इंदौर कांग्रेस के 3 मंजिला ऑफिस का किराया 1 …?

इंदौर कांग्रेस के 3 मंजिला ऑफिस का किराया 1 रुपया:47 साल से वह भी नहीं दिया; किराए की बिल्डिंग से खुद के भवन में पहुंच गई भाजपा…

इंदौर में निकाय चुनाव का प्रचार अंतिम दौर में है। कांग्रेस मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला और भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव जमकर जोर आजमाइश कर रहे हैं। भाजपा चुनावी रणनीति जावरा कंपाउंड स्थित दफ्तर से तो कांग्रेस गांधी भवन परिसर में बने ऑफिस से बना रही है। दैनिक भास्कर चुनावी माहौल में दोनों बड़ी पार्टियों के दफ्तरों का हाल जानने पहुंचा। भाजपा का ऑफिस होटल जैसा है, लेकिन कांग्रेस कार्यालय की हालत नाजुक है। कांग्रेस कार्यालय का किराया मात्र 1 रुपए है। पार्टी ने 47 साल से यह किराया भी नहीं दिया है। कांग्रेस पदाधिकारी का कहना है कि न तो ट्रस्ट ने रुपए मांगे न ही सहयोग दिया।

ऐसा है कांग्रेस दफ्तर…
गांधी भवन परिसर में बना कार्यालय तीन मंजिला है, जो बाहर से जर्जर नजर आता है। सीढ़ियां चढ़कर पहली मंजिल पर पहुंचते ही दाएं और बाएं ओर कमरे हैं। एक ओर शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल तो दूसरी ओर जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव बैठते हैं। बाकलीवाल के कक्ष से ही सटकर एक बैठक हॉल है। यहां बैठने के लिए जमीन पर गादी बिछी है। शहर अध्यक्ष का चैंबर इतना बड़ा है कि आधा दर्जन कार्यकर्ता खड़े हो सकते हैं। एक छोटा सा मीडिया रूम भी है। दूसरी मंजिल पर एक हॉल है, जहां ताला लटका है।

भाजपा के दफ्तर में सफेद गद्दों के साथ तकिए रखें हैं। वहीं, कांग्रेस जमीन पर बैठकर मंथन करती है ।
भाजपा के दफ्तर में सफेद गद्दों के साथ तकिए रखें हैं। वहीं, कांग्रेस जमीन पर बैठकर मंथन करती है ।

अब भाजपा की जगमगाहट…
भाजपा का दफ्तर भी तीन मंजिला है, लेकिन किसी होटल से कम नहीं। खुद का ऑफिस है। ग्राउंड फ्लोर हॉल और दो बड़े कमरे हैं। यहां एक मीडिया प्रभारी कक्ष तो दूसरा संभागीय मीडिया प्रभारी कक्ष है। हॉल में 300 से ज्यादा लोग समा सकते हैं। पहली मंजिल पर सभागार और एक हॉल है। यहीं पर शहर अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष का कक्ष है। कार्यकर्ताओं के लिए दो कमरे भी हैं। तीसरी मंजिल पर एक हॉल और आराम करने के लिए वीआईपी तीन कमरे और किचन है। यह दफ्तर पूरी तरह से एयर कंडिशनर है। रोशनी ऑरो, सैनिटाइज मशीन समेत अन्य व्यवस्था है।

कांग्रेस का किराया 1 रुपया, वह भी 47 साल से नहीं दिया
कांग्रेस कार्यालय पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी कन्हैयालाल खादीवाला ने गांधी भवन ट्रस्ट की स्थापना कर बिल्डिंग का निर्माण कराया था, जिसके बाद 1944 को कांग्रेस पार्टी को 1 रुपए महीने पर कार्यालय संचालित करने के लिए किराए पर दिया था।

कांग्रेस के गांधी भवन के स्थाई मंत्री द्वारिका प्रसाद चौबे ने बताया कि कांग्रेस भवन के लिए ट्रस्ट एक रुपया किराया लेता था। इसके बदले ट्रस्ट कांग्रेस पार्टी को सहयोग राशि दिया करती थी। गोविंद खादीवाला जब तक ट्रस्टी रहे सबकुछ सही चल रहा था। करीब 47 साल पहले ट्रस्ट ने सहयोग राशि देना बंद कर दिया और हमने किराया। हालांकि उन्होंने कभी किराया मांगा भी नहीं।

कांग्रेस कार्यालय में बैठने के लिए लकड़ी की बेच रखी है। वहीं भाजपा दफ्तर में आरामदायक सोफे रखे हुए हैं।
कांग्रेस कार्यालय में बैठने के लिए लकड़ी की बेच रखी है। वहीं भाजपा दफ्तर में आरामदायक सोफे रखे हुए हैं।

