भ्रष्टाचार का डबल डोज …. 2 साल में केस दोगुने हो गए; 2020 में 51 एफआईआर, 2021 में यह 91 हो गईं, 15 महीने में 116 को सजा
ईओडब्ल्यू 15 महीनों (01 जनवरी 2021 से 31 मार्च 2022) में 126 एफआईआर दर्ज कर चुकी है। यही स्थिति सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों में बढ़ते भ्रष्टाचार की है। लोकायुक्त पुलिस ने 15 महीनों में 321 भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ रिश्वत, आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग की एफआईआर दर्ज की हैं। दोनों जांच एजेंसियों में दर्ज भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी की कुल 447 एफआईआर से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हर माह औसतन 29 से 30 एफआईआर भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ दर्ज हो रहीं हैं।
15 महीने में भ्रष्टाचार का लेखा-जोखा
लोकायुक्त पुलिस ने 268 भ्रष्टों को रंगेहाथों पकड़ा
लोकायुक्त पुलिस ने 15 महीनों (जनवरी 2021 से मार्च 2022) में 268 भ्रष्टों को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया। इनसे 58 लाख रु. रिश्वत के जब्त किए। ईओडब्ल्यू में 2021 में घोटाले और धोखाधड़ी की 276 शिकायतें पहुंची थी, जिसमें से 91 एफआईआर दर्ज की गई।