मुरैना में बीजेपी का जिला पंचायत अध्यक्ष …? 23 साल की आरती गुर्जर बनीं जिला पंचायत अध्यक्ष

23 साल की आरती गुर्जर बनीं जिला पंचायत अध्यक्ष, B.Com के बाद कर रहीं आगे की पढ़ाई….

जिला पंचायत अध्यक्ष पद हेतु मुरैना से कु आरती गुर्जर र्निविरोध चुनी गयी हैं। कु आरती गुर्जर मुरैना विकास खण्ड के वार्ड क्र 15 से जिला पंचायत सदस्य पद से विजयी हुई थीं, जिन्हे आज जिला पंचायत अध्यक्ष चुना गया है। आरती बी कॉम कर चुकी हैं, जो अभी भी छात्रा हैं और आगे की पढ़ाई कर रही हैं। कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य अनु परमार एवं जलदेवी जिला अध्यक्ष चुनाव के बाद अभी कलेक्ट्रेट पहुंची हैं। उनका कहना है कि वे तो केवल खानापूर्ति करने आए हैं जबकि हकीकत या है कि यह लोग जानबूझकर देरी से आए हैं।

भाजपा समर्थित बनवारी लाल धाकड़ को जिला पंचायत मुरैना का उपाध्यक्ष घोषित किया गया है। 53 साल के जिला पंचायत उपाध्यक्ष बने बनवारी लाल किसान हैं। 8वीं तक पढ़ाई करने वाले नए उपाध्यक्ष के पास 78 लाख रुपए की संपत्ति है। जिले में अब बीजेपी का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बन गया है।

जीत के बाद खिले चेहरे
जीत के बाद खिले चेहरे

कांग्रेस ने जताई आपत्ति

जिला पंचायत सदस्य अनुराग परमार ने जो कि कांग्रेस के सदस्य हैं मीडिया के सामने आकर बताया कि उन्होंने कलेक्टर से इस बात की आपत्ति दर्ज कराई है कि जिला पंचायत के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद का जो निर्विरोध चुनाव कराया है। वह एक समान जाति का है, जबकि नियमानुसार दोनों पद निर्विरोध चुनाव कराने पर समान जाति के नहीं हो सकते। कलेक्टर ने आपत्ति को खारिज कर दिया है लिहाजा अब वे उच्च न्यायालय की शरण में जाने की बात कह रहे हैं।

मुरैना में जिला पंचायत के जिलाध्यक्ष पद के चुनाव में उपद्रव की आशंका को देखते हुए पुलिस व प्रशासन व्यवस्था पूरी तरह चॉक-चौबंद रखी गई। न्यू कलेक्ट्रेट को पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। श्योपुर के जिला पंचायत के कांग्रेस समर्थित दो सदस्यों के अपहरण के बाद मुरैना में भी उपद्रव होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। मुरैना में कांग्रेसियों द्वारा हर मोर्चे पर इसका विरोध करने की बात सामने आ रही है। श्योपुर सदस्यों के अपहरण के बाद जहां मुरैना पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग गया है, वहीं अब कांग्रेसी मुरैना पुलिस के रवैये से सख्त नाराज हैं।

मुरैना में कांग्रेस के तीन जिला पंचायत सदस्य उषा पत्नी केपी कंसाना, अतुराग सिंह परमार और जलदेवी टैगोर मौके पर नहीं थे। जिसकी वजह से बीजेपी की आरती गुर्जर का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा था।

कलेक्ट्रेट पहुंचे कलेक्टर अधिकारियों को निर्देश देते हुए
कलेक्ट्रेट पहुंचे कलेक्टर अधिकारियों को निर्देश देते हुए

जिले में जिला पंचायत की 20 सीटें है, कांग्रेस के पास ज्यादा सदस्य होने की स्थिति बन रही थी। लेकिन अध्यक्ष के चुनाव में अब हलचल तेज हो गई है। जोड़-तोड़ की स्थिति भी बनी हुई है।

कलेक्टर एसपी पहुंचे मौके पर
वक्त की नजाकत को देखते हुए कलेक्टर व एसपी न्यू कलेक्ट्रेट पहुंच चुके हैं। एडिशनल एसपी सुबह से ही तैनात हैं तथा पूरी व्यवस्था की कमान उनके हाथ में है।
बिना परिचय पत्र किसी को अन्दर जाने की नहीं इजाजत
न्यू कलेक्ट्रेट में बिना परिचय पत्र के किसी को भी अन्दर जाने की इजाजत नहीं है। पत्रकारों को भी निर्वाचन के परिचय पत्र के साथ ही प्रवेश दिया गया है।

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