ग्वालियर … परिवहन आयुक्त का पीए नहीं मिला…:
- मानव अधिकार आयोग में की गई है शिकायत…..
पीए सत्यप्रकाश की तलाश, पीए की पत्नी ने की शिकायत पति को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही…..
ग्वालियर में परिवहन आयुक्त के पीए सत्यप्रकाश शर्मा के वाहन के चालक के खुलासे के बाद झूठी शिकायतों का बड़ा खेल का पर्दाफाश हुआ था। पीए के चालक को गिरफ्तार करने के बाद पीए को भी जांच में संदिग्ध मानकर आरोपी बनाया गया था। इस मामले में 10 से अधिक समय हो गया है और पुलिस को अभी भी पीए सत्यप्रकाश नहीं मिला है।
उससे पूछताछ के बाद ही पुलिस की जांच आगे बढ़ सकेगी। पुलिस की रिपोर्ट न मिलने से परिवहन आयुक्त उसे सस्पेंड करने की कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा भी पता लगा है कि पीए की पत्नी ने हाल ही में मानव अधिकार आयोग को शिकायत की है कि उनके पति को कुछ लोग मानसिक प्रताड़ना दे रहे हैं। झूठा उनका नाम उछाला जा रहा है। एक शिकायत ग्वालियर आईजी को भी भेजी है। इसके बाद फिर से इस मामले में तूफान मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत और परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के खिलाफ मुख्यमंत्री से फर्जी शिकायतें करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यह फर्जी शिकायतें स्वयं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के पीएम सत्यप्रकाश शर्मा के वाहन चालक अजय सालुंके ने यह शिकायतें भेजी थीं। जब उसको गिरफ्तार किया गया तो उसने इन शिकायतों के पीछे परिवहन आयुक्त के पीए सत्यप्रकाश शर्मा का हाथ बताया था। इन शिकायतों मंे प्रदेश के टोल नाकों पर 50 करोड़ की अवैध वसूली का आरोप लगाया था। यह सारी शिकायतें पत्रकार धर्मवीर कुशवाह नाम से की गई थीं। जब उनके पास स्पीड पोस्ट के मैसेज आये, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। इस मामले में अब सत्यप्रकाश को भी संदिग्ध मानकर एफआईआर में नामजद किया गया है। पर सत्यप्रकाश पुलिस को नहीं मिल रहा है। पुलिस लगातार उसकी तलाश मंे लगी है। पीए के हाथ आने के बाद ही इस मामले की जांच आगे बढ़ सकेगी।
अभी तक नहीं हुआ सस्पेंड
इस मामले में पीए का नाम उछलने और अपने ही परिवहन आयुक्त और परिवहन मंत्री के खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा भेजने और एफआईआर में नाम आने के बाद सस्पेंड की कार्रवाई होनी थी, लेकिन परिवहन विभाग को अभी तक पुलिस की रिपोर्ट नहीं मिली है जिस कारण पीए का सस्पेंड होना अटका हुआ है।
पत्नी ने की मानिसक प्रताड़ना की शिकायत
इधर पीए सत्यप्रकाश शर्मा की पत्नी सुषमा शर्मा ने इस मामले में शिकायतें की हैं। पीए की पत्नी ने पहले मानव अधिकार आयोग में शिकायत थी। उसके बाद आईजी को भी शिकायत की है। जिसमें उन्होंने उनके पति को झूठा फंसाने और मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप कुछ लोगांे पर लगाया है।