Gwalior Police News: पांच अफसरों ने बनाया शहर का सुरक्षा चक्र, हाइवे पर पेट्रोलिंग से रोकेंगे लूटपाट

अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस के पांच अफसर शहर का सुरक्षा चक्र बना रहे हैं …. 

सीसीटीएनएस में ग्वालियर का प्रदेश में तीसरा स्थान, सीएम हेल्पलाइन में ए-ग्रेड मिला

Gwalior Police News:ग्वालियर। अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस के पांच अफसर शहर का सुरक्षा चक्र बना रहे हैं। वह अपने-अपने क्षेत्र में सायबर ठगी से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने से लेकर गंभीर अपराधों की विवेचना में तकनीक की मदद से अपराधियों को सलाखों तक पहुंचाने में सफल हुए हैं। साथ ही महिला व संगीन अपराधों को रोकने से लेकर शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि संपत्ति संबंधी अपराध और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस को असफलता मिली है। गर्मी के तीन महीने हाइवे पर लूट की वारदातों को रोकने के लिए पुलिस चौकी और हाइवे मोबाइल तैनात की है।

1. ग्वालियर ग्रामीण़एिएसपी जयराज कुबेर

2. शहर पश्चिम एएसपी सतेन्द्र तोमऱ

ये जिम्मेदारी: महिला अपराध पर अंकुश व सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाना़ऩिाये किया: हाल ही में ईद और परशुराम जन्मोत्सव एक ही दिन था। इस दिन कानून व्यवस्था बनी रहे इसके लिए एएसपी के निर्देशन में दोनों समाजों के बीच सौहार्दपूर्ण बैठक की गई और शांति से त्याहार मनाया गया। महिला थाना, महिला सेल व ऊर्जा डेस्क पर जरूरी सुधार किया। इससे एक महीने में 15 फीसद महिला अपराध में गिरावट दर्ज की गई, और ऊर्जा डेस्क के मामले में ग्वालियर को प्रदेश में पहला स्थान मिला।

राजेश दंडोतिया

जिम्मेदारी: संगठित अपराधों को रोकना़ऩिाक्या किया: एएसपी दंडोतिया ग्वालियर में पहले सीएसपी रह चुके हैं, इसलिए शहर की नब्ज से बाखिफ हैं। उन्होंने मुखबिर तंत्र को भी मजबूत किया है। पिछले एक महीने में एनडीपीएस के 32 प्रकरण बने, जिसमें 90 लाख की स्मैक पकड़ी। वहीं 14 आइपीएल के सट्टे में सात लाख की राशि व दो कार जब्त की गई। हालांकि संपत्ति संबंधी अपराध रोकने में कमजोर रहे।

4. शहर मध्य़एिएसपी अभिनव चौकसे

जिम्मेदारी: यातायात, कानून व्यवस्था संभालना़ऩिाक्या किया: शहर की यातायात व्यवस्था को सरल और सुगम बनाने के लिए एएसपी चौकसे लगातार प्रयोग कर रहे हैं। पिछले महीने एलआइसी चौराहे पर सुगम यातायात के लिए सात दिन प्रयोग किया, हालांकि सफलता 20 फीसद ही मिल सकी। अब महाराज बाड़ा क्षेत्र को नो व्हीकल जोन बनाया गया है। हालांकि यह पहला प्रयोग नहीं है, इससे पहले भी कई अफसर ऐसा कर चुके हैं।

5. शहर दक्षिण एएसपी मृगाखी डेका

जिम्मेदारी: छह थानों की बेहतर पुलिसिंग की़ऩिाये किया: एएसपी मृगाखी को अभी शहर में आए एक महीने का वक्त हुआ है अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क (सीसीटीएनएस) को लेकर लगातार काम कर रही हैं। तकनीकी रूप से पुलिस को शसक्त बनाने के लिए जवानों को प्रशिक्षण दे रही हैं।

शहर को पांच हिस्सों में बांटा गया है, जिसकी जिम्मेदारी अलग-अलग अफसरों की दी गई है। इस प्रयोग के सुखद परिणाम मिले हैं। पहली बार हाइवे मोबाइल का नवाचार किया है, जो सफल साबित हो रहा है। पिछले साल करीब आधा दर्जन लूट डबरा हाइवे पर हुई थीं, जबकि इस बार कोई लूट दर्ज नहीं हुई।

अमित सांघी, एसएसपी….

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