नोएडा में एक हजार फार्म हाउस अवैध …. ?

नोएडा प्राधिकरण ने किया था सर्वे, एक सप्ताह में चलेगा बुलडोजर ….
  • नोएडा में एक हजार फार्म हाउस अवैध - Dainik Bhaskar
नोएडा में एक हजार फार्म हाउस अवैध….

नोएडा में यमुना नदी के डूब क्षेत्र में एक हजार अवैध फार्म हाउस बने हुए हैं। यह खुलासा मंगलवार को आई नोएडा प्राधिकरण की सर्वे रिपोर्ट में हुआ है। इनमें से अधिकांश फार्म हाउस का निर्माण बड़े स्तर पर साल 2015 से 2021 के बीच में हुआ है। अब इनको तोड़ने के लिए बड़े स्तर पर अभियान की शुरुआत इसी सप्ताह से होगी। नोएडा प्राधिकरण के सर्वे में करीब एक हजार अवैध फार्म हाउस होना सामने आया है।

डूब क्षेत्र में बने अवैध फार्म हाउस
डूब क्षेत्र में बने अवैध फार्म हाउस

पूरी तरह से बन चुके है 700 फार्म हाउस
इनमें से करीब 700 फार्म हाउस पूरी तरह बन चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि डूब क्षेत्र में कोई भी पक्का निर्माण नहीं किया जा सकता है। ऐसे में सर्वे में सामने आए सभी फार्म हाउस अवैध हैं। प्राधिकरण ने पिछले सप्ताह बुधवार को कार्रवाई करते हुए सेक्टर-150 व 151 में स्थित तिलवाड़ा, मोमनाथल व गुलावली गांव में बने 62 फार्म हाउस तोड़े थे।

तीन दिन चला सर्वे
इसके बाद कार्रवाई करने से पहले सीईओ ने भूलेख विभाग के जरिए सर्वे कराने का निर्णय लिया था। सर्वे का काम शुक्रवार से शुरू किया गया। अब सर्वे का काम पूरा हो गया है। भूलेख विभाग ने सर्वे रिपोर्ट के बारे में एसीईओ व सीईओ को जानकारी दे दी है। इसके अलावा यह जानकारी सिंचाई विभाग को भी दी जाएगी।

पुस्ते पर लगा प्राधिकरण का चेतावनी बोर्ड
पुस्ते पर लगा प्राधिकरण का चेतावनी बोर्ड

इन गांवों की जमीनों पर किया गया सर्वे
अधिकारियों ने बताया कि यमुना किनारे बसे करीब दर्जन भर गांव के डूब क्षेत्र के हिस्से को सर्वे में शामिल किया गया। जिन गांवों के पास के हिस्से का सर्वे किया गया उनमें तिलवाड़ा, मोमनाथल, गुलावली, रायपुर, रोहिल्लापुर, सुल्तानपुर, नंगली वाजितपुर, नंगला-नंगली, सुल्तानपुर व कुछ अन्य गांव शामिल हैं। नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि सर्वे में करीब एक हजार फार्म हाउस होना सामने आया है। इनको ध्वस्त करने की कार्रवाई जल्द होगी।

नोटिस देने में हिचक रहा प्राधिकरण
सूत्रों की मानें तो अब जिनके नाम सर्वे में सामने आया है उनको कार्रवाई से पहले नोटिस देने में प्राधिकरण के अधिकारी हिचक रहे हैं। तर्क दे रहे हैं कि वह नोटिस के आधार पर स्टे लेकर आ जाएंगे। वहीं सूत्रों की माने तो यह तर्क देकर प्राधिकरण के अधिकारी अब आगे कार्रवाई करने से बचते नजर आ रहे हैं। इसकी वजह यह है कि जिनके नाम फार्म हाउस में सामने आए हैं उनके किसी न किसी रूप में प्राधिकरण अधिकारी दबाव में आ गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *