UP में अब खनन के लिए ई-सेवा “MINE MITRA”:CM योगी बोले- जल्द काबू में आएंगे बालू-मौरंग और गिट्टी के दाम, माफिया पर होगा एक्शन

सीएम योगी ने आज खनन कार्यों के लिए ई-सेवा “माइन मित्र” का लोकार्पण किया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि बालू, मौरंग और गिट्टी का आम आदमी से सीधा जुड़ाव है। इनकी कीमतों में बेवजह की बढ़ोतरी न हो। कालाबाजारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। आम जनता को सही दर पर बालू, मौरंग और गिट्टी मिलनी चाहिए।

सीएम ने कहा कि पिछले 5 सालों में खनन के कामों में पारदर्शिता आई है। आम-जनता को सुविधा देने के लिए नए प्रयास किए गए हैं। इसी सिलसिले में ऑनलाइन ई-सेवा के साथ खनन प्रबंधन के लिए “माइन मित्र” (http://minemitra.up.gov.in/) पोर्टल शुरु किया जा रहा है।

आम जनता को होगी सुविधा
माइन मित्र पोर्टल आम जनता, किसान, पट्टाधारक, स्टाकिस्ट, फुटकर विक्रेता, परिवहनकर्ता को खनन कार्यों के लिए तमाम अनुमति पत्र प्राप्त करने में फायदेमंद होगा। इस पोर्टल पर खनन विभाग की विभिन्न सेवाएं सहज रूप से उपलब्ध हैं। किसी को अपनी निजी भूमि से मिट्टी निकालनी हो, खरीदी गई मिट्टी का परिवहन करना हो, खनिज कार्यों के लिए लीज, परमिट, रजिस्ट्रेशन आदि को इस प्लेटफार्म से जोड़ा गया है। ईट भट्ठों को आनलाइन भुगतान करने में भी इससे आसानी होगी।

सीएम बोले- आवंटित क्षेत्र के बाहर न हो खनन
विभाग को यह तय करना होगा कि आवंटित क्षेत्र के बाहर खनन न हों। परिवहन परमिट से अधिक खनन न किया जाए। नदी की मुख्यधारा के बीच में पोकलैंड मशीन लगाकर खनन कार्य करना, नदी के स्वरूप के साथ खिलवाड़ है। ऐसी गतिविधियों पर कड़ाई से रोक लगाई जाए।

पारदर्शी बनाई जाए खनन-परिवहन व्वस्था
सीएम ने कहा कि किसी भी दशा में ओवरलोडिंग न हो। यह दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बनती है। उन्होंने कहा कि इंटीग्रेटेड माइनिंग सर्विलांस के माध्यम से खनन क्षेत्रों की जियो फेंसिंग, खनिज परिवहन करने वालों वाहनों पर माइन टैग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित चेक गेट की व्यवस्था खनन कार्यों को और पारदर्शी बनाएगी।

रेट पर हो सरकारी कंट्रोल
सीएम ने कहा कि मूल्य नियंत्रण में रहें। नये व्यवसायियों को बाजार में स्थापित एकाधिकार एवं बंधन से मुक्त कर समान अवसर उपलब्ध हो सके। इस दिशा में सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। पूर्व में छोटे-छोटे कार्यों के लिए अनुमति लेने में काफी दिक्कत होती थी। मैनुअल आवेदनों के कारण भ्रष्टाचार और लेटलतीफी की शिकायतें भी मिलती थीं। आनलाइन पोर्टल से न केवल आवेदनों का समयबद्ध निस्तारण हो सकेगा, बल्कि सिस्टम और पारदर्शी होगा।

राक फास्फेट और पोटाश बनेंगे निवेश का माध्यम
मुख्यमंत्री ने कहा कि ललितपुर जिले में राक फास्फेट एवं ललितपुर और सोनभद्र में पोटाश और लौह अयस्क के लिए प्रक्रिया शुरू हो रही है। यह विंध्य और बुंदेलखंड में बड़े निवेश का माध्यम बनेगा। इससे रोजगार भी बढ़ेगा।

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