कार के एक छोटे से टुकड़े ने खोला राज, पकड़ में आया हिट एंड रन मामले का आरोपी RJ
नई दिल्ली: दिल्ली की रायसीना रोड पर 30 जून की सुबह करीब साढ़े पांच बजे मेरिडियन होटल के सामने एक काले रंग की क्रेटा कार ने स्कूटी सवार धीरज नाम के शख्स को पीछे से टक्कर मारी और मौके से फ़रार हो गई थी. एक्सीडेंट की पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में क़ैद हो गई. एक्सीडेंट में काले रंग की क्रेटा कार ने पीछे से स्कूटी सवार को टक्कर मारी और मौके से फरार हो गई. घटना के कुछ ही देर बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस को धीरज जमीन पर पड़ा मिलता है, जब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
धीरज की इस तरह से हुई मौत पर उसके परिवार वाले सवाल उठाने लगे. परिवार को ये हादसा नहीं बल्कि एक सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या लग रही थी. परिजनों के अनुसार, धीरज का विवाद फ्री चर्च के मैनेजमेंट से चल रहा था. लिहाजा इस मामले को सुलझाना पुलिस के लिए एक चुनौती था. पुलिस के पास कोई भी चश्मदीद गवाह या गाड़ी का नंबर नहीं था. पुलिस के पास अगर कुछ था तो सिर्फ एक सीसीटीवी फुटेज और घटनास्थल पर पड़ा एक टूटा हुआ मड फ्लैप का हिस्सा. एक्सीडेंट को हत्या बताने के धीरज के परिवार के आरोपों के बीच इस ब्लाइंड केस को सुलझाने के लिए नई दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा ने इंस्पेक्टर संजीव कुमार, पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने के एसएचओ वेदप्रकाश की एक टीम बनाई. जिनको हज़ारो काले रंग की क्रेटा कारों में से एक कार की तलाश करनी थी. पुलिस ने जब अपनी तफ़्तीश शुरू की तो पता चला कि देश भर में काले रंग की 22 हजार क्रेटा कार है. इनमें से दिल्ली एनसीआर में ही कुल 2667 क्रेटा कार हैं. इनके मड फ्लैप के बार कोड बदले गए हैं. पुलिस ने जब उन गाड़ियों की जानकारी मांगी तो कंपनी ने 26 हुंडई कार डीलरों की डिटेल्स दी.
पुलिस ने उस कार के नंबर को जानने के लिए नई दिल्ली से लेकर गाड़ी जिस दिशा में गई थी वहां के करीब 100 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले, सीसीटीवी में काले रंग की क्रेटा गाड़ी सुनहरी मस्जिद से रायसीना रोड और फिर मंदिर मार्ग की तरफ जाती हुई दिख रही थी. गाड़ी का नंबर पता लगाने के लिए पुलिस जब सीसीटीवी फुटेज को साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट को दी तो फ्रेम टूटने की वजह से साइबर एक्सपर्ट नंबर पता लगाने में नाकामयाब रहे. एक साइबर एक्सपर्ट ने पुलिस को बताया कि उस गाड़ी का नंबर DL से शुरू होता है और उसका आखिरी नंबर 6 है. पुलिस के लिए ये लीड काफी अहम साबित हुई.
गाड़ियों के नंबर का मिलान करने पर पुलिस को पता लगा कि दिल्ली में 21 ऐसी काली रंग की क्रेटा कार थीं, जिनका नंबर DL से शुरू होता है और आखिरी नंबर 6 था. पुलिस ने अपनी जांच का दायरा और आगे बढ़ाया तो शक के दायरे में तीन ऐसी काले रंग की गाड़ियों आई जिनमे से किसी एक का ताल्लुक इस एक्सीडेंट से था. पुलिस पहले दो लोगों के घर गयी तो इस एक्सीडेंट से उनकी कोई भूमिका नजर नहीं आई. अंत में पुलिस की टीम जब पटेल नगर में अंकित गुलाटी के घर गई तो पता चला कि उसने गाड़ी कहीं भेजी हुई है.
पुलिस पूछताछ में पहले तो अंकित घटना में शामिल होने से साफ इंकार करता रहा. लेकिन, हादसे वाली सुबह उसकी मोबाइल लोकेशन उसी रुट पर दिखाई दी थी, जहां से काले रंग की क्रेटा कार गुजरी थी. आगे जारी पूछताछ में अंकित गुलाटी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने पुलिस को बताया कि 30 जून की रात वो नेहरू प्लेस के ईरोज़ होटल में पार्टी करने गया था. सुबह 3 बजे तक पार्टी करने के बाद वो नई दिल्ली के सम्राट होटल गया और वहां से 5 बजे निकलने के बाद वो अपने किसी दोस्त से मिलने होटल पार्क जा रहा था.
उसने बताया कि रास्ता भूल जाने की वजह से उसने अपने मोबाइल पर नेविगेटर लगाया हुआ था, वो लगातार मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था. इसीलिए वो गलत रास्ते पर चला गया था और अचानक से धीरज की स्कूटी में टक्कर मार दी थी. पुलिस ने अब ये हिट एंड रन केस को सुलझाते हुए रेडियो जॉकी अंकित गुलाटी को गिरफ्तार कर काले रंग की क्रेटा कार को भी जब्त किया है.