साइबर ठगी के लिए फर्जी सिम का खेल … गैंग ने एक साल में 20 हजार सिम से की देशभर में ठगी, 8 हजार कार्ड पुलिस ने बंद कराए

साइबर अपराधी दूसरों के दस्तावेजों से सिम कार्ड लेकर ठगी कर रहे हैं। पुलिस ने 1 प्रकरण की जांच में पाया कि साइबर अपराधियों ने सालभर के अंदर 20 हजार सिम कार्ड ठगी के लिए उपयोग किए हैं। इस पर पुलिस ने संबंधित दूरसंचार कंपनियों को पत्र लिखकर सिम कार्ड के दस्तावेजों के वेरीफिकेशन के लिए लिखा। इनमें 8 हजार सिम फर्जी निकलीं। जिन्हें साइबर सेल ने बंद कराया। संभवत: इतनी बड़ी संख्या में सिम बंद कराने का देश में पहला मामला होगा।

एडीजी राज्य सायबर योगेश देशमुख ने बताया कि ग्वालियर निवासी व्यक्ति ने फेसबुक पर कार का विज्ञापन देखकर डील की थी। इसमें साइबर ठगों ने उससे 75 हजार रुपए ठग लिए। साइबर पुलिस जोन ग्वालियर में केस रजिस्टर्ड कर इंवेस्टीगेशन शुरू किया गया। विवेचना के दौरान पाया गया कि आरोपियों ने पीड़ित से बात करने के लिए जिस मोबाइल नंबर का उपयोग किया था। उसकी सिम के दस्तावेजों में बेकसूर व्यक्ति के दस्तावेज लगे हैं। जिसे सिम अलॉट होने की जानकारी ही नहीं थी।

विवेचना में फर्जी सिम जारी करने की प्रक्रिया में संलिप्त आठ आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की। इसके बाद पुलिस टीम ने ठगी करने वाले साइबर क्रिमिनल की तलाश के लिए उनके मोबाइल (आईएमईआई) नंबर का एनालिसिस किया। खुलासा हुआ कि ठगी से जुड़े साइबर क्रिमिनल्स ने एक साल के बीच करीब 20 हजार मोबाइल नंबर का उपयोग किया है। इन नंबरों को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां वोडाफोन, आइडिया,एयरटेल, बीएसएनएल को इन नम्बरों के री-वैरिफिकेशन के लिए लिखा। इसके बाद टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों ने 7,948 सिमों को बंद किया।

पकड़ में नहीं आते साइबर क्रिमिनल
एडीजी देशमुख ने बताया कि इन सिमों का ब्लाॅक किया जाना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि फेक सिमों का प्रयोग करके ही साइबर अपराधी देश के लोगों के साथ ठगी करते हैं। पुलिस जब सिम के एड्रेस के आधार पर पहुंचती है, तो अपराधी नहीं मिलता। इसलिए पुलिस असली साइबर अपराधियों तक नहीं पहुंच पाती। इसकी वजह यह कि सिम बेगुनाह लोगों की आईडी का प्रयोग कर प्राप्त की गई होती है।

सिम उपलब्ध कराने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
एडीजी देशमुख ने साइबर क्रिमिनल को सिम उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने इस तरह की लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ साइबर सेल कार्रवाई करेगी। उन्होंने लोगों से भी अपील की साइबर जालसाजों के झांसे में नहीं आएं। लालच में नहीं फंसे।

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