ग्वालियर से महापौर प्रत्याशी घोषित होते ही कांग्रेस में विरोध बढ़ा … ?
ग्वालियर से महापौर का टिकट कटने से कांग्रेस नेत्री ने कमलनाथ के बंगले पर धरने पर बैठीं….
नगरीय निकायों के चुनाव में कांग्रेस ने रतलाम को छोड़कर सभी नगर निगम में अपने केंडिडेट्स घोषित कर दिए हैं। मप्र में नगर निगम चुनाव में प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होने के बाद दावेदारों का विरोध बढ़ने लगा है। ग्वालियर नगर निगम से महापौर की दावेदार शांति कुशवाह ने टिकट कटने से नाराज होकर कमलनाथ के बंगले पर धरना दिया। शांति इंटक कांग्रेस की अध्यक्ष हैं वे ग्वालियर नगर निगम से दावेदारी कर रहीं थीं। टिकट का ऐलान होने के बाद गुरूवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात भोपाल में पीसीसी चीफ कमलनाथ के बंगले के बाहर धरना देने पहुंच गईं। शांति ने आरोप लगाया कि कमलनाथ मिलने के लिए टाइम नहीं देते। पिछले तीन दिनों से भोपाल में हूं। जैसे ही में उनसे मिली तो उन्होंने चलो-चलो कहकर चलता कर दिया। मैंने व्यक्तिगत तौर पर मिलने का टाइम मांगा लेकिन कमलनाथ जी टाइम नहीं नहीं देते।
चुनाव प्रभारी ने कहा था तुम जीत सकती हो, अब फोन नहीं उठा रहे
शांति कुशवाह ने कहा कि ग्वालियर के प्रभारी मुकेश नायक ने मुझसे कहा था कि तुम चुनाव जीत सकती हो। तुम्हें सभी वर्गों के वोट मिल जाएंगे। लेकिन आज पता चला कि मीटिंग में विधायक की पत्नी शोभा सिकरवार का नाम फाइनल हो गया। टिकट फाइनल होने के बाद अब मुकेश नायक, अशोक सिंह यादव फोन ही नहीं उठा रहे हैं। मैं इनकी गुप्त बैठक में पहुंची तो मुकेश नायक, अशोक सिंह यादव, सतीश सिकरवार के साथ बैठक कर रहे थे। मैनें अशोक सिंह से कहा कि आपको चार बार लोकसभा हार गए हो मुझे एक बार हारने के लिए टिकट दे दो। मैं दस साल से पार्टी की सेवा कर रहीं हूं मुझे तसल्ली हो जाएगी कि पार्टी ने मुझे कुछ दिया है। महिला नेत्री के कमलनाथ के बंगले पर धरना देने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और उन्हें समझाइश देकर वहां से रवाना कर दिया।