ग्वालियर … लेटलतीफी… ? 18 महीने में पूरा होना था थीम रोड प्रोजेक्ट, अब बचे 30 दिन, 50 फीसदी काम अब भी अधूराफैक्ट फाइल

ग्वालियर. स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कॉर्पोरेशन द्वारा थीम रोड पर कराए जा रहे कार्य को लेकर भले ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिटावट व सांसद विवेक नारायण शेजवलकर स्मार्ट सिटी सीईओ व कंपनी को कई बार समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दे चुके हों, लेकिन उसे बाद भी समय सीमा में कार्य पूरा होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि अभी भी स्मार्ट रोड (थीम रोड) के कार्य को पूरा होने में करीब एक साल लग सकता है।

वर्तमान में स्मार्ट सिटी का कार्य करीब 50 प्रतिशत ही हुआ है, जबकि यह कार्य 18 महीने में पूरा किया जाना था और अब तक कंपनी के अनुबंध के हिसाब से करीब 17 महीने का समय निकल चुका है। ऐसे में 15.62 किमी स्मार्ट रोड का कार्य 30 दिन में पूरा होना मुश्किल लग रहा है। एलएनटी कंपनी के जिम्मेदारों द्वारा अभी तक सिर्फ एक किमी रोड का कार्य पूरा कर पाए है। हालांकि अभी भी उसमें कार्य लगाजार जारी है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रोजेक्ट 30 दिन में नहीं बल्कि एक साल में भी पूरा नहीं हो पाएगा। बता दें कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा सितंबर 2020 में 300 करोड़ की लागत से 15.62 किमी सड़क बनाने का टेंडर स्वीकृत कर एलएंडटी कंपनी से अनुबंध दिसंबर 2020 में किया गया था। जिसके अनुसार कंपनी को 18 महीने में थीम रोड अलावा शहर की करीब 18 सड़कों पर अंडर ग्राउंड विद्युतीकरण, सौंदर्यीकरण, फुटपाथ का निर्माण सहित अन्य कार्यों को करना है। अभी कंपनी को पहले फैज में महलगेट से मांढरे की माता तक करीब एक किमी लंबी रोड को स्मार्ट रोड बनाना है। इसके लिए पहले 30 सितंबर 2021 की डेट दी गई थी। जिस पर स्मार्ट सिटी सीइओ तत्कालीन जयति सिंह द्वारा 31 जनवरी 2022 तक पूरा किए जाने की बात कही गई। हालांकि अभी तक यह कार्य पूरा नहीं हुआ है।

2020

दिसंबर में एलएनटी कंपनी से हुआ था अनुबंध।

18 महीने

में कंपनी को कार्य पूरा करना है।

31 जनवरी

2022 कर दी गई है डेट को बढ़ाकर।

जून-जुलाई

2022 में पूरा होना है स्मार्ट रोड का प्रोजेक्ट।

300 करोड़

का है स्मार्ट रोड का प्रोजेक्ट।

काम में गुणवत्ता नहीं…

स्मार्ट रोड का कार्य गुणवत्ता के हिसाब से नहीं किया जा रहा है। कंपू रोड पर गिट्टी व मिट्टी व खोदी हुई सड़क से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार स्मार्ट सिटी व निगम को शिकायत भी कर चुके हैं उसके बाद भी समाधान नहीं हो रहा है।

डॉ. विमलेंद्र सिंह राठौर, रहवासी

300 करोड़ की लागत से पूरा होना है प्रोजेक्ट

लगेगी 15 करोड़ की पेनल्टी

स्मार्ट रोड के टेंडर की शर्त के अनुसार प्रोजेक्ट में जितनी अधिक देर होगी उतनी पैनल्टी लगाई जाएगी। प्रोजेक्ट राशि की अधिकतम 10 प्रतिशत की पेनल्टी ही लगाई जा सकती है। इस हिसाब से यदि कंपनी तीन साल भी प्रोजेक्ट का कार्य पूरा करेगी तो उसे 15 करोड़ की पेनल्टी लगेगी।

कार्य जल्द पूरा होगा

हमारी पूरी कोशिश है कि थीम रोड का कार्य समय सीमा में पूरा किया जाए। इसको लेकर मैं लगातार निरीक्षण भी कर रही हूं। जल्द ही सभी अधिकारियों की बैठक लेकर कार्य को जल्द ही पूरा करवाया जाएगा।

नीतू माथुर स्मार्ट सिटी सीइओ

फील्ड में नजर नहीं आ रहे कार्यपालन यंत्री

कंपू रोड पर रहने वाले राजेश, विमलेंद्र व गजेंद्र आदि ने बताया कि यदि पूर्व स्मार्ट सिटी द्वारा सभी अधिकारियों पर लगाम लगाई जाती तो शायद यह प्रोजेक्ट समय सीमा में पूर्ण हो सकता था। वहीं अब न तो कार्यपालन यंत्री अंकित शर्मा, अधीक्षण यंत्री सुभौद खरे सहित स्मार्ट सिटी व कंपनी की अधिकारी निरीक्षण नहीं कर रहे हैं और ना ही उनकी टीम फील्ड में दिखाई देती है। ऐसे में यह प्रोजेक्ट अब और अधिक लेट होगा। वहीं इस संबंध में जब अंकित को फोन लगाया गया तो उनका कॉल अटैंड नहीं हुआ।

अभी यह चल रहे हैं कार्य

स्मार्ट रोड कंपू पर डामर किए जाने, डिवाइडर बनाने, फुटपाथ, कंपू के पास पुलिया निर्माण, सड़क व नाले-नालियों और सड़कों की खुदाई सहित अन्य कार्य अभी भी चल रहे हैं।

18 प्रमुख मार्ग पर होना है कार्य

स्मार्ट रोड बनाने के सराफा रोड, अस्पताल रोड, महल रोड, आमखो रोड, दौलतगंज, दालबाजार, राजपायगा सहित व्यवसायिक सहित अन्य क्षेत्र के करीब 18 प्रमुख मार्ग शामिल किए गए हैं। इन मार्गों पर थीम रोड की तरह कार्य करना बिल्कुल भी आसान नहीं होगा। क्योंकि यह मार्ग काफी सकरी हैं और इन पर आवागमन भी काफी अधिक है। ऐसे में यह प्रोजेक्ट का कार्य काफी लेट हो सकता है।

 

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