होंने सैटेलाइट तस्वीरों का एनालिसिस कर बताया कि चीन ने कैसे लाखों उइगुर मुसलमानों को कैद करके रखा है। इसके लिए उन्हें 2021 का पुलित्जर पुरस्कार मिला। चीन, थाईलैंड और अफगानिस्तान जैसे 23 से अधिक देशों में रिपोर्टिंग कर चुकी हैं। वर्तमान में वे बजफीड में टेक रिपोर्टर हैं। फेसबुक और श्रीलंका में हिंसा के बीच संबंधों को उजागर करने के लिए 2019 में मिरर अवार्ड भी उन्हें मिल चुका है।

मुग्धा का बेटा माधव ऑटिस्टिक है। भारत में लोगों में इस बीमारी को लेकर मिस कन्सेप्शन हैं, इसलिए उन्होंने अपने बेटे के ऊपर ही एक कॉमिक्स तैयार की जिसके जरिए वे लोगों को इस बीमारी से पीड़ित बच्चों के प्रति जागरूक कर रही हैं। ऑटिज्म एक ‘डेवलपमेंट डिसेबिलिटी’ है, जिसमें बच्चों को लोगों से मिलने-जुलने और अपनी बात कहने में दिक्कत आती है। मुग्धा ऑटिस्टिक बच्चे को बड़ा करने के अनुभव पर ब्लॉग, यूट्यूब चैनल चलाती हैं। मुग्धा को BBC ने दुनिया की 100 महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया है।

प्रभाबेन को हाल ही में 92 साल की उम्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। उन्होंने जरूरतमंदों के लिए स्कूल, कैंटीन चलाने में जीवन समर्पित कर दिया। 1984 में भोपाल गैस त्रासदी से लेकर हाल ही में केरल में आई बाढ़ जैसी आपदा तक उन्होंने कई मौकों पर जरूरतमंदों के लिए क्लोथ बैंक चलाए। जब महात्मा गांधी ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया था, तब प्रभाबेन 12 साल की थीं और इस अभियान से जुड़ गई थीं। वे बारदोली की स्वराज आश्रम से भी जुड़ी रहीं। स्वदेशी आंदोलन के दाैरान उन्होंने कई महीनों तक जूट से बने बिस्तरों का ही इस्तेमाल किया था।

केरल की आयशा फीफा के मास्टर प्रोग्राम के लिए चुनी गईं एकमात्र भारतीय महिला हैं। उन्होंने भारत में खेल प्रबंधन क्षेत्र में महिलाओं के लिए नया रास्ता बनाया है। फीफा मास्टर के लिए 30 देशों से 30 लड़कियों का चयन हुआ है। इसके लिए दुनिया भर से 700 आवेदन आए थे। फीफा मास्टर्स प्रोग्राम में शामिल होने के लिए आयशा ने क्राउड फंडिंग के जरिए धन जुटाया। वे भारत में फीफा अंडर-17 विश्व कप के उद्घाटन में वर्कफोर्स मैनेजर रही हैं। 32 साल की आयशा पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं।

54 साल की रेवती के नेतृत्व वाली फ्लेक्स – 24 बिलियन डॉलर की इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण कंपनी है। कंपनी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रही। जब वेंटिलेटर की कमी थी, तब कंपनी ने आठ महीनों में 50,000 वेंटिलेटर बनाए, इस तरह यह दुनिया की सबसे बड़ी नॉन-कैप्टिव निर्माता कंपनी बनी। कंपनी ने तुरंत पेशेंट मॉनिटर, ऑक्सिजनेटर सहित टेस्टिंग इक्विपमेंट्स बनाना भी शुरू कर दिए। कंपनी के 30 देशों में 160,000 कर्मचारी हैं। फॉर्च्यून मैगजीन ने उन्हें सबसे पावरफुल CEO की लिस्ट में रखा है।

