73 साल पहले बना था राजस्थान, राजपूताना की 22 रियासतों को मिलाने में लगे थे 8 साल 7 महीने 14 दिन
आज राजस्थान दिवस है। साल 1949 में आज ही के दिन 22 रियासतों को मिलाकर राजस्थान बनाया गया। क्षेत्रफल के लिहाज से ये देश का सबसे बड़ा राज्य, जबकि जनसंख्या के लिहाज से सातवां सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान की राजधानी जयपुर को महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने बसाया था।
राजस्थान की पश्चिमी सीमाएं पाकिस्तान से लगती हैं। आजादी के पहले राजस्थान को राजपूताना के नाम से जाना जाता था। पूरे राजपूताना में 19 रियासतें और 3 ठिकाने थे। इन रियासतों और ठिकानों के एकीकरण के बाद 30 मार्च 1949 को राजस्थान बना। इन रियासतों का एकीकरण सात चरणों में पूरा हुआ। इसमें इसमें करीब 8 साल 7 महीने 14 दिन का समय लगा था।
भारत की आजादी के वक्त यह सोचा जा रहा था कि राजस्थान को आजाद भारत का प्रांत बनाना और राजपूताना के तत्कालीन हिस्से का भारत में विलय करना एक मुश्किल काम होगा। आजादी की घोषणा के साथ ही राजपूताना की देशी रियासतों के मुखियाओं में स्वतंत्र राज्य में भी अपनी सत्ता बरकरार रखने की होड़-सी लगी थी।
यहां की 22 रियासतों और ठिकानों में एक रियासत अजमेर मेरवाड़ा प्रांत को छोड़कर सभी पर देशी राजा-महाराजाओं का ही राज था। अजमेर-मेरवाड़ा प्रांत पर अंग्रेजों का कब्जा था। इस कारण ये सीधे ही स्वतंत्र भारत में आ जाती, मगर शेष 21 रियासतों का विलय कर ‘राजस्थान’ बनाया जाना था।
इन रियासतों के शासकों की मांग थी कि वे सालों से अपने राज्यों का शासन चलाते आ रहे हैं, उन्हें इसका अनुभव है, इस कारण उनकी रियासत को ‘स्वतंत्र राज्य’ का दर्जा दे दिया जाए। कॉलिंस और डोमिनिक लेपियर की किताब फ्रीडम एट मिडनाइट में जोधपुर और जैसलमेर जैसी रियासतों के पाकिस्तान की ओर झुकाव का भी जिक्र है। किताब में जोधपुर और जैसलमेर के राजाओं की जिन्ना से मुलाकात के बारे में विस्तार से बताया गया है।
किताब के मुताबिक, जिन्ना ने दोनों राजाओं को पाकिस्तान में शामिल होने के लिए कोरा कागज देकर अपनी शर्तें लिख लेने तक का ऑफर दिया था। रामचंद्र गुहा ने भी अपनी किताब इंडिया आफ्टर गांधी में जोधपुर की पाकिस्तान के साथ जाने की इच्छा का जिक्र किया है। हालांकि, भारत सरकार के तत्कालीन देशी रियासत और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और उनके सचिव वीपी मेनन की रणनीति के चलते ऐसा नहीं हो सका। 18 मार्च 1948 को शुरू हुई राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया कुल सात चरणों में एक नवंबर 1956 को पूरी हुई।
ऑस्कर लाइफ टाइम अचीवमेंट से सम्मानित हुए सत्यजीत रे
30 मार्च 1992 को फिल्मकार सत्यजीत रे को ऑस्कर लाइफ टाइम अचीवमेंट मानद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी साल उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। कुल 37 फिल्में बनाने वाले सत्यजीत रे की यादगार फिल्मों में पाथेर पांचाली, अपराजितो, अपूर संसार और चारूलता शामिल थीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन पर जानलेवा हमला हुआ
आज ही के दिन 1981 में अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन पर वॉशिंगटन में जानलेवा हमला हुआ। महज 69 दिन पहले राष्ट्रपति बने रीगन पर हमलावर ने छह गोलियां चलाई थीं। जॉन हिंकले जूनियर नाम के एक सिरफिरे ने जूडी फोस्टर की फिल्म ‘टैक्सी ड्राइवर’ से प्रेरित होकर ये हमला किया था। हमले के करीब महीने भर के अंदर राष्ट्रपति रीगन काम पर लौट आए। उन्होंने अपने दोनों कार्यकाल पूरे किए। इससे पहले अब्राहम लिंकन, जेम्स गार्डफील्ड, विलियम मैक्नले और जॉन कैनेडी पर भी राष्ट्रपति रहते हमले हुए थे, लेकिन ये सभी बच नहीं सके थे।
देश-दुनिया में 30 मार्च की अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं –
2006: ब्रिटेन में आतंकवाद निरोधक कानून लागू हुआ।
2005: मशहूर कार्टूनिस्ट और लेखक ओवी विजयन का निधन हुआ।
2003: लंदन में श्रीगुरु सिंहसभा गुरुद्वारा संगत के लिए खोला गया। समारोह में हजारों लोगों ने शिरकत की। इसे भारत से बाहर दुनिया का सबसे बड़ा गुरुद्वारा बताया गया।
2002: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-II की मां एलिजाबेथ-I का 101 साल की उम्र में निधन हो गया।
2002: प्रसिद्ध गीतकार आनंद बख्शी का निधन। उन्होंने बॉबी, अमर प्रेम, आराधना, मेरा गांव मेरा देश से लेकर मोहब्बतें, गदर: एक प्रेम कथा और यादें जैसी फिल्मों में गीत लिखे थे।
1997: कांग्रेस ने 10 महीने पुरानी केंद्र की एचडी देवगौड़ा सरकार से समर्थन वापस लिया। इसके बाद एक साल में तीसरी बार भारत सरकार बदली।
1982: नासा के अंतरिक्ष यान कोलंबिया ने एसटीएस-3 मिशन पूरा कर पृथ्वी पर वापसी की।
1919: महात्मा गांधी ने रॉलेक्ट एक्ट के विरोध की घोषणा की।