32.50 करोड़ से पचास शहरों में होगा ‘तीसरी आंख’ का रखरखाव, मोबाइल पर लाइव फुटेज देख सकेंगे अधिकारी

-11 बड़े शहरों समेत 50 अन्य शहरों में कुल 11 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे हैं
-सर्विलांस मोबाइल व्हीकल की भी मिलेगी सुविधा, जिन स्थानों पर नहीं हैं कैमरे वहां जाएंगे ये वाहन

भोपाल. ‘तीसरी आंख’ यानी सीसीटीवी कैमरों से प्रदेश के सभी छोटे-बड़े शहरों की निगरानी करने के लिए पुलिस अफसरों को मोबाइल पर लाइव फुटेज देखने की सुविधा मिलेगी। दरअसल, प्रदेश के 50 शहरों में लगे सीसीटीवी कैमरों के रखरखाव के साथ ही नए लोकेशन्स पर कैमरे लगाने में पुलिस की दूरसंचार शाखा 32.50 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। कंपनी तीन साल तक पूरे सर्विलांस सिस्टम के साथ ही सीसीटीवी कैमरों की देखरेख का जिम्मा संभालेगी। इन पचास शहरों में 1161 लोकेशन्स हैं, जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। गौरतलब है कि इससे पूर्व तकरीबन 35 करोड़ रुपए में प्रदेश के 11 बड़े शहरों भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, इंदौर, देवास, सिंगरौली, ओंकारेश्वर, सागर, खंडवा और कटनी में लगे सीसीटीवी कैमरों के मेन्टेनेंस का जिम्मा सौंपा गया था।
32.50 करोड़ से पचास शहरों में होगा ‘तीसरी आंख’ का रखरखाव, मोबाइल पर लाइव फुटेज देख सकेंगे अधिकारी

32.50 करोड़ से पचास शहरों में होगा ‘तीसरी आंख’ का रखरखाव, मोबाइल पर लाइव फुटेज देख सकेंगे अधिकारी
एएसपी-डीएसपी स्तर के अधिकारी देख सकेंगे लाइव फुटेज
11 बड़े और 50 छोटे शहरों में लगे तकरीबन 11 हजार कैमरों से अब लाइव फुटेज देखने की सुविधा मोबाइल फोन पर मिल सकेगी। जानकारी के मुताबिक ये लाइव फुटेज डीएसपी और एएसपी स्तर के अधिकारियों के मोबाइल फोन पर देखी जा सकेगी। इससे कानून व्यवस्था को पुख्ता बनाए रखने और संदिग्ध लोगों पर नजर रखने में आसानी होगी।
69 मोबाइल सर्विलांस व्हीकल की भी सुविधा
सीसीटीवी कैमरों के वार्षिक रखरखाव के साथ ही 69 मोबाइल सर्विलांस व्हीकल भी तैयार किए जाएंगे। ये वे वाहन हैं, जिनमें किसी भी जगह की लाइव फुटेज प्र्रसारित करने की सुविधा रहेगी। इन वाहनों का उपयोग उन स्थानों पर किया जाएगा, जहां नेटवर्क की समस्या रहती है या जो सीसीटीवी कैमरे की जद से बाहर हैं।
धार्मिक और पर्यटन महत्व वाले शहर भी शामिल
प्रदेश के धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण कई शहरों में लगे सीसीटीवी कैमरों को अपडेट किया जाएगा। सलकनपुर, सांची, महेश्वर और भीमबैटिका में दस-दस तो नर्मदापुरम में तीस तो धार और वहां स्थित भोजशाला 25 लोकेशन्स पर सीसीटीवी कैमरे हैं। इसके अलावा मांडू में 15, दतिया और वहां स्थित पीतांबरा पीठ परिसर में 30 और ओरछा में 15 स्थानों पर तीसरी आंख का पहरा है।
इन 50 शहरों में अपडेट होंगे कैमरे
तीन साल के मेन्टेनेंस के साथ कंपनी प्रदेश के 50 शहरों में कैमरे भी बदलेगी। इन शहरों में सीहोर, सलकनपुर, रायसेन, मंडीदीप, सांची, भीमबैटिका, विदिशा, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, खरगोन, महेश्वर, बुरहानपुर, धार और भोजशाला, मांडू, पीथमपुर, झाबुआ, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, मुरैना, पीतांबरा पीठ दतिया, भिण्ड, बालाघाट, टीकमगढ़, ओरछा, छतरपुर, खजुराहो, पन्ना, सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, नरसिंहपुर, दमोह, बीना, सागर, शाजापुर, मंदसौर, रतलाम, नीमच, सतना, मैहर, रीवा, अनूपपुर, उमरिया, श्योपुर, हरदा, खुरई, डिंडौरी और शहडोल।

प्रदेश के 50 शहरों में सीसीटीवी कैमरों के रखरखाव के साथ ही मोबाइल फोन पर लाइव फुटेज उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है। इसके पूर्व सीसीटीवी फेस-1 के लिए 11 शहरों के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की गई थी।
्रसंजय कुमार झा, एडीजी, दूरसंचार

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