ग्वालियर .. वसूली निकलते ही भ्रष्टाचारी सरपंच खुद तो हटे, लेकिन पत्नियों को भेज दिया चुनाव मैदान में
पंचायत चुनाव: अभी तक 30 लोग कर चुके 33 लाख रुपए जमा…
ग्वालियर … भ्रष्टाचार करने के मामले में उजागर हो चुके पूर्व सरपंच वसूली से बचने के लिए अलग-अलग हथकंडे तो इस्तेमाल कर ही रहे हैं, अब पंचायत चुनाव में भी सरकारी धन वापस किए बगैर ही पत्नी या फिर किसी अन्य नाम से चुनाव मैदान में हैं। पंचायत चुनाव से पहले डिफॉल्टर घोषित किए जा चुके इन 183 पूर्व सरपंचों ने अभी भी मैदान नहीं छोड़ा है।
विकास कार्यों के लिए आए लगभग 5 करोड़ 98 लाख रुपए का दुरुपयोग करने वाले इन सरपंचों से वसूली के नोटिस जारी हो चुके हैं और जिला पंचायत सीईओ ने चुनाव के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। सरकारी आदेश में आयोग्य सिद्ध होने के बाद पूर्व सरपंचों ने अपनी पत्नी, बहू, मां और अपने नजदीकी समर्थक को नामांकन भरवाए हैं। जिले में 20 से ज्यादा पंचायतों में पूर्व सरपंचों ने पंचायत में दबदबा बनाए रखने के लिए समर्थक या परिजन को चुनाव मैदान में उतारकर सरकारी आदेश को दरकिनार करने का पैंतरा अपनाया है।
ये दागी पूर्व सरपंच अब प्रचार भी कर रहे हैं। जबकि 18 पूर्व सरपंचों ने अपनी पत्नियों को सरपंच के अलावा जिला पंचायत और जनपद सदस्य के लिए भी मैदान में उतारा है।
यहां हो चुकी गड़बड़ी
: भितरवार की 53 पंचायतों में पूर्व सरपंचों ने सबसे ज्यादा आर्थिक अनियमितताएं की हैं। 2.22 करोड़ रुपए की वसूली के नोटिस जारी हुए थे। अकेली बामरोल पंचायत में ही 1 करोड़ 33 लाख रुपए के फर्जीवाड़े की शिकायत हो चुकी हैं। सूत्र बताते हैं कि जांच के बाद लगभग 52 लाख रुपए पूर्व सरपंच ने सरकारी खजाने में वापस जमा भी करवा दिए हैं।
: डबरा की 49 पंचायतों में आर्थिक गड़बड़ियां हो चुकी हैं।1.41 करोड़ रुपए की वसूली होनी है। आर्थिक अनियमितताएं करने वाले पूर्व सरपंच छोटी-छोटी रकम जमा करके खुद को साफ करने की कोशिश में लगे हैं।
: मुरार में 43 पंचायतों के पूर्व सरपंचों पर आर्थिक अनियमितताओं के आरोप सिद्ध हुए हैं। इन सभी से 1.5 करोड़ रुपए की वसूली की प्रक्रिया अमल में हैं और कुछ पूर्व सरपंच राशि वापस करने की जुगत में भी लगे हैं।
: घाटीगांव में 38 पंचायतें ऐसी हैं, जहां के पूर्व सरपंचों ने विकास कार्यों के लिए आई 74.5 लाख रुपए का दुरुपयोग किया। सभी से वसूली की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है।