ट्रस्ट ने 150 रुपए महीना सहयोग राशि देना बंद किया
कांग्रेस कार्यालय संचालित होने वाली बिल्डिंग की देखरेख गांधी भवन ट्रस्ट करता है। ट्रस्ट ने बिल्डिंग में अन्य लोगों को दुकानें व ऑफिस किराए पर दे रखी हैं, जिससे बिल्डिंग का मेंटेनेंस किया जाता है। खास बात तो यह है कि कांग्रेस जब तक बतौर किराया 1 रुपए ट्रस्ट को देती थी, तब तक ट्रस्ट उसे हर महीने 150 रुपए सहयोग राशि भी देता था। ऐसे में यदि 35 साल में कांग्रेस को 420 रुपए किराया देना था, जिसके एवज में ट्रस्ट उसे 5 हजार 250 रुपए अनुदान राशि देती।

कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में स्थित है ।
कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में स्थित है ।

कमलनाथ सरकार बनते ही नए ऑफिस का बनाया था प्लान
इंदौर कांग्रेस पार्टी के हाईकमान ने मध्यप्रदेश में 2019 में कमलनाथ सरकार बनते ही नया ऑफिस बनाने की प्रकिया तेज कर दी थी। इस दौरान पार्टी नेताओं ने इंदौर के रेसीडेंसी एरिया में लोकायुक्त कार्यालय के पास और स्कीम नंबर 140 में जगह भी पसंद कर ली थी, लेकिन पार्टी नेता जगह फाइनल कर पाते इससे पहले कमलनाथ सरकार गिर गई।

भाजपा ने किराए से निकलकर हाईटेक दफ्तर बनाया
भाजपा का 1992 से पहले वीर सांवरकर मार्केट में किराए के कमरे में कार्यालय संचालित होता था। तब के भाजपा जिला अध्यक्ष भंवरसिंह शेखावत ने बताया कि 1887 में जब मैं अध्यक्ष बना तब यह निर्णय हुआ कि पार्टी बड़ी होती जा रही है। कार्यालय भी नया और बड़ा बनाना चाहिए, जिसके बाद हमने जावरा कम्पाउंड में पहले जमीन खरीदी फिर कार्यालय तैयार किया।

भाजपा के कार्यालय की तीसरी मंजिल पर रेस्ट रूम भी है। जहां बेड और सोफे रखे हुए हैं।
भाजपा के कार्यालय की तीसरी मंजिल पर रेस्ट रूम भी है। जहां बेड और सोफे रखे हुए हैं।

13 लाख रुपए में बनकर तैयार हुआ था कार्यालय
भाजपा का 1992 में जावरा कपाउंड में नया कार्यालय जमीन और कंस्ट्रक्शन सहित 12 से 13 लाख रुपए में तैयार हो गया था। पार्टी के कार्यकर्ता बताते हैं कि 1987 में कार्यालय बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने चंदा दिया था। कार्यालय के नीचे दुकानें बनाई गई है, जिसके किराए से आज कार्यालय का मेंटेनेंस कार्य किया जाता है।

भाजपा ने रिनोवेशन में करोड़ों तो कांग्रेस ने खर्च किए 5 लाख रुपए
भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे और कांग्रेस के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने अपने कार्यकाल में पार्टी कार्यालय का रिनोवेशन करवाया। बताया जाता है कि भाजपा ने रिनोवेशन में करोड़ों रुपए खर्च किए। वहीं, कांग्रेस महज 5 लाख रुपए खर्च कर रंगाई पुताई ही करवा पाई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि विनय बाकलीवाल ने तो रंगाई भी करा दी नहीं तो कार्यालय की हालात अभी से भी खस्ताहाल थी।

भाजपा दफ्तर में जगह-जगह सोफे रखे हुए हैं। यहां खाने के लिए छोटे टेबल और चेयर भी हैं।
भाजपा दफ्तर में जगह-जगह सोफे रखे हुए हैं। यहां खाने के लिए छोटे टेबल और चेयर भी हैं।

कांग्रेस की बैठक गादी पर, भाजपा की प्लानिंग लग्जरी रूम में
कांग्रेस के जर्जर किराए के कार्यालय में आज भी कार्यकर्ता से लेकर पदाधिकारी गादी में बैठकर रणनीति बनाते हैं। वहीं, भाजपाई लग्जरी रूम में बैठकर प्लानिंग करते हैं। भाजपा का कोई पदाधिकारी बाहर से आता है तो उसके रुकने के लिए भी भाजपा कार्यालय की तीसरी मंजिल पर 5 स्टार होटल जैसी सुविधाएं हैं।

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