डॉक्टरों के खिलाफ बढ़ती हिंसा से सीजेआइ दुखी

जस्टिस रमना ने डॉ. कर्नल सीएस पंत और डॉ. वनीता कपूर की पुस्तक ‘एटलस ऑफ ब्रेस्ट इलास्टोग्राफी एंड अल्ट्रासाउंड गाइडेड फाइन नीडल साइटोलॉजी’ का विमोचन किया। विमोचन के अवसर पर उन्होंने कहा, ‘यह वह जगह है जहां पेशेवर चिकित्सा संघ बहुत महत्व रखते हैं। उन्हें डॉक्टरों की मांगों को उठाने में हमेशा सक्रिय रहना होगा ….

नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने डॉक्टरों के खिलाफ बढ़ती हिंसा और उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। जस्टिस रमना ने कहा कि डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा को देखकर बेहद दुख होता है। ईमानदार और मेहनती डॉक्टरों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं। उन्हें काम करने के बेहतर और अधिक सुरक्षित माहौल की जरूरत है। उन्होंनेे कहा कि वह डॉक्टरों की अटूट भावना का सम्मान करते हैं, जो मरीजों के लिए 24 घंटे काम करते हैं। डॉक्टर परामर्शदाता, मार्गदर्शक, दोस्त और सलाहकार होते हैं। उन्हें हमेशा समाज के सक्रिय सदस्य बने रहना चाहिए और लोगों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।

महिलाएं सबका रखती हैं ख्याल: जस्टिस रमना ने कहा कि घर में महिलाएं अपने स्वास्थ्य को छोड़कर सभी का ख्याल रखती हैं। परिवार का यह कर्तव्य है कि वे उसे नियमित स्वास्थ्य जांच के वास्ते भेजें, जिससे कि वह अपने शरीर और स्वास्थ्य को समझने की स्थिति में हो सके।

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