भीषण गर्मी में पानी के लिए हो रहा पलायन खरौआ गांव में 50 फीसदी घरों में पड़ा ताला, गांव में बचे सिर्फ 200 लोग
भिंड जिले की गोहद जनपद का गांव खरौआ। दोपहर के 12 बजे हैं। दो हजार की आबादी वाले गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा है। 50 फीसदी घरों पर ताला लगा है। गांव में सिर्फ 200 लोग बचे हैं, वे भी अपने घरों की रखवाली के लिए रुकने को मजबूर हैं।
लोग साइकिल से पानी ला रहे हैं। तो कुछ लोग तालाब किनारे स्थित कुआं से पानी खींच रहे हैं। इस कुआं में काईदार पानी है। इस पानी को छानकर ही पिया जा सकता है। गांव के अंदर राजहंस सिंह गुर्जर के घर के बरामदे में तीन से चार बुजुर्ग चारपाई लेटे हुए हैं।
कुछ गांवों में पानी की समस्या है
हद और मौ के बीच के कुछ गांवों में पानी की समस्या मेरे संज्ञान में आई है। पीएचई के सहायक यंत्री को इस संबंध में कहा गया है। ऐसे गांव के लिए ग्रुप ड्रिंकिंग वाटर सप्लाई स्कीम के तहत जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
– डॉ सतीश कुमार एस, कलेक्टर भिंड
3 उदाहरण जो बताते हैं कि किस तरह खाली हो रहा खरौआ गांव
1. राजहंस गुर्जर का गांव में बड़ा मकान बना हुआ है, उनका 70 लोगों से अधिक का परिवार है। लेकिन वर्तमान में सिर्फ दो ही लोग गांव में रह रहे हैं।
2. खच्चू चौधरी का भी काफी बड़ा घर है। उनके परिवार में 20 से ज्यादा सदस्य हैं। लेकिन गांव में दो लाेग ही रह रहे हैं। शेष सभी गांव से बाहर रह रहे हैं।
3. लोकेंद्र सिंह चार भाई हैं। परिवार में 20 से ज्यादा लोग हैं। लेकिन पेयजल संकट के चलते लोकेंद्र सिंह अपनी पत्नी के साथ ही अकेले गांव में रह रहे हैं। सभी लोग गांव छोड़ गए हैं।