प्रदेश की सड़कें शाम में हो जाती हैं खतरनाकशाम छह से नौ के बीच सबसे अधिक सड़क हादसे2872 की सांसें थमी, 1607 लोग गंभीर घायल
भोपाल. प्रदेश की सड़कों पर शाम छह से नौ बजे तक संभलकर वाहन चलाएं…क्योंकि इस बीच सबसे अधिक सड़क हादसे होते हैं। पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीटॺूट के शोध के मुताबिक इस बीच प्राकृतिक रोशनी कम होने और सड़कों पर ट्रैफिक अधिक होने से ऐसी स्थिति बनती है।
अंधेरा होने से पहले मुकाम तक पहुंचने की जल्दी भी हादसे की वजह बनती है। बहरहाल, एक साल यानी जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक मध्यप्रदेश में इन तीन घंटों में सबसे अधिक 10332 हादसों में 2872 लोगों की मौत हुई है। इनमें शहरी क्षेत्र में 755 लोगों की तो ग्रामीण में 2117 लोगों की जान गई। यहां बता दें कि वर्ष 2021 में मप्र में हुए कुल 48877 सड़क हादसों में 12057 की मौत हुई, जबकि 48956 लोग घायल हुए थे।
पु लिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने प्रदेश में वर्ष 2021 में हुए सड़क हादसों का विस्तृत विश्लेषण किया तो पता चला कि जब मौसम साफ रहा तो सड़क हादसे भी अधिक हुए। इस दौरान 7358 लोगों की मौत हुई, जबकि 31023 लोग घायल हुए, जबकि बारिश में सड़क हादसों में मौतों का आंकड़ा 1495 था। धुंध और कोहरे के दौरान हुए सड़क हादसों में 1233 लोगों की जान गई और 4034 लोग घायल हुए।
समय मौत घायल
ुबह 6 से 9 बजे के बीच 1424 5982
सुबह 9 से दोपहर 12 बजे 1470 6950
दोपहर 12 से 3 बजे तक 1845 8197
दोपहर 3 से शाम 6 बज 2165 9218
शाम 6 से रात 9 बजे तक 2872 10332
रात 9 से 12 बजे तक 1555 5621
रात 12 बजे से सुबह 3 बजे 669 2497
सुबह 3 से सुबह 6 बजे तक 522 1857
(अज्ञात 380 हादसों में 105 लोगों की म