कोविड के दौरान इनकी कंपनी ने देश में चार लाख से अधिक कोविड रोगियों की देखभाल की है। इसमें 3 लाख को होम आइसोलेशन में इलाज मुहैया कराया गया। 2.5 लाख से अधिक मेडिकल कंसल्टेशन और 12 लाख से अधिक फॉलो-अप कॉल आइसोलेटेड रोगियों को किए। दूसरी लहर में जब अस्पतालों में बेड और ICU की भारी कमी थी, तब कंपनी ने इससे निपटने के लिए होटलों में आइसोलेशन सेंटर्स बनाए और उन्हें ट्रीटमेंट दिया। इनकी कंपनी फिलहाल देश के 29 बड़े शहरों में काम कर रही है।

लीना नायर दुनिया के दिग्गज फैशन ब्रांड शनैल के ग्लैमरस ऑफिस में ग्लोबल CEO हैं। अब वे कंपनी के दुनियाभर में काम करने वाले 28 हजार कर्मचारियों की अगुआई करती हैं। उन्होंने 30 साल पहले हिंदुस्तान यूनिलीवर में ट्रेनी के रूप में करियर शुरू किया था। यूनिलीवर में चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर के पद तक पहुंची। वे यूनिलीवर की पहली महिला, पहली एशियाई और सबसे कम उम्र की CHRO थीं। फॉर्च्यून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमन लिस्ट में शामिल किया है।

प्राजक्ता को भारत की पहली ‘यूएनडीपी युवा जलवायु चैंपियन’ बनाया गया है। विभिन्न वैश्विक सामाजिक अभियानों के जरिए मानसिक स्वास्थ्य, बालिका शिक्षा और महिलाओं के अधिकारों के लिए योगदान पर उन्हें यह उपाधि दी गई है। वे डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर और यूट्यूबर हैं और अपने यूट्यूब चैनल ‘मोस्टलीसेन’ से पहचानी जाती हैं। उनके चैनल पर 65 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं। वे यूट्यूब की ‘क्रिएटर्स फॉर चेंज’ पहल की ग्लोबल एंबेसडर भी हैं।

केरल में जन्मी निधि सुनील उन लड़के-लड़कियों के लिए प्रेरणा हैं जो सांवली त्वचा की वजह से कॉन्फिडेंस की कमी महसूस करती हैं। वे 2021 में वोग इंडिया के मॉडल ऑफ द ईयर अवार्ड जीत चुकी हैं। वे भारत की पहली ऐसी डार्क स्किन मॉडल हैं, जिन्हें लॉरियल पैरिस ने ग्लोबल एम्बेसेडर बनाया। निधि ने लॉ की डिग्री हासिल की और वकील के रूप में काम कर चुकी हैं। निधि कुछ फिल्मों में अभिनय भी कर चुकी हैं।

प्रियंका की कलाकृति अंतरराष्ट्रीय मून गैलरी परियोजना के लिए चुनी गई हैं। यानी उनकी कलाकृति चांद पर भेजी जाएगी। प्रियंका मॉड्यूलर और फिर से इस्तेमाल के लायक एस्ट्रोवैन डेवलप करने में जुटी ‘दी एक्सप्लोरेशन कंपनी की को फाउंडर हैं। फोर्ब्स ने उन्हें 30 अंडर 30 की लिस्ट में रखा है। वे फ्रांस के ‘होमवार्ड बाउंड’ प्रोग्राम के लिए चुनी गई हैं।

भारतीय हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने 31 जुलाई 2021 को टोक्यो ओलिंपिक में इतिहास रचा। उन्होंने अफ्रीका के खिलाफ मैच में हैट्रिक लगाई। वे ओलिंपिक के 125 साल के इतिहास में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं।

स्मृति मंधाना को ICC ने 2021 की बेस्ट वूमेन क्रिकेटर चुना है। 2013 में 150 गेंदों पर 224 रन बनाकर स्मृति वनडे में दोहरा शतक लगाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गईं थीं। उन्हें भारतीय टीम का भावी कप्तान माना जाता है।

गनीमत शूटिंग विश्व कप में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला हैं। 20 साल की सेखों ने आईएसएसएफ विश्व कप में स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। 2018 में जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय स्कीट निशानेबाज बनी थीं।

शेफाली वर्मा (जन्म 28 जनवरी 2004) टी20 टीम की सबसे कम उम्र की क्रिकेटर हैं। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के 30 साल पुराने 16 साल की उम्र में पहला अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाने के रिकाॅर्ड को भी तोड़ा है। टी20 वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर वन हैं।

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