शराब शौकीनों की बल्ले-बल्ले, 1 अप्रैल से 20 प्रतिशत कम रेट में मिलेगी शराब
शराब नीति में परिवर्तन का असर….
इंदौर. भले ही अभी कई शहरों में शराब दुकानों के ठेके नीलाम नहीं हो पाए है लेकिन 1 अप्रैल से सरकार की नीतियों के कारण करीब 15 से 20 प्रतिशत कम रेट में शराब बेचने की पूरी तैयारी हो गई है। सरकार ने विदेशी शराब बेचने वाली कंपनियों के लाइसेंस रेट में कमी की है, कंपनियों ने भी प्राफिट को कम किया हैै जिसका सीधा फायदा शराब के शौकीनों को मिलेगा।
सरकार ने सालों बाद आबकारी नीति में परिवर्तन किया तो दावा किया था कि शराब के रेट कम होंगे। अधिकारियों के मुताबिक, विदेशी शराब बनाने वालेे कंपनियों के साथ सरकार की करार में लाइसेंस फीस में कमी के साथ ही अन्य रियायत दी गई है। कंपनियों ने भी अपने फायदे का प्रतिशत कम किया है जिसके कारण 1 अप्रैल से शराब की बोतलों की एमआरपी 15 से 20 प्रतिशत कम हो जाएगी। साथ ही देशी शराब के लिए स्प्रीट बनाने वाली डिस्टलरी ने भी अपने रेट कर कर दिए है। यहां बनने वाली स्प्रीट का इस्तेमाल देशी व विदेशी शराब बनाने में होता है, रेट कम तय होने से भी दामों में कमी आएगी। 1 अप्रैल से प्रदेशभर में शराब दुकानों के नए ठेके लागू हो जाएंगे और इसके साथ ही नए दाम से शराब मिलने लगेगी। सहायक आबकारी आयुक्त राजनारायण सोनी के मुताबिक, कंपनियों से शासन के अनुबंध में हुई रियायत से ग्राहकों को 15 से 20 प्रतिशत कम रेट देना होंगे।
इंदौर में शराब सिंडीकेट के पास दुकानों के ठेके थे। स्थिति यह थी कि देवास, धार में एमएसपी (मिनिमम सेलिंग प्राइज) पर शराब बेची जा रही थी जबकि इंदौर में एमआरपी (मैक्सीमम रिटेल प्राइज) पर। अन्य शहरों से इंदौर मेें रेट ज्यादा होने से तस्करी भी बढ़ गई थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने का दावा किया जा रहा हैै। सोनी के मुताबिक, विभाग बिक्री की लगातार निगरानी भी करेगा।