ग्वालियर : सड़कों पर पनपे अवैध बस स्टैंड !
सड़कों पर पनपे अवैध बस स्टैंड, कार्रवाई करने तैयार नहीं अफसर
प्रशासन, परिवहन और यातायात पुलिस की अनदेखी के चलते शहर में जगह-जगह अवैध बस स्टैंड पनप गए हैं, इससे यातायात व्यवस्था के साथ-साथ शहर की सूरत बिगड़ रही है, जबकि यातायात पुलिस केवल हेलमेट, सीट बेल्ट व तीन सवारी के चालान बनाने में व्यस्त है।
ग्वालियर प्रशासन, परिवहन और यातायात पुलिस की अनदेखी के चलते शहर में जगह-जगह अवैध बस स्टैंड पनप गए हैं, इससे यातायात व्यवस्था के साथ-साथ शहर की सूरत बिगड़ रही है, जबकि यातायात पुलिस केवल हेलमेट, सीट बेल्ट व तीन सवारी के चालान बनाने में व्यस्त है। नतीजतन बसें खड़ी करने व सवारियां लेने को लेकर विवाद भी होते हैं। नईदुनिया ने अभियान चलाकर अफसरों तक मामला पहुंचाने की पहल की, लेकिन अफसर है की नींद से जगाने को तैयार नहीं है। कम्पू, गोला का मंदिर, पड़ाव, मुरार बारादरी, बहोड़ापुर क्षेत्र में निजी बसें खड़ी होती हैं। यहां पर प्रशासन की ओर से न तो बस स्टैंड के लिए जगह चिह्नित की हुई है और न ही स्टैंड स्वीकृत हैं। निजी बस चालकों की दबंगई के आगे जिला प्रशासन, परिवहन और यातायात पुलिस नतमस्तक है। हालात यह हैं कि निजी बसें इन जगहों पर खड़ी रहकर जाम का कारण बनती हैं। सवारियां लेने और उतारने का काम भी बीच सड़क पर ही होता है। गौर करने वाली बात यह है कि शहर में रोडवेज बस स्टैंड के बाद केवल झांसी रोड पर बस स्टैंड बना हुआ है।
परिवहन विभाग से बात करने पर उनका रटा-रटाया जवाब होता है कि यातायात पुलिस को कार्रवाई करना चाहिए। वहीं प्रशासनिक अफसर कार्रवाई करने के निर्देश देने की बात कहकर चुप्पी साध जाते हैं। इस तरह कोई भी शहर में अवैध बस स्टैंड के खिलाफ कार्रवाई करने का तैयार नहीं है। ऐसे में कंपू क्षेत्र में हर रोज रात के समय जाम से लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। कुछ इसी तरह का हाल पड़ाव पर रहता है। गोला का मंदिर क्षेत्र में बीच सड़क पर दिनभर बसों को जमघट रहने से यातायात बाधित होता है।
शहर के चौराहों व मुख्य सड़क पर बसों को खड़ा करना गलत है। सड़क पर खड़ी होने वाली बसों को हटाया जाएगा। यातायात पुलिस के सहयोग से अभियान चलाएंगे।