ग्वालियर निकाय चुनाव में कम मतदान …? दोषियों पर सख्ती, व्यवस्था में सुधार की सिफारिश जांच समिति ने मतदान केंद्र तोड़ने को माना कारण
वोटर पर्ची न बंटने, नाम कटने व पोलिंग बदलने की जांच पूरी…
वोटर पर्ची वितरित नहीं होने, मतदान केंद्र बदलने और नाम हटने की जांच के लिए बनी दो समितियों ने रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है। मतदान केंद्र बदलने, नाम हटने की शिकायतों की जांच के लिए बनी समिति ने किसी को दोषी नहीं माना है। वोटर पर्ची वाले मामले में जांच अधिकारी ने व्यवस्थाओं में कमी तथा पर्ची देरी से बंटने की बात स्वीकार की है।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने दोनों रिपोर्ट आने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि दोनों रिपोर्ट का विस्तृत अध्ययन कर एक संयुक्त रिपोर्ट आयोग को भी भेजी जाएगी और स्थानीय स्तर पर कार्रवाई भी वे करेंगे। नाम हटने, कटने व वार्ड बदलने की जांच एडीएम इच्छित गढ़पाले ने की।
उन्होंने पूरे प्रकरण में किसी को भी दोषी नहीं माना है। रिपोर्ट में उल्लेख है कि कोविड के कारण शहर के हर पोलिंग पर वोटर संख्या एक हजार रखने के निर्देश थे। इसी कारण ज्यादा वोटर वाले मतदान केंद्रों को तोड़ा गया। पहले सिर्फ 1078 पोलिंग थे, बाद में इनमें 91 और केंद्र जुड़ने के बाद 66 वार्ड में कुल संख्या 1169 तक पहुंच गई। जिनके केंद्र बदले गए उनसे दावे आपत्ति लेकर निराकरण किया गया।
वोटर पर्ची के मामले में जांच जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने की। उन्होंने रिपोर्ट मंगलवार को कलेक्टर को सौंप दी है। बताया जाता है कि रिपोर्ट में वोटर पर्ची वितरण में देरी की बात स्वीकार करते हुए, जो दोषी हैं, खासकर निलंबित तीन लोगों पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। आगे फिर ऐसा न हो व्यवस्था सुधारने को कहा गया है।
महापौर और पार्षदों के वेलकम के लिए नया कारपेट डाला
अब नगर निगम चुनाव खत्म हो चुका है। नई नगर सरकार की बैठक व्यवस्था को ध्यान में रखकर जल विहार स्थित निगम परिषद में तैयारियां अंतिम चरणों में है। यहां पर सिविल वर्क और पॉलिश का काम पूरा हो चुका है। परिषद भवन के हॉल के अंदर नया कारपेट (गोल्डन कलर) में डाल दिया गया है। अब पर्दे लगाने का काम एक-दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
नई नगर सरकार का गजट नोटिफिकेशन होने के बाद शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। इसके सबके पहले नगर निगम परिषद भवन को सजाने में जुट गई है। महापौर और सभापति के चेंबर भी लगभग तैयार हो चुके हैं। पर्दे आदि डालने का काम रह गया है। इसके साथ ही पुरानी अलमारियों को रंग-रोगन कर नया कर दिया गया है।
निगम के मुख्यालय के प्रथम तल पर एमआईसी सदस्यों के चेंबर बने हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और स्टाफ बैठ कर काम कर रहा है। सभी को खाली कर फूलबाग स्थित पुराने आफिस में पहुंचने का फरमान सुना दिया गया है। इसके बाद इन कमरों की साफ-सफाई कराकर बैठक व्यवस्था की जाएगी।
विधानसभा: कलेक्ट्रेट में 40 अफसर, पुराने आधे बदलेंगे
पंचायत और नगर निगम चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब विधानसभा चुनाव की तैयारी साल अंत तक चालू हो जाएगी। सबसे पहले वोटर लिस्ट मेंं सुधार का काम चालू होगा। बात यदि कलेक्ट्रेट की करें, तो यहां कलेक्टर सहित 40 अफसर तैनात हैं। इनमें से आधे से अधिक को ग्वालियर में पदस्थ हुए तीन साल से ज्यादा का समय हो चुका है।
कुछ ने पूर्व में विधानसभा चुनाव इसी जिले में कराए हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि जिन अफसरों को तीन साल हो चुके हैं या जो पहले चुनाव करा चुके हैं वे विस चुनाव से पहले बदले जाएंगे। उल्लेखनीय है कि पुलिस में भी इस तरह के अफसर अधिक हैंं, जिन्हें एक ही जिले में 3 साल हो चुके हैं।
जिपं: सम्मेलन की सूचना भेजी
पंचायत चुनाव में नवनिर्वाचित जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्यों व सरपंचों को सम्मेलन की सूचना भेज दी गई है। जिला पंचायत सदस्यों का सम्मेलन 29 जुलाई को सिरोल स्थित पंचायत भवन में होगा। जनपद सदस्यों का सम्मेलन हर ब्लॉक के जनपद स्तर और सरपंच का ग्राम पंचायतों में हाेगा।