भुगतान से पहले अमृत योजना के कार्यों का होगा सत्यापन
ग्वालियर. अमृत योजना के तहत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिछाई गई सीवर लाइन के कार्यों का सत्यापन कराया जाएगा। इसके बाद ही ठेकेदार फर्मों को अंतिम भुगतान किया जाएगा। शहर के विभिन्न इलाकों में अमृत योजना के तहत हुए कार्यों की शिकायतों के चलते नगर निगम के अफसरों ने यह निर्णय लिया है। इस मामले में नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने भी निर्देश दिए हैं कि अमृत योजना के तहत शहर में किए गए सीवर लाइन के कार्यों के अंतिम भुगतान के लिए ठेकेदारों से सात दिन के अंदर बिल मंगा लें। इन बिलों के आधार पर यह सत्यापन करें कि जो काम होना बताए गए हैं, वे हुए हैं या नहीं। ठेकेदार जिस निर्माण सामग्री का उपयोग होना बता रहे हैं, उसे भी एक बार जांच लिया जाए। उसके बाद अंतिम भुगतान की प्रक्रिया की जाए।
आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि अमृत योजना के तहत बनाए गए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की एज बिल्ट ड्राइंग लेकर मौके पर हुए कार्य को चेक कर लिया जाए। इसके अलावा इन प्लांट के मेंटेनेंस के लिए जो कर्मचारी लगाए गए हैं, उनकी संख्या से लेकर योग्यता तक जांच ली जाए। इसके अलावा ठेकेदार फर्म प्लांट का संचालन एवं संधारण कैसे करेंगी, यह भी तय कर लिया जाए। इसके बाद ही इन प्लांटों के आगे संचालन की तैयारी की जाएगी। अमृत फेज वन में कई इलाके छूट गए हैं। ऐसे में आयुक्त ने निर्देश दिए कि फेज वन का अंतिम भुगतान करने पर यदि राशि बचती है, तो उससे छूटे हुए क्षेत्रों में सीवर लाइन का काम कराया जाए। इसके अतिरिक्त अमृत फेज दो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में भी ऐसे इलाकों को चिह्नित कर शामिल करें और काम कराएं। इस बैठक में पीएचई के कार्यपालन यंत्री रामू शुक्ला सहित अन्य अफसर मौजूद थे।
अमृत योजना के तहत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिछाई गई सीवर लाइन के कार्यों का सत्यापन कराया जाएगा।