यूपी की सड़कों पर यात्रा करता हूं, मुझे क्या मिला?

यूपी बजट 2022 में रिंग रोड और फ्लाईओवर के लिए 600 करोड़ रुपए

योगी सरकार 2.0 का पहला बजट गुरुवार को यूपी विधानसभा में पेश किया गया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेपर लेस बजट पेश किया। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में सड़कों और हाईवे पर खास फोकस किया गया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट पेश करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश 5 एक्सप्रेस-वे वाला देश का पहला प्रदेश बन गया है। रिंग रोड और फ्लाईओवर के लिए 600 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।

PWD की सड़कों के लिए 18500 करोड़ का बजट दिया गया है। गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का 40% काम पूरा हो गया है। काशी विश्वनाथ और गंगा दर्शन की सुगमता के लिए राजमार्ग बनाने के लिए 500 करोड़ का बजट दिया गया है।

  • आइए एक-एक करके सब जानते हैं…

5 एक्सप्रेस-वे वाला देश का पहला प्रदेश

  • उत्तर प्रदेश 5 एक्सप्रेस-वे वाला देश का पहला प्रदेश बन गया है।
  • सड़कों और पुलों के रखरखाव के लिए 4747 करोड़ दिया गया है।
  • शहरों और कस्बों में बाईपास-रिंग रोड निर्माण के लिए 600 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
  • प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के लिए 897 करोड़।
  • बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, डिफेंस कॉरिडोर के किनारे विकास कार्य होंगे।
  • पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की योजनाओं के लिए 700 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।
  • ग्रीन फील्ड और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 500 करोड़।
  • मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए 695 करोड़।
  • PWD की सड़कों के लिए 18561 करोड़ का बजट।
  • काशी विश्वनाथ राजघाट पुल से रामनगर तक 4 लेन सड़क निर्माण के लिए 500 करोड़।
  • गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का 40% काम पूरा हो गया है।
  • गांव और बसावटों को सड़क से जोड़ने के लिए 1965 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।
  • रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के लिए 1250 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।
  • जिला मार्ग चौड़ीकरण और नए कार्य के लिए 2600 करोड़ दिए गए हैं।
  • स्टेट हाईवे के चौड़करण और नए कार्यों के लिए 1600 करोड़ रुपए की व्यवस्था।
  • राज्य सड़क निधि राज्याशं मद में 2000 करोड़ एवं पूंजी मद में 1750 रुपए का बजट दिया गया है।
यूपी विधानसभा में पेपर लेस बजट 2022 पेश करते वित्त मंत्री सुरेश खन्ना।
यूपी विधानसभा में पेपर लेस बजट 2022 पेश करते वित्त मंत्री सुरेश खन्ना।

पिछले बजट में क्या मिला था

  • 2021-2022 के लिए लोक निर्माण विभाग के तहत आने वाली सड़कों और पुलों के निर्माण के लिए 12,441 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया था।
  • सड़कों और पुलों के मरम्मत के लिए 4,135 करोड़ रुपए का बजट दिया गया।
  • गांव एवं बसावटों को पक्के संपर्क सड़क से जोड़ने के लिए 695 करोड़ रुपए का बजट दिया गया।
  • विश्व बैंक से मिलने वाली मदद में उत्तर प्रदेश कोर रोड नेटवर्क परियोजना के तहत सड़क निर्माण के लिए 440 करोड़ रुपए तथा एशियन डेवलपमेन्ट बैंक सहायतित उप्र मुख्य जिला विकास परियोजना के तहत सड़क निर्माण को 208 करोड़ रुपए की बजट की व्यवस्था की गई है।
  • रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए 1192 करोड़ रुपए का बजट दिया गया।

जानें प्रदेश के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे को

340.82 किमी लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे है। यह सूबे की राजधानी लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर गाजीपुर के हैदरिया गांव में जाकर खत्‍म होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बन जाने से देश की राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सीधे पूर्वी उत्तर प्रदेश जुड़ गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे सूबे के 9 जिलों से जुड़ा है। जो लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर हैं।

गंगा एक्‍सप्रेस-वे निर्माण के लिए 695 करोड़ मिले
मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबी 6 लेन गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है। इसके लिए 695 करोड़ 34 लाख रुपए दिए गए हैं। इस एक्सप्रेस-वे में शाहजहांपुर में वायुसेना के विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग के लिए हवाई पट्टी भी बनाया गया है। यह एक्सप्रेस-वे मेरठ-बुलंदशहर मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 334) पर बिजौली ग्राम के पास से शुरू होगा और प्रयागराज जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-दो पर जुडापुर दादू गांव के पास मिलेगा।

इस एक्‍सप्रेस वे पर 120kmph की स्‍पीड से वाहन दौड़ेंगे। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, हापुड़, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज जनपद से गुजरेगा। इसके निर्माण से दिल्ली-प्रयागराज की सड़क मार्ग से यात्रा लगभग 6 घंटे में की जा सकेगी, जिसमें अभी 11-12 घंटे लगते हैं।

पूर्वांचल लिंक एक्‍सप्रेस-वे को जानें
गोरखपुर से करीब 90 किलोमीटर लम्बी एक लिंक एक्सप्रेस-वे निकल रही है, जो आजमगढ में जाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलेगी। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे दिसम्बर 2022 में तैयार हो जायेगा। इसके बाद इस सड़क से लोग और आसानी से लखनऊ और दिल्ली का सफर तय कर पायेंगे।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को जानें
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का 94 प्रतिशत से अधिक भौतिक कार्य पूरा हो चुका है। 20 जून तक बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का कार्य पूरा हो जाएगा। चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया और इटावा जिलों से होते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे आगरा एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे के सहारे देश की राजधानी दिल्ली से जुड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे 14849.09 करोड़ की लागत से बन रहा है। करीब 296 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे अभी चार लेन का है और भविष्य में इसे छह लेन तक बढ़ाने की प्लानिंग है।

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