अपने ही देश में छिपने पर क्यों मजबूर हुआ राजपक्षे परिवार?
अब हम आपको श्रीलंका लेकर चलते हैं, जहां सवा दो करोड़ लोगों के गुस्से ने राजपक्षे परिवार को छिपने के लिए मजबूर कर दिया है. प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद अब श्रीलंका के मौजूदा राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग भी तेज हो गई है.
सत्ताधारी परिवार पर जनता का गुस्सा
श्रीलंका में आर्थिक संकट गहराने से पहले श्रीलंका की सरकार में राजपक्षे परिवार के कुल सात सदस्य थे. लेकिन अब राजपक्षे परिवार से सिर्फ गोटाबाया राजपक्षे ही संवैधानिक पद पर बने हुए हैं और श्रीलंका के लोगों ने उन्हें भी अपने पद से हटाने के लिए हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं. इस समय श्रीलंका में राजपक्षे परिवार की पार्टी के नेताओं को चुन-चुन कर मारा जा रहा है और उनकी मॉब लिंचिंग की जा रही है. इसके अलावा वहां सरकारी दफ्तरों, सरकारी गाड़ियों और सरकार से जुड़ी तमाम सम्पत्तियों को भी नष्ट किया जा रहा है या उन्हें आग लगाई जा रही है.
छिप रहे हैं राजपक्षे परिवार के लोग
आज श्रीलंका की राजधानी कोलंबो और दूसरे शहरों में कई घरों को आग लगा दी गई. इसके अलावा ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद महिंदा राजपक्षे ने अपने परिवार के साथ सेना के किसी ठिकाने पर शरण ले ली है. उनके बाकी भाई भी इस समय श्रीलंका के लोगों से छिपने की कोशिश कर रहे हैं.
24 घंटे में 8 लोगों की मौत
सोचिए, जो परिवार कुछ दिन पहले तक श्रीलंका की सत्ता में जमा हुआ था. उस परिवार को आज वहां के लोगों ने भागने के लिए मजबूर कर दिया है. श्रीलंका में तनाव इस कदर बढ़ चुका है कि वहां सत्तारुढ़ पार्टी के एक सांसद की हत्या कर दी गई है. हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में ये भी दावा है कि इस सांसद ने भीड़ से बचने के लिए से खुद को गोली मार ली थी. इस समय कोलंबो समेत कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इस हिंसा में पिछले 24 घंटों में आठ लोगों की मौत हो चुकी है. श्रीलंका की ये तस्वीरें आज आपको ये बताएंगी कि जब किसी देश के लोग विद्रोह पर उतर आते हैं तो उस देश में हालात कितने खतरनाक हो जाते हैं.
लोकतंत्र यानी लोगों की ताकत से बड़ा कुछ नहीं है. सरकार की मनमानी और भ्रष्टाचार ज्यादा दिन नहीं चलती, उधार की जिन्दगी बहुत छोटी होती